नोएडा के कॉल सेंटर में हवाला का खेल, ठगी का ये तरीका सिर घुमा देगा
डिजिटल अरेस्ट करके लोगों को अपना शिकार बनाने वाले ठग एक कदम आगे निकल गए. अब आपका कंप्यूटर ही आपकी ठगी का कारण बन जाएगा. देखिए NOIDA में कैसे चल रहा है ये पूरा खेल.
वे आपको इमोशनल करेंगे। आपकी सबसे बड़ी कमजोरी का सहारा लेंगे। या किसी मजबूरी का फायदा उठाएंगे। आर्थिक, शारीरिक, इमोशनल उन्हें आपकी हर कंडीशन की जानकारी है। और वे बस इसी का फायदा उठाएंगे. हम बात कर रहे हैं ‘गैंग्स ऑफ ठग्स’ की। नहीं ये कोई फिल्म नहीं है ये कहानी असल है और अमूमन हर शहर हर कस्बे के लोग इस गैंग का शिकार बन रहे हैं कभी ये गैंग लोगों को डिजिटल अरेस्ट करता है तो कभी पार्सल के नाम पर फंसाता है। नोएडा में तो ठगों की गैंग ने यहां बैठे बैठे अमेरिका के लोगों से करोड़ों की ठगी कर डाली।
दरअसल, नोएडा में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। ये कॉल सेंटर ‘इंस्टा सोल्यूशन’ के नाम पर चल रहा था। जिसमें एक गैंग नोएडा में बैठकर अमेरिकी नागरिकों को अपना शिकार बना रही थी। पुलिस ने इस मामले में 76 लोगों को अरेस्ट किया है। इस शातिर गैंग ने करीब 1500 लोगों को अपना शिकार बनाया है।
HDR- ठगों ने बग के जरिए फेंका जाल
ये गैंग पूरा होमवर्क करके लोगों को ठगने की तैयारी करती थी। पुलिस के मुताबिक, कॉल सेंटर में स्काइप ले पर्सनल डेटा लिया जाता था। डेटा मिलने के बाद 10 हजार अमेरिकी लोगों के कंप्यूटर पर एक साथ बग भेजा जाता था। बग से कंप्यूटर स्क्रीन पर एक नंबर आ जाता था ।
इस नंबर पर अमेरिकी नागरिक जब फोन लगाते थे तो कॉल सेंटर में बैठे लोग कॉल रिसीव करते थे ।
कॉल रिसीव होते ही ठगी का खेल शुरू हो जाता था। बातचीत में ठग खुदको माइक्रोसॉफ्ट का अधिकारी बताते हुए टेक्निकल सपोर्ट की बात करते थे। इसके लिए वो उनसे पेमेंट मांगते थे। पेमेंट मिलने के बाद एक कमांड बताया जाता था। जिससे उसका कंप्यूटर ठीक हो जाता था। अमेजन सपोर्ट, टेक सपोर्ट, पे-DAY के नाम कस्टमर सपोर्ट का ये पूरा खेल चलता था।
HDR- लोन के नाम पर ठगी
ये गैंग ऐसे लोगों का डेटा भी निकालती थी। जिन्होंने लोन के लिए अप्लाई किया हुआ था। उनको लोन के लिए मैसेज भेजे जाते। लोन के बदले 500 तक डॉलर चार्ज मांगे जाते। इसके लिए फर्जी मेल, और चेक का सहारा लिया जाता था।
पार्सल के नाम पर ठगी ।
इसके अलावा ठग अमेरिकी लोगों से पार्सल के नाम पर भी ठगी करते थे। उनके पास एक वॉयस नोट भेजा जाता था। जिसमें कहा जाता था कि, आपका पार्सल रेडी टू डिलीवर है। ये कॉल सेंटर नोएडा सेक्टर-63 में चल रहा था। जिसको कुरुनाल रे, सौरम, सादिक और साजिद अली चला रहे थे।
कॉल सेंटर का चीनी कनेक्शन, हवाला का एंगल
ठगी के इस काले कारोबार में इस गैंग ने अमेरिका के एक शख्स को अपना एजेंट बनाया था। वो शख्स इनके गिफ्ट कार्ड की मनी, डिजिटल करेंसी, या ऑनलाइन पेमेंट को इंडियन करेंसी में बदलकर हवाला के जरिए इंडिया भेजता था। वहीं, पुलिस इस मामले में चाइना एंगल को भी खंगाल रही है। मामले की जानकारी US एंबेसी को भी दी गई है।
नोएडा में बैठी इस इंस्टा सॉल्यूशन गैंग के पास ठगी के कई तरीके थे। जिससे आपकी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन तो नहीं बल्कि इंस्टेंट लाखों रुपये उड़ जरुर जाएंगे। ऐसे में आपके पास भी ऐसा कोई बग आता है, या लोन की पेशकश की गई हो या फिर पार्सल के नाम पर पैसे मांगे जाएं तो कृपया हो जाएं सावधान।