Kejriwal ने किया ऐलान, अब पुजारी और ग्रंथियों को दिये जाएंगे 18 हजार रुपये महीने !
जिस हिंदुत्व के दम पर बीजेपी सत्ता हासिल करती रही है अब उसी हिंदुत्व की काट के लिए अरविंद केजरीवाल ने किया पुजारी ग्रंथी योजना का ऐलान, क्या फिर पीछे रह गई बीजेपी !
साल 2014 से देश की सत्ता संभाल रहे नरेंद्र मोदी के दम पर बीजेपी एक के बाद एक कई राज्यों में जीत का भगवा लहरा चुकी है। लेकिन जिस दिल्ली में बैठ कर पीएम मोदी सरकार चलाते हैं। उस दिल्ली में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद बीजेपी अब तक सत्ता से दूर रही है। और अब जिस तरह से आम आदमी पार्टी लगाता एक के बाद एक नई योजनाओं का ऐलान कर रही है। उसे देख कर लग रहा है इस बार भी बीजेपी के हाथ में दिल्ली की सत्ता नहीं आने वाली है।
दरअसल पिछल दस सालों से आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता में जमी हुई है तो इसकी सबसे बड़ी वजह फ्री बिजली पानी जैसी योजनाएं हैं जिस पर दिल्ली वालों ने दिल खोल कर भरोसा किया। और लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ अरविंद केजरीवाल को सत्ता सौंपी। और अब दिल्ली चुनाव से पहले केजरीवाल ने एक बार फिर कई बड़ी योजनाओं की बौछार लगा दी है। फिर वो चाहे महिला सम्मान योजना के तहत दिल्ली की महिलाओं को हर महीने 21 सौ रुपये देने का वादा हो या फिर बुजुर्गों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज कराने का वादा हो।
महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना के ऐलान के बाद से ही इसका जबरदस्त असर देखा जा रहा है और लाखों की संख्या में लोग रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंच रहे हैं। जिससे टेंशन में आई बीजेपी भी लाडली योजना के लिफाफे में 11 सौ रुपये महिलाओं को बांटने लगी। जिससे समझ सकते हैं कि बीजेपी किस कदर महिला सम्मान योजना से परेशान है। बीजेपी अभी इसी मुद्दे से निपटने में जुटी हुई थी कि 30 दिसंबर को ही अरविंद केजरीवाल ने एक और धमाकेदार ऐलान कर दिया। और इस बार साधु संतों के साथ ही सिख धर्मगुरुओं के बहाने हिंदू और सिख वोट साधने के लिए पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का भी ऐलान कर दिया। जिसके तहत पुजारी और ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपये दिये जाएंगे।
साधु संतों और हिंदुओं का वोट साधने के लिए बीजेपी आमतौर पर चुनावी ऐलान के बाद योगी आदित्यनाथ जैसे भगवाधारी मुख्यमंत्री से चुनावी रैलियां करवाती है। लेकिन पुजारी ग्रंथी सम्मान के ऐलान के बाद बीजेपी इस मामले में भी पीछे नजर आ रही है। क्योंकि योगी को दिल्ली में उतारने के लिए बीजेपी अभी चुनावी तारीखों के ऐलान का ही इंतजार कर रही थी। तो वहीं केजरीवाल ने पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का ऐलान कर इस मामले में भी बाजी मार ली।और चुनावी तैयारियों में बीजेपी से दो कदम आगे नजर आ रहे हैं। इससे पहले महिला सम्मान योजना में भी बीजेपी पिछड़ती नजर आई थी। क्योंकि महाराष्ट्र। मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में लाडली योजना के दम पर सत्ता हासिल करने के बावजूद बीजेपी दिल्ली में ये फॉर्मूला लागू करने में देरी की।और जब केजरीवाल ने वक्त से पहले ही महिला सम्मान योजना का ऐलान किया तो बौखलाई बीजेपी भी लाडली योजना के लिफाफे में 11 सौ रुपये बांटने लगी। जब इससे भी बात नहीं बनी तो कांग्रेस की शिकायत पर अब एलजी ने महिला सम्मान योजना के खिलाफ जांच बैठा दी है। वैसे आपको क्या लगता है।क्या दिल्ली वाले इस चुनाव में भी केजरीवाल की योजनाओं पर भरोसा जताते हुए आम आदमी पार्टी को दोबारा सत्ता सौंपेंगे या फिर बीजेपी और कांग्रेस में से कोई पार्टी वापसी करेगी।