बैंकॉक जा रहे गुजरातियों ने फ़्लाइट में गटकी लाखों की शराब, जानकर आप भी होंगे हैरान !
सूरत और बैंकॉक के बीच शुरू हुई एयर इंडिया की सर्विस पहली फ्लाइट में ही शराब और स्नैक्स को लेकर सुर्खियों में आ गई। पहली फ्लाइट के कई पैसेंजरों ने दावा किया कि चार घंटे के सफर के दौरान शराब का पूरा स्टॉक गटक लिया। पैसेंजर करीब 15 लीटर शराब पी गए, जिसकी कीमत एक लाख 80 हजार रुपये थी…
पी शौक़ से वाइज़ अरे क्या बात है डर की, दोज़ख़ तिरे क़ब्ज़े में है जन्नत तिरे घर की। शकील बदायुनी का ये शेर शराब के शौक़ीनों के लिए लिखा गया। यानी पीने वाला ये नहीं देखता की महफ़िल कहां जमी है। उन्हें बस एक प्याला चाहिए और जमकर शराब। अब चाहें महफ़िल ज़मीन पर जमी हो या आसमान में।अब आप ये सोच रहे होंगे आसमान में कैसे तो चलिए आपके बताते हैं। तो दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि वैसे आपने अब तक शराब की बिक्री की सबसे ज़्यादा ख़बर दुकानों पर सुनी होगी लेकिन वहीं बात है ना शौक़ीनों के लिए ये मायने नहीं रखता लेकिन इस बार दुकानों में सबसे ज़्यादा बिक्री नहीं बल्कि हवाई जहाज़ में बिक्री का रिकॉर्ड टूट गया। एयर इंडिया का नाम तो आपने सुना होगा। इस एयरलाइन कंपनी ने गुजरात के सूरत से थाईलैंड के बैंकॉक के बीच फ़्लाइट सर्विस शुरू की है।लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि इस पहली फ़्लाइट में ही शराब और स्नैक्स की बिक्री के रिकॉर्ड टूट गए। इस पहली फ्लाइट में शराब के शौकीनों ने इतने जाम छलकाए कि फ्लाइट की ग़ज़ब ही हो गया्।जिसके बाद एयरलाइंस को अपने पैसेंजर्स को शराब परोसने से मना करना पड़ा। मामला एयर इंडिया की फ्लाइट का है। बोइंग 737 मैक्स एयरक्राफ्ट ने बीते शुक्रवार को सूरत से थाईलैंड के लिए उड़ान भरी। विमान में 175 यात्री सवार थे। साथ ही 6 क्रू मेंबर्स भी। 4 घंटे की इस फ़्लाइट में सवारियों ने 15 लीटर शराब गटक ली। जिसकी क़ीमत 1.80 लाख रुपये बताई जा रही है।
इस सब के बावजूद भी कुछ लोगों ने दावा किया कि ट्रे में थेपला और फाफड़ा अभी भी पड़े हुए थे, जबकि छोटी बोतलें सूख चुकी थीं।अब दावा तो ये किया जा रहा कि स्टॉक ख़त्म हो गया लेकिन यात्रियों को शराब बेचने से क्रू ने मना कर दिया क्योंकि एयरलाइन ने पैसेंजर्स को सिर्फ़ दो ड्रिंक्स बेचने की लिमिट रखी थी। ताकि फ़्लाइट का माहौल बेक़ाबू ना हो जाए। लेकिन पैसेंजर्स रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। हाल ये हो गया कि क्रू को कहना पड़ा बस भाईसाहब रुक जाओ।
अब सोशल मीडिया पर कुछ लोग ये सवाल पर भी कर रहे हैं कि गुजरात में पिछले लंबे समय से शराब बंदी होने के बाद भी वहां के लोग इतने शौक़ीन है। बता दें कि गुजरात में 1 मई 1960 से ही शराबबंदी लागू है। जब बाॅम्बे को महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में बांटा गया था। तब से वहां पर शराब प्रतिबंध है। गुजरात को ड्राई स्टेट माना जाता है, यहां पर शराब पर कड़े नियमों का पालन किया जाता है। यहां शराब बनाने, बेचने, स्टोर करने और पीने पर पूर्णतया रोक है।हालांकि सरकार ने कुछ समय पहले गांधीनगर की गिफ़्ट सिटी में शराब पीने की अनुमति दे दी है।