भयंकर बवाल के एक साल बाद संदेशखाली पहुंची ममता बनर्जी, बीजेपी पर जमकर साधा निशाना
संदेशखाली पहुंची ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे पता है कि "यहां फर्जी खबर फैलाने के लिए बहुत सारा पैसा खर्च किया गया। लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी। कोई भी फर्जी चीज़ें ज्यादा दिन नहीं चलती। मैं यह चाहती हूं कि संदेशखाली के लोग दुनिया में नंबर एक बने रहे।
साल 2024 की शुरुआत में संदेशखाली में स्थानीय टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगा था। इसके बाद भयंकर बवाल हुआ था। बवाल के करीब एक साल बाद सीएम ममता बनर्जी पहुंची। यहां उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संदेशखाली में फर्जी खबर फैलाने के लिए बीजेपी ने बहुत सारा पैसा खर्च किया।
"यहां बुरे लोगों को मत बुलाओ" हमें फर्जी लोगों को खत्म करना है
सोमवार को संदेशखाली पहुंची ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे पता है कि "यहां फर्जी खबर फैलाने के लिए बहुत सारा पैसा खर्च किया गया। लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी। कोई भी फर्जी चीज़ें ज्यादा दिन नहीं चलती। मैं यह चाहती हूं कि संदेशखाली के लोग दुनिया में नंबर एक बने रहे। हमें साजिश,धमकियों और फर्जी देने वाले लोगों को खत्म करना है। यहां भाजपा के पास बहुत पैसा है। पैसा अच्छे स्रोतों से नहीं आया है। यह कुरूपता और झूठ की पार्टी है। उनसे प्रभावित न हो। अगर संदेशखाली में कुछ भी होता है। तो मुझे एक सेकेंड में पता चल जाएगा। मैं यहां आप लोगों से कुछ वादा करती हूं। तो जरूर पूरा करूंगी। मैं आप लोगों की चौकीदार हूं।"
यहां एक सरकारी कार्यक्रम होगा - ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि "सुंदरबन में नदी के किनारे स्थित द्वीप की उनकी यात्रा का उद्देश्य राज्य की योजनाओं के तहत लाभ पहुंचाना और लोगों की समस्याओं को दूर करना है। यह एक सरकारी कार्यक्रम होगा। हमने लक्ष्मी भंडार, बांग्लार बारी और कई अन्य योजनाओं के तहत कई लंबित कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं। यहां क्षेत्र के करीब 20,000 लोगों को कई योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि मैं मंच से 100 लोगों से अधिक को विभिन्न योजनाओं के प्रमाण पत्र सौंपूंगी। मुझसे चुनाव के दौरान लोगों ने पूछा था कि क्या संदेश खाली जाऊंगी ? मैंने उन्हें कहा था कि बाद में जाऊंगी।
क्या था यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का मामला ?
बता दें कि संदेशखाली में बीते जनवरी महीने में ईडी अधिकारियों पर हमला हुआ था। उनके वाहनों को पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया दरअसल, ईडी के अधिकारी टीएमसी नेता शेख शाहजहां के आवास पर करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले को लेकर छापा मारने गए थे। ईडी अधिकारियों के द्वारा छापा मारने के बाद कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया था कि शाहजहां के परिवार ने उनकी जमीन हड़प ली है और उनका यौन उत्पीड़न किया था। इसके बाद विपक्षियों ने शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की है। विपक्षी दल भाजपा,माकपा और कांग्रेस ने टीएमसी पर आरोपी को बचाने का आरोप लगाया था। करीब 55 दिनों की तलाशी के बाद शाहजहां को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद टीएमसी ने पार्टी से निलंबित कर दिया। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी, ईडी और मीडिया की साजिश के तहत यह सब कुछ हुआ था।
शुभेंदु अधिकारी भी करेंगे संदेशखाली में कार्यक्रम
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी संदेशखाली में एक कार्यक्रम की घोषणा की है। यहां यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोप के बाद से ही सत्ता में मौजूद टीएमसी और बीजेपी में राजनीति टकराव देखने को मिल रहा है।