बिभव कुमार कैसे बन गए केजरीवाल के ख़ास ? सीएम आवास में उनके आदेश के बिना पत्ता भी नहीं हिलता !
बिभव कुमार कैसे बन गए केजरीवाल के ख़ास? परछाई की तरह केजरीवाल के साथ कैसे बिभव कुमार ?
स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में फंसे केजरीवाल के पूर्व पीए बिभव कुमार से लागातार पूछताछ हो रही है, जिसके बाद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी टेंशन में है, इसीलिए बिभव की गिरफ़्तारी के बाद सड़कों पर निकलकर प्रदर्शन किया जा रहा है, ऐसे में सवाल उठता है कि, जो मालीवाल केजरीवाल का हर मुश्किल में साथ देती रही, आम आदमी पार्टी के लिए जी जान लगाई, आज जब वही मालीवाल मुश्किल में हैं तो केजरीवाल इतने ख़ामोश क्यों हैं और सिर्फ़ बिभव कुमार के साथ ही क्यों खड़े हैं।
ये तमाम सवाल हर एक के ज़हन में चल रहा है, क्योंकि बिभव कुमार को आम आदमी पार्टी के मुखिया का सबसे करीबी माना जाता है, लंबे वक्त से केजरीवाल के साथ रहने वाले बिभव इतने मज़बूत कैसे हो गए कि, एक राज्य सभा सांसद पर हाथ उठा दिया वो भी सीएम आवास पर, दिल्ली सचिवालय सीएम के कैंप कार्यालय, पार्टी पदाधिकारियों, मीडिया और अन्य लोगों चीजों को देखने वाले बिभव में इतनी हिम्मत कैसे आ गई कि वो किसी नेता पर हाथ उठा दें ।
बिभव कुमार का रसूख ?
2015 में AAP की जीत के बाद बिभव कुमार को केजरीवाल का निजी सचिव नियुक्त किया गया था, तबसे लगातार वो केजरीवाल के कामकाज को देख रहें हैं, बिभव कुमार का इतना रसूख़ रहा कि अगर कोई केजरीवाल से मिलना चाहता था तो उसे पहले बिभव के पास जाना पड़ता था, इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि बिभव आम आदमी पार्टी में कैसा रसूख़ रखते थे और इसी रसूख़ के चक्कर में वो इतना आगे बढ़ गए कि एक सांसद पर हाथ उठा दिया ।
विवादों से रहा पुराना नाता
सतर्कता निदेशालय ने टाइप VI बंगला एलॉट करने पर सवाल उठाए थे, बताया गया कि बंगला नियमों का उल्लंघन करके दिया गया, इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने बंगले का आवंटन रद्द कर दिया, इसके अलावा बिभव से दिल्ली में लागू की गई शराब नीति को लेकर भी पूछताछ की गई थी, अप्रैल में सतर्कता विभाग ने एक लोक सेवक के काम में बाधा डालने के 2007 के एक मामले का हवाला देते हुए केजरीवाल के निजी सचिव के रूप में बिभव कुमार की सेवाओं को समाप्त कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली ।
ये तो रही बिभव कुमार के बार में जानकारी, वहीं कुमार विश्वास कहते हैं कि, केजरीवाल के सबसे बड़े राज़दार पहले दिन से ही बिभव कुमार है, the infamous बिभव कुमार, इससे अंदाजा लगा लीजिए कि बिभव कुमार की पॉवर क्या रही है केजरीवाल के सहयोगी के रुप में, खैर आज बिभव कुमार सलाख़ों के पीछे हैं, लगातार पूछताछ हो रही है, जिसके बाद केजरीवाल हंगामा काटे हुए हैं, देखना होगा कि आगे आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की कितनी मुसीबतें बढ़ती है, अभी इस खबर पर आपकी क्या राय है कमेंट में जरुर बताएं ।