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मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान को ख़स्ता हाल में छोड़ा अकेला, नहीं दे रहा कोई साथ

पाकिस्तान के हालत इतने बुरे हैं कि लोग पाकिस्तान से भाग जाना चाहते हैं लेकिन ऐसा करना भी अब उनके बस की नहीं है…क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब और कई अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के कम से कम 30 अलग-अलग शहरों के लोगों को वीजा देने पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाया हुआ है…
मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान को ख़स्ता हाल में छोड़ा अकेला, नहीं दे रहा कोई साथ
कंगाली, बदहाली, भुखमरी, महंगाई, बेरोज़गारी, और तमाम दिक़्क़तों से जूझ रहा पाकिस्तान दुनिया से अलग थलग पड़ा हुआ है। इस हालत में भी कट्टरता को अपना हथियार बनाने की सोचने वाली पाकिस्तानी सरकार अपना कटोरा लेकर हर जगह अब पहुंच तो जाती है लेकिन अब उसे भाव नहीं मिलता।और अब अपनी सरकार के कारनामों की बदौलत ही वहां की जनता भी परेशान है। पाकिस्तान के हालत इतने बुरे हैं कि लोग पाकिस्तान से भाग जाना चाहते हैं लेकिन ऐसा करना भी अब उनके बस की नहीं है। क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब और कई अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के कम से कम 30 अलग-अलग शहरों के लोगों को वीजा देने पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाया हुआ है। वैसे भी पाकिस्तान की हुकूमत की तो बात अलग है वहां लोग भी किसी देश में जाने लायक़ नहीं है। क्योंकि विदेशों में जाकर भीख मांगना, नशे की तस्करी जैसे आपराधिक गतिविधियों में भी संलिप्त होने की वजह से ये बैन उनपर लगाया गया है। हालांकि, बैन और वीजा आवेदन खारिज होने की बढ़ती घटनाओं के बाद, पाकिस्तानी पासपोर्ट की पहले से ही ख़राब हालत, जिसकी लगातार तीसरे साल दुनिया में चौथी सबसे खराब रैंकिंग रही है, उसको और भी नुक़सान होगा। यहीं वजह है कि यूएई ने पाकिस्तान के वीजा अपलाई करने वालों के लिए पुलिस ने प्रमाण पत्र जमा कराना ज़रूरी कर दिया है।


अब ये कोई हवा हवाई बातें नहीं है। इस बात को पाकिस्तान के एक यूटयूबर ने माना भी है। पाकिस्तान के एक पॉडकास्टर नादिर अली के चैनल को दिए एक इंटरव्यू में ट्रैवल कंपनी के मालिक ने कहा कि ‘सऊदी अरब और दुबई सबसे फ़ेमस डेस्टीनेशन थे लेकिन लोगों ने वीज़ा ना मिलने की वजह से वहां जाना बंद कर दिया है। ब मैं आईफा अवार्ड्स के लिए जाना चाहता था तो मुझे भी बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा।

दरअसल, सऊदी अरब ने भिखारियों के पकड़े जाने की बढ़ती घटनाओं को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। आंकड़े बताते हैं कि आठ लाख से ज़्यादा पाकिस्तानी हर साल काम और नौकरी की तलाश में खाड़ी और पश्चिम एशियाई देशों के वीजा के लिए आवेदन करते हैं और इसका इस्तेमाल पश्चिमी और यूरोपीय देशों की यात्रा की दिशा में एक कदम के रूप में करते हैं। कुछ समय पहले ही सऊदी अरब में चार हजार से अधिक पाकिस्तानी भिखारियों को गिरफ्तार किया गया है, खासकर मक्का और मदीना से जहां उन्हें उमरा और हज जुलूस के दौरान भीख मांगते हुए पकड़ा गया था। कई पाकिस्तानियों को अवैध ड्रग्स ले जाने और अवैध गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में भी पकड़ा गया है। इस तमाम बेइज्जी और सऊदी अरब से मिली कड़ी चेतावनी के बाद पाकिस्तान सरकार ने यह कदम उठाया और सऊदी अरब ने सितंबर में पाकिस्तानी भिखारियों को लेकर चिंता जाहिर की थी। पाकिस्तान का सिर्फ़ यहां ही हाल बुरा नहीं है। IMF से मिले लोन के तले पाकिस्तान दबता जा रहा है। लेकिन शर्म की बात है पाकिस्तान अभी भी समझ नहीं पा रहा।
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