Police की सख्ती से विभव ने खोला भयंकर राज, CM हाउस से सबूत जब्त!।Kadak baat।
केजरीवाल के पीए विभव कुमार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। क्योंकि अब दिल्ली पुलिस ने सीएम केजरीवाल के हाउस का DVR जब्त कर लिया है ।और विभव के फोन लॉक के खुलवाने की तैयारी की जा रही है।
स्वाति मालीवाल मारपीट कांड और विभव कुमार की गिरफ्तारी ने आम आदमी पार्टी को बुरी तरह फंसा दिया है ।क्योंकि दिल्ली पुलिस के हाथ ऐसे ऐसे सबूत लग गए है जिन्हें देखकर ना सिर्फ जज साहब हैरान है ।बल्कि विभव कुमार का जेल से बाहर आना भी मुश्किल हो गया है । विभव कुमार को पुलिस ने 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है ।इसके साथ ही सीएम हाउस में जाकर दोबारा छानबीन शुरू कर दी है ।अब दिल्ली पुलिस ने सीएम हाउस का डीवीआर जब्त कर लिया है जिसे अब खंगाला जाएगा । सारी फुटेज जुटाई जाएगी ।क्योंकि इससे पहले विभव सिंह ने चालाकी दिखाई और सारे सबूत मिटाने की कोशिश की । खुद इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया।
विभव ने अपना फोन फॉर्मेट किया है ।पासवार्ड नहीं बता रहा है ।इसका मतलब है दाल में बहुत काला है ।और उसी काले राज को छुपाने के लिए विभव कुमार घटना के बाद से भागता रहा । सीएम की शऱण में बचने की कोशिश करता रहा ।लेकिन अब विभव पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है । दिल्ली पुलिस सबूत खोदकर निकाल लेगी ।क्योंकि पुलिस अब केजरीवाल को भी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है ।ऐसे में बीजेपी का कहना है कि जिस हिसाब से सीएम साहब विभव के साथ खड़े हैं । उससे तो लग रहा है कि केजरीवाल कुछ बड़ा छुपाने की कोशिश कर रहे हैं
खैर अब केजरीवाल कुछ छुपा रहे हैं ।या फिर विभव कुछ दबाने की कोशिश कर रहा है। इसका खुलासा दिल्ली पुलिस जल्द ही करने वाली है। तमाम चीजें घटना के वक्त की पुलिस के कब्जे में आ चुकी है ।
आरोपी ने खुलासा किया है कि उसने अपना मोबाइल मुंबई में फॉर्मेट किया था । आरोपी के मुताबिक वह Apple का iPhone 15 यूज कर रहा था, जो पासवर्ड प्रोटेक्टेड है ।अभियुक्त की व्यक्तिगत उपस्थिति और सहायता के बिना फोन और इसके डेटा तक नहीं पहुंचा जा सकता है ।
मोबाइल डेटा के एक्सेस करने और आरोपी के मोबाइल फोन के फॉर्मेटिंग के तथ्य का पता लगाने के लिए उसे एक्सपर्ट के पास ले जाना होगा, जो सबूत का अहम हिस्सा है
आरोपी के दावे के मुताबिक, वो मुख्यमंत्री दिल्ली के निजी सचिव के रूप में कार्यरत है, लेकिन उसकी सेवाएं सक्षम प्राधिकारी द्वारा पहले ही
समाप्त कर दी गई हैं । इस पर भी पूछताछ की जानी है कि विभव सीएम आवास में कैसे काम करते रहे, जो सुरक्षा की दृष्टि से भी संवेदनशील जगह है ।
आरोपी विभव ने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि वह किसके अधीन रह कर वहां काम कर रहा है और इस संबंध में कोई लिखित आदेश भी नहीं दिखाया ।
CCTV फुटेज के मुताबिक रासंगिक समय और अवधि का फुटेज खाली पाया गया है और अहम सबूतों के साथ छेड़छाड़ से इंकार नहीं किया जा सकता है ।
खैर विभव कुमार जांच में सहयोग ना कर पुलिस प्रशासन को परेशान करने का काम कर रहा है । खैर अब पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बिना किसी उकसावे के आखिर इस मारपीट की वजह क्या थी ।पुलिस इस वारदात के पीछे दूसरे लोगों की भूमिका की भी जांच करेगी ।और विभव का फोन फार्मेट होने की वजह से यही सवाल खड़ा हो गया कि आखिर फोन में ऐसे क्या सबूत थे कि विभव ने तुरंत डिलीट किए ।क्या मारपीट के आलावा स्वाति मालीवाल कुछ और भी छुपाने की कोशिश कर रही हैं ।
सबूत मिटोने के चक्कर में विभव पूरी पार्टी को ले डूबे हैं ।क्योंकि अब स्वाति मालीवाल पर दबने वाली नहीं है ।उन्होंने भी अपने साथ हुई हिंसा के खिलाफ आवाज तेजी से बुलंद कर ली है ।स्वाति मालीवाल का गुस्सा इसलिए भी सातवें आसमान पर है । क्योंकि केजरीवाल ने उनका साथ छोड़ गुंडागर्दी दिखा रहे विभव का साथ दिया । जो बात बर्दाश्त के काबिल नहीं है ।जल्द स्वाति मालीवाल थप्पड़ कांड में पुलिस बड़ा खुलासा करने वाली है ।