संभल में मिली एक और ऐतिहासिक विरासत, राजस्व विभाग की खुदाई में मिली 250 फीट गहरी रानी की बावड़ी
बता दें कि संभल जिले में चंदौसी के लक्ष्मणगंज में शनिवार को राजस्व विभाग के द्वारा जमीन खुदाई में एक विशालकाय रानी बावड़ी मिली है। बताया जा रहा है कि साल 1857 में यह क्षेत्र हिंदू बाहुल्य था। यहां सैनी समाज के लोग रहते थे। लेकिन वर्तमान में यहां मुसलमानों की आबादी काफी ज्यादा है।
यूपी का संभल जिला दंगे के बाद से लगातार चर्चाओं में है। यहां हर रोज खुदाई हो रही है और आए दिन कोई ना कोई खुलासे हो रहे हैं। अब तक प्रशासन द्वारा जांच पड़ताल में कई तरह के प्राचीन मंदिर और नलकूप मिले है। इस बीच संभल के चंदौसी में राजस्व विभाग द्वारा जमीन खुदाई में रानी की बावड़ी मिली है। शनिवार को ASI टीम ने संभल के कुल 5 अलग-अलग लोकेशन पर सर्वे किया था। इनमें 19 कुएं और 5 तीर्थ स्थान शामिल थे। ASI टीम ने संभल के कल्कि मंदिर में स्थित प्राचीन कृष्ण कूप का भी सर्वे किया।
संभल में मिली 250 फीट गहरी रानी बावड़ी
बता दें कि संभल जिले में चंदौसी के लक्ष्मणगंज में शनिवार को राजस्व विभाग के द्वारा जमीन खुदाई में एक विशालकाय रानी बावड़ी मिली है। बताया जा रहा है कि साल 1857 में यह क्षेत्र हिंदू बाहुल्य था। यहां सैनी समाज के लोग रहते थे। लेकिन वर्तमान में यहां मुसलमानों की आबादी काफी ज्यादा है। दरअसल, संभल में 46 साल पुराना मंदिर मिलने के बाद में डीएम को लिखित पत्र लिखकर इसके बारे में जानकारी दी गई थी। खबरों के मुताबिक यहां बिलारी की रानी का बावड़ी मंदिर था। संभल डीएम ने लिखित पत्र मिलने के बाद राजस्व विभाग के तहसीलदार के साथ नक्शा लेकर पहुंचे थे। जहां बावड़ी बस्ती में जब खुदाई शुरू हुई। तो जमीन के अंदर कई प्राचीन इमारतें दिखनी शुरू हुई। आज तक से बातचीत करते हुए नायब तहसीलदार धीरेंद्र सिंह ने बताया कि "यहां दो मंजिला इमारत दिखाई दे रही है। यहां बावड़ी का कुआं और तालाब अभिलेखों में दर्ज है। यहां ज्यादा खुदाई होने पर सुरंग भी निकल सकती है। जो बावड़ी मिली है। वह काफी विशालकाय है। यह मिट्टी के ढेर में दबी हुई थी। इस मिट्टी को हटाकर जांच की जा रही है। आगे सभी जांच नक्शे के आधार पर की जाएगी। यह सर्वे मंदिर के अंदर जाकर पुजारी के साथ किया गया।
प्रशासन द्वारा गुपचुप तरीके से हुआ सर्वे
स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यह सर्वे गुपचुप तरीके से किया। शुक्रवार को भी ASI टीम द्वारा लाडम सराय स्थित प्राचीन मंदिर में सर्वे किया था। यहां सर्वे के दौरान फोटोग्राफी भी की गई थी। हाल ही में कुछ दिन पहले संभल में बिजली चोरी की भी कई शिकायतें सामने आई थी। जिसके बाद बिजली विभाग नगर पालिका, स्थानीय प्रशासन के साथ बिजली चोरी के मामले को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है। इनमें संभल सांसद के ऊपर भी बिजली चोरी का आरोप लगा है।