'बटेंगे तो कटेंगे...' के बाद 'संगठित रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे...' योगी का नया 'शिगूफा'
विजयादशमी के पावन पर्व पर गोरखनाथ मंदिर से भव्य आयोजन हुआ जिसमें योगी आदित्यनाथ शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान कि यह खुद तय करना होगा कि किसको मानव बनना है और किसको दानव बनना है। उन्होंने कहा कि गरीबों और महिलाओं पर अत्याचार करने वालों का अंत भी रावण की तरह ही होगा। इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि हम सभी को एकजुट रहना होगा, संगठित रहेंगे तो सुरक्षित भी रहेंगे। देश को भी सुरक्षा प्रदान कर पाएंगे और खुद को भी सुरक्षा प्रदान करेंगे।
गुंडे बदमाशों और माफियाओं पर लगाम लगाने की बात हो। या फिर सनातन धर्म के लिए दहाड़ने की हो। उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे बीजेपी के फायरब्रांड नेता Yogi Adityanath एक ऐसे नेता हैं। जो दहाड़ते हैं तो पूरा देश सुनता है। कट्टरपंथी कांप उठते है। जिनकी सरकार कोई एक्शन लेती है तो उसकी गूंज पूरे देशभर में सुनाई देती है। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ को मोदी के बाद बीजेपी का दूसरा सबसे दमदार नेता माना जा रहा है।
बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई, बहन बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया। उसे भारत में हर एक व्यक्ति ने देखा और इसपर दुख व्यक्त किया। बांग्लादेश में हुए कांड से हिंदुओं को जगाने की कोशिश कई स्तर से हो रही है। और इन्हीं हिंदुओं को संगठित रखने के लिए योगी आदित्यनाथ ने एक और हुंकार भरी और जो कहा उससे कट्टरपंथियों के जिगर कांप उठे। सुनिए विजयदश्मी के दिन गोरखनाथ मंदिर में बाबा ने हिंदुओं का क्या संदेश दिया है।
ये कोई पहली बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ राष्ट्र के संरक्षण के लिए हुंकार भर रहे हो। उन्होंने इससे पहले भी अपने कट्टर सनातनी होने का कई बार प्रमाण दे चुके है। याद कर लिजिए योगी आदित्यनाथ का वो बयान जिसे सुनकर जिहादियों के पैरों तले जमीन खिसक गई थी। मौका था वीर दुर्गा दास राठौर की प्रतिमा के अनावरण का, ताजगंज में उन्होंने कहा था कि राष्ट सर्वोपरि है, राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन यह तभी संभव होगा, जब हम सब एक साथ रहेंगे। हम बटेंगे तो कटेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में देख रहे हो न क्या हो रहा है। ऐसी गलती यहां नहीं होनी चाहिए। एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।
खैर योगी आदित्यनाथ जैसे फायरब्रांड सनातनी नेता की जिनती तारीफ की जाए कम है। गुंडे बदमाशों को सबक सिखाने के साथ ही सनातन धर्म के लिए आवाज उठाने में भी योगी पीछे नहीं हटते हैं। जिसका एक उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब योगी ने डंके की चोट पर ये ऐलान कर दिया कि। जिन्हें मंदिर के घंटे और शंख से परेशानी होती है, वो अपने कान बंद कर लें।
जिस अंदाज में योगी आदित्यनाथ हुंकार भरते हैं। वो विरोधियों को छील कर रख देता है। उनके बोलने का आंदाज उनके दहाड़ने का तरीका साफ तौर पर दिखाता है कि इस व्यक्ति के लिए राष्ट्रहित से आगे कुछ भी नहीं। ऐसे फायरब्रांड मुख्यमंत्री के बारे में आपका क्या कहना है अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं। साथ ही आपको छोड़े जाते है सीएम योगी के दशहरा वाले घाकड़ संबोधन के साथ