मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का दिखने लगा असर, मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर भारत में 6 महीने के निचले स्तर पर!

भारत में मार्च 2025 में Retail Inflation दर घटकर 3.34 प्रतिशत हो गया है, जो अगस्त 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है। यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में आई कमी की वजह से दर्ज की गई है। यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने मंगलवार को साझा की।
खाद्य महंगाई भी घटी, नवंबर 2021 के बाद सबसे कम
मार्च 2025 में Food Inflation घटकर 2.69 प्रतिशत रही, जो नवंबर 2021 के बाद का सबसे कम स्तर है। सब्जियों, अंडों, दालों, मांस और डेयरी उत्पादों की कीमतों में गिरावट इसका मुख्य कारण रही।
किन खाद्य उत्पादों की कीमतें सबसे ज्यादा गिरीं
सालाना आधार पर मार्च में जिन खाद्य वस्तुओं की कीमतों में सबसे अधिक गिरावट आई, उनमें शामिल हैं:
Ginger (अदरक) 38.11 प्रतिशत
Tomato (टमाटर) 34.96 प्रतिशत
Cauliflower (फूल गोभी) 25.99 प्रतिशत
Cumin (Jeera) जीरा 25.86 प्रतिशत
Garlic (लहसुन) 25.22 प्रतिशत
ये सभी रोज़मर्रा की रसोई की आवश्यक वस्तुएं हैं, जिनकी कीमतों में गिरावट से आम उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है।
Housing, Education और Energy सेक्टर के महंगाई में स्थिरता!
मार्च 2025 में Housing Inflation 3.03 प्रतिशत रही, जो फरवरी में 2.91 प्रतिशत थी। Education, Inflation 3.98 प्रतिशत रही वहीं Fuel and Energy Inflation 1.48 प्रतिशत रही। हाउसिंग इंडेक्स में केवल शहरी क्षेत्र को शामिल किया जाता है।
RBI ने घटाया FY 2025–26 के लिए Inflation का अनुमान
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि देश में Retail Inflation में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। इसी कारण, RBI की Monetary Policy Committee (MPC) ने वित्त वर्ष 2025–26 के लिए महंगाई का अनुमान 4.2 प्रतिशत से घटाकर 4.0 प्रतिशत कर दिया है।
RBI का तिमाही आधार पर अनुमान इस प्रकार है
Q1 – 3.6 प्रतिशत
Q2 – 3.9 प्रतिशत
Q3 – 3.8 प्रतिशत
Q4 – 4.4 प्रतिशत
Crude Oil की कीमतों में गिरावट और अच्छा, Monsoon बनेंगे मददगार
RBI ने यह भी कहा है कि Crude Oil Prices में गिरावट और Normal Monsoon के अनुमान से महंगाई दर में और भी स्थिरता आ सकती है। इसके साथ ही, Kharif Season की अच्छी पैदावार से भी Food Inflation पर नियंत्रण संभव है।