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पश्चिमी यूपी का सबसे ख़तरनाक गैंगस्टर सुनील राठी कैसे बना अंतर्राज्यीय कुख्यात Part-2

सुनील राठी के नाम के आगे सबसे पहले कुख्यात हरिद्वार में ही लगा, साल 2000 में राठी हरिद्वार आया और यहां उसने कई लोगों ने मुलाकात कर अपना नेटवर्क खड़ा कर दिया। 2014 में सुनील राठी हरिद्वार पुलिस की लिस्ट में मोस्ट वांटेड छठे नंबर का गैंगस्टर बन गया।
पश्चिमी यूपी का सबसे ख़तरनाक गैंगस्टर सुनील राठी कैसे बना अंतर्राज्यीय कुख्यात  Part-2
पश्चिमी यूपी के मिठास वाले क्षेत्र बागपत का एक लड़का कैसे गैंगस्टर बना, पिता की हत्या की इंतक़ाम की आग में उसने कैसे जुर्म की दुनिया में दस्तक की ये तो हमने गैंगस्टर में कहानी सुनील राठी के पहले पार्ट में बता दी। अब दूसरे चरण में हम आपको बताएँगे की सुनील राठी जरायम की दुनिया में अपने नाम का विस्तार पश्चिमी यूपी से आगे निकलकर अन्य राज्यों तक कैसे पहुँचाया। साल 2000 में पुलिस की पकड़ से बचने के लिए सुनील राठी नए-नए राज्य उत्तराखंड पहुंच गया। और उसने अपना ठिकाना पावन नगरी हरिद्वार को बनाया। 


सुनील राठी की पूरी कहानी को जानने के लिए हमारी टीम जब साल 2021 में उसके गाँव पहुंची थी तो उसके वर्चस्व का अंदाज़ लगा। सुनील राठी के घर के बाहर बैठकी चल रही थी। गाँव के मन्निंद लोग वह बैठकर रजनीतक चर्चा कर रहे थे। सुनील राठी के पास बहुत सम्पत्ति है हालाँकि वहाँ मौजूद उसकी एक जहाँ सरकारी बोर्ड लगा हुआ था। जानकारी के मुताबिक़ उस सम्पत्ति पर  संपत्ति अब सरकार सरकार की हो चुकी है, दरअसल उन्ही दिनों योगी सरकार ने सुनील राठी की संपत्ति सीज करने का आदेश दिया था, जिसकी कुल कीमत थी 1.2 करोड़ रुपए बताई गई थी। 


सुनील ने कब की पहली हत्या 

जरायम की दुनिया में क़दम रखने के बाद सबसे पहली हत्या राठी ने अपने पिता नरेश राठी की हत्या के बदला लेने के लिए फल क़त्ल किया हालांकि इस मामले में नाबालिग होने की वजह से वो बच गया। उसके बाद बागपत के बिजरौल भट्ठे के पास उसने एक शख्स की हत्या कर दी गई थी। वो साल 2006-07 का दौर था। सुनील राठी तब खुद भी एक ईंट भट्टे का मालिक था। राठी के चाचा का दावा है कि जब मर्डर का इल्जाम सुनील राठी पर आया. उस वक्त वो अपने ईंट भट्टे पर मौजूद था और मजदूरों से काम करवा रहा था। 


उत्तराखंड में कैसे शुरू हुआ गैंग का काम 

सुनील राठी के नाम के आगे सबसे पहले कुख्यात हरिद्वार में ही लगा, साल 2000 में राठी हरिद्वार आया और यहां उसने कई लोगों ने मुलाकात कर अपना नेटवर्क खड़ा कर दिया। 2014 में सुनील राठी हरिद्वार पुलिस की लिस्ट में मोस्ट वांटेड छठे नंबर का गैंगस्टर बन गया। यही नहीं राठी गैंग गढ़वाल का नंबर वन गैंग बन गया। सुनील राठी ने हरिद्वार से लेकर रुड़की तक कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया। साल 2011 में उसने रुड़की जेल के बाहर डिप्टी जेलर नरेंद्र सिंह की हत्या की हत्या हुई। सुनील राठी ने सुपारी लेकर नरेन्द्र की हत्या करवा दी। जल्द ही राठी ने अपने गैंग में कई शार्प शूटर रख लिए। जिनकी मदद से राठी जेल से अपना नेटवर्क ऑपरेट करने लगा। कहा जाता है कि नीरज बवाना से लेकर अमित भूरा तक सब के सब सुनील राठी के हुक्म मानने लगे। 

मुन्ना बजरंगी की हत्या से फिर चर्चा में आया राठी 

11 जुलाई 2018 उसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक जिले बागपत की जेल में एक गैंगवार हुआ। गैंगवार में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुनील राठी को लेकर एक से एक कहानियां बनाई जाने लगी। उसमें एक कहानी ये भी थी कि दुर्दांत सुनील राठी के भाई अरविंद राठी के साथ पूर्वांचल की जेल में मुन्ना बजरंगी के गुर्गों ने मारपीट की थी। जिसका बदला सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी को मारकर पूरा कर लिया। 

राठी की लव लाइफ़ भी है काफ़ी फ़िल्मी 

जुर्म की दुनिया का कोई भी बड़ा नाम क्यों न हो लेकिन अगर चर्चा उसकी लव लाइफ़ की न करें तो पूरी कहानी अधूरी रह जाती है। इस मामले में सुनील राठी बाकी गैंगस्टर्स से दो कदम आगे निकल गया मेरठ की रहने वाली एक लेडी वकील का दिल सुनील राठी ने चुरा लिया। वकील हर तारीख पर उसकी पैरवी करने जाया करती थी। एक दिन दोनों ने शादी रचा ली। उस वक्त सुनील राठी का पूरा परिवार जेल में था। अब अगर आप सुनील राठी से जुड़ी और भी क़िस्सों को विस्तार से जानना चाहते हो नीचे दिए गए Link पर जाकर click करें पूरी स्टोरी देखें। बाहुबली और गैंगस्टर से जुड़ी सीरिज़ देखने के लिए NMF NEWS के गैंगस्टर प्लेलिस्ट पर ज़रूर जाएँ। 
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