अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हुई AAP! कुमार विश्वास संभालेंगे कमान?
सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें वो ये इशारा दे रहे हैं कि AAP अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ हो गई है!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट ने ज़बरदस्त झटका देते हुए ऐलान कर दिया है कि गिरफ़्तारी अवैध नहीं है, गिरफ़्तारी वैध है। कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद अब केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट से अपने हक़ में फ़ैसला मिलने की उम्मीद कर रहे केजरीवाल को एक और झटका उस वक़्त लगा जब दिल्ली की राउज एवेन्यु कोर्ट ने उनकी उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने अपने वकील से मुलाक़ात करने के लिए हफ़्ते में पांच दिन का वक़्त मांगा था लेकिन कोर्ट ने इजाज़त देने से इंकार कर दिया। केजरीवाल हफ़्ते में दो ही दिन अपने वकील से मुलाकात कर पाया करेंगे। 24 घंटे में कोर्ट से लगे केजरीवाल को इन दो झटकों ने आप को हिलाकर रख दिया।
लगातार लग रहे झटकों ने आप नेताओं के हौसले को हिलाकर रख दिया है। हालात अब ऐसे हो गए हैं कि आम आदमी पार्टी में घमासन की स्थिति पैदा हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने तो ये खुलासा तक कर दिया कि आप में अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ ही विद्रोह शुरु हो गया है और एक बार फिर कुमार विश्वास को संयोजक बनाए जाने की मांग हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के वकील ने एक पोस्ट शेयर किया जिसमें केजरीवाल और कुमार विश्वास की तस्वीर है। इस तस्वीर पर लिखा है- आप में घमासान, केजरीवाल को हटाने की मांग करने वाले की छुट्टी, कुमार को बनवाना चाहते थे संयोजक।
इस पोस्ट के साथ अश्विनी उपाध्याय ने लिखा- AAP में घमासान, अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ विद्रोह…डॉक्टर कुमार विश्वास को संयोजक बनाने की मांग। आपको बता दें अरविंद केजरीवाल के पुराने साथी रहे कुमार विश्वास ने भले ही केजरीवाल की सच्चाई जानकर उनसे नाता तोड़ लिया था लेकिन आधिकारिक तौर पर वो पार्टी से अलग नहीं हुए हैं। इसके अलावा ख़बर ये भी है कि ईडी कथित शराब घोटाला मामले में सिर्फ़ केजरीवाल ही नहीं बल्कि आप को भी आरोपी बना सकती है । शायद इसीलिए इस तरह की मांग उठाई जा रही है। किसी बुद्धिजीवी से अगर आप इस मुद्दे पर बात करेंगे तो वो आपको अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देने लगेगा। आपको याद होगा अटल बिहारी वाजपेयी लंबे वक़्त तक राजनीति से दूर हो गए थे लेकिन फिर अचानक कम बैक किया और प्रधानमंत्री बन गए।
कुमार विश्वास को आप संयोजक बनाए जाने को लेकर पहली बार मांग नहीं हो रही है बल्कि साल 2014 में भी ये मांग पुरज़ोर तरीक़े से उठी थी। साल 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान ये मांग उठाई गई थी कि केजरीवाल को संयोजक पद से हटाया जाए और कुमार विश्वास को संयोजक बनाया जाए। ख़ुद अश्विनी उपाध्याय ने भी ये मांग उठाई थी। बहरहाल फिर से उठ रही ये मांग किस तरह से साकार होगी ये देखना तो दिलचस्प रहेगा। फ़िलहाल आपको क्या लगता है क्या आपके हिसाब से कुमार विश्वास को पार्टी का संयोजक बनाया जाना चाहिए ? कमेंट करके अपनी राय हमें जरुर दें।