कौन है IPS अधिकारी वैभव कुमार कृष्ण,जिन्हें बनाया गया महाकुंभ मेले का डीआईजी
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा और प्रबंधन की जिम्मेदारी IPS वैभव कृष्ण को सौंपी है। बागपत जिले के रहने वाले वैभव कृष्ण 2010 बैच के IPS अधिकारी हैं। उन्होंने IIT रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया और सिविल सेवा परीक्षा में पूरे भारत में 86वीं रैंक हासिल कर IPS बने।
उत्तर प्रदेश में हर बार महाकुंभ मेले का आयोजन धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता का सबसे बड़ा प्रतीक बनता है। लेकिन इस बार, इसकी सुरक्षा और व्यवस्थाओं की बागडोर एक ऐसे अधिकारी को सौंपी गई है, जो अपने कार्यक्षेत्र में अनुशासन और दृढ़ता के लिए जाने जाते हैं—IPS वैभव कृष्ण। आइए, उनकी कहानी को गहराई से समझते हैं।
कौन है IPS वैभव कृष्ण ?
IPS वैभव कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुआ। वह 2010 बैच के यूपी कैडर के अधिकारी हैं। उनके पिता, डॉ. के.के. शर्मा, एक प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं। वैभव कृष्ण की शिक्षा का सफर भी अद्वितीय रहा। उन्होंने आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। लेकिन उनका रुझान समाज सेवा की ओर था। इसी उद्देश्य से उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की और 2009 में पहली बार में ही परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। पूरे भारत में 86वीं रैंक प्राप्त कर वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुए। उनकी नियुक्ति के बाद, उन्होंने अपनी सेवा के दौरान अनेक चुनौतीपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया।
महाकुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है; यह लाखों श्रद्धालुओं और संतों के लिए आस्था का केंद्र है। इसकी सुरक्षा और प्रबंधन करना प्रशासन के लिए हमेशा एक बड़ी चुनौती होती है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने IPS वैभव कृष्ण को इस आयोजन का DIG (Deputy Inspector General) नियुक्त किया है। लेकिन उनकी नियुक्ति के पीछे कई कारण हैं जैसे कुशल प्रबंधन और अनुशासन। दरअसल वैभव कृष्ण अपने क्षेत्र में अनुशासन और कड़ी निगरानी के लिए मशहूर हैं। विभिन्न जिलों में सेवा के दौरान उन्होंने कई बड़े आयोजनों और सुरक्षा व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक संभाला। उनकी इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि उन्हें सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स में नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने की क्षमता प्रदान करती है।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन की सफलता का बड़ा हिस्सा इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर निर्भर करता है। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने हाल ही में प्रयागराज का दौरा किया और सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालु और संत शामिल होंगे, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
डीजीपी द्वारा दिए गए निर्देश
सुरक्षा प्राथमिकता: किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया।
वीआईपी घाट का प्रबंधन: वीआईपी और आम श्रद्धालुओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए।
श्रद्धालुओं की सुविधा: पुलिसकर्मियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
IPS वैभव कृष्ण के लिए महाकुंभ मेला न केवल एक चुनौती है बल्कि उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता का परीक्षण भी है। उनकी नियुक्ति के साथ, सरकार ने मेले को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की उम्मीद जताई है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने महाकुंभ मेले को सफल बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया है। डीजीपी के निरीक्षण से लेकर IPS वैभव कृष्ण जैसे अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति, यह सब इस बात का संकेत हैं कि सरकार किसी भी तरह की चूक से बचना चाहती है। महाकुंभ में सुरक्षा के साथ-साथ स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा को भी प्राथमिकता दी जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक अनुभव के साथ-साथ सुरक्षित वातावरण भी मिले।
IPS वैभव कृष्ण का सफर प्रेरणादायक है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद भारतीय पुलिस सेवा में उनका प्रवेश और अब महाकुंभ जैसे महत्वपूर्ण आयोजन की जिम्मेदारी यह साबित करती है कि वह कठिन से कठिन परिस्थितियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।