महाकुंभ 2025 के लिए योगी सरकार ने खोला ख़ज़ाना, मेला क्षेत्र में होगी 'नेत्र कुंभ' की स्थापना
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर भी उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष व्यवस्था कर रहे हैं। इसके लिए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं एवम स्नानार्थियों के लिए 'नेत्र कुंभ' की बनाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल महाकुंभ को लेकर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार दिन-रात एक कर काम कर रही है। महाकुंभ 2025 भव्य, दिव्य, सुगम और सुरक्षित कैसे हो इसके लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से लेकर प्रयागराज का दौरा कर आलाधिकारियों संग तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं। प्रदेश सरकार की कोशिश है कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार असुविधा का सामना न करना पड़े। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर भी उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष व्यवस्था कर रहे हैं। इसके लिए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं एवम स्नानार्थियों के लिए 'नेत्र कुंभ' की बनाया जा रहा है।
क्या है नेत्र कुंभ ?
महाकुंभ के मेले में किसी प्रकार की कोई कमी ना हो इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बजट का पिटारा भी खोल दिया है। लगभग 9 करोड़ से अधिक धनराशि से स्थापित होने वाले 'नेत्र कुंभ' (नेत्र शिविर) बनाया जा रहा है जो मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को एक अस्थायी नेत्र देखभाल सुविधा प्रदान करेगा। जहां मिले के दौरान श्रद्धालुओं की दृष्टि सुधार, मोतियाबिंद की सर्जरी और चश्मे का वितरण जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएगी। नेत्र कुंभ के लिए एक बड़ी केंद्रीय इकाई मुख्य मेला क्षेत्र में स्थापित की जाएगी जो प्राथमिक नेत्र देखभाल केंद्र के रूप में कार्य करेगी।
रिकार्ड संख्या में आएंगे श्रद्धालु
प्रयागराज में लगने वाले अगले वर्ष कुंभ के मेले में भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया से रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान प्रदेश सरकार ने लगाया है। इसके लिए योगी सरकार और मेला प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए अपनी ओर से सत प्रतिशत प्रयास कर रहा है। नेत्र कुंभ की स्थापना भी इस दिशा में उठाया गया एक व्यापक कदम है। बताते चले कि वित्तीय वर्ष 2024 - 25 में 9.15 करोड रुपए से अधिक का बजट प्रस्तावित किया गया है। इसके माध्यम से महाकुंभ के दौरान स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के नेत्र देखभाल सुरक्षित की जा सकेगी। यदि किसी भी श्रद्धालुओं को मोतियाबिंद की सर्जरी की आवश्यकता होगी तो उसका भी प्रबंध मेला क्षेत्र में ही किया जाएगा वहीं नेत्र के चेकअप के लिए डॉक्टर की टीम भी वहां मौजूद रहेगी साथ ही चश्मा का भी वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। योगी सरकार के इस कदम का लाभ मिला क्षेत्र में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को मिलेगा। बताते चले की नेतृकुम में जांच के दौरान दृष्टि दोष वाले व्यक्तियों को चश्मा वितरण किया जाएगा जबकि जिन मामले में अधिक गंभीर समस्या पाएगी वहां के अस्पतालों में मोतियाबिंद सर्जरी और अन्य आवश्यक उपचार की व्यवस्था भी प्रदेश सरकार और मेला प्रशासन के तरफ से रहेगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद महाकुंभ 2025 को लेकर सिर्फ समीक्षा बैठक की नहीं बल्कि तैयारी का जायजा लेने के लिए कई बार प्रयागराज का दौरा भी कर चुके हैं। इस दौरान सीएम योगी ने मिल प्रशासन के जुड़े अधिकारियों से बातचीत की और तैयारी को लेकर कई उचित दिशा निर्देश देने का भी काम किया है।