मनोज तिवारी का बड़ा दावा! AAP के 100 से ज्यादा लोगों ने थामा भाजपा का दामन
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि AAP के 100 लोगों ने 'कमल ' थाम लिया है।
लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक दलों ने अपने चुनावी प्रचार प्रसार को तेज़ कर दिया है। अब चुनावी प्रचार तेज़ हुआ है तो फिर बयानबाज़ी का दौर भी तेज़ हो गया है। इसी बीच बीजेपी के मौजूदा सांसद और एक बार फिर से 2024 में बीजेपी के टिकट पर चुनावी ताल ठोकने जा रहे मनोज तिवारी ने एक बड़ा खुलासा कर दिया। ये खुलासा उन्होंने उस वक़्त किया जब वो एक न्यूज़ चैनल के पत्रकार से बात कर रहे थे।
मनोज तिवारी ने पहले तो दावा किया कि पार्टी 25 साल बाद सत्ता में आएगी। उन्होंने वादा किया कि हम पहले कार्यकाल में ही दिल्लीवालों की 90 प्रतिशत समस्याओं को हल कर देंगे।इसके अलावा दिल्लीवासियों को अतिरिक्त छूट दी जाएगी। मनोज तिवारी ने 2025 में सरकार बनाने का दावा भी पेश किया। इसी बीच उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यलय के उद्धाटन के मौक़े पर 100 से ज़्यादा आप नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है। मनोज तिवारी ने हरीश चौधरी का नाम लेकर कहा कि अलग अलग क्षेत्रों और मंडल के आप नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है।
मनोज तिवारी के इस बयान के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ है। ये बयान मनोज तिवारी का ऐसे वक़्त में आया है जब हाल ही में मध्यप्रदेश की राजनीति के धुरंधर नेता नरोत्तम मिश्रा ने हाल ही में कहा था कि एक महीने में 1 लाख से भी ज़्यादा कांग्रेसी बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं। नरोत्तम मिश्रा के इस दावे पर एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तो उन्हें खुली चुनौती दे डाली थी। जीतू पटवारी ने पूछा था कि लिस्ट जारी की जाए किस किस कांग्रेसी ने बीजेपी ज्वाइन की। हालाँकि दिल्ली में ये सवाल अभी तक मनोज तिवारी से कोई नहीं पूछ पाया है, शायद इसलिए क्योंकि केजरीवाल और उनके नेता अभी दूसरी चीजो में उलझे हुए हैं।
दरअसल केजरीवाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। पिछले 24 घंटे में उनकी दो ज़मानत याचिका ख़ारिज हो गई हैं। पहली याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में ख़ारिज हुई जिसमें केजरीवाल की गिरफ़्तारी को अवैध बताया गया था। दूसरी याचिका दिल्ली की राउज एवेनयु कोर्ट में ख़ारिज हुई जिसमें केजरीवाल ने अपने वकील से हफ़्ते में पाँच दिन की मुलाक़ात की इजाज़त माँगी थी। कोर्ट ने उन्हें हफ़्ते में दो ही दिन की इजाज़त दी है। एक तरफ़ ये चर्चा चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ़ एक अलग ही माँग उठा दी गई है।
ये मांग है डॉक्टर कुमार विश्वास को आप संयोजक बनाने की। लेकिन अब ये बातें कहां से आई ? ये भी आपको बताते हैं। अरविंद केजरीवाल के पुराने साथी रहे कुमार विश्वास ने भले ही केजरीवाल की सच्चाई जानकर उनसे नाता तोड़ लिया था लेकिन आधिकारिक तौर पर वो पार्टी से अलग नहीं हुए हैं। इसके अलावा ख़बर ये भी है कि ईडी कथित शराब घोटाला। मामले में सिर्फ़ केजरीवाल ही नहीं बल्कि आप को भी आरोपी बना सकती है….शायद इसीलिए इस तरह की मांग उठाई जा रही है।
किसी बुद्धिजीवी से अगर आप इस मुद्दे पर बात करेंगे तो वो आपको अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देने लगेगा। आपको याद होगा अटल बिहारी वाजपेयी लंबे वक़्त तक राजनीति से दूर हो गए थे लेकिन फिर अचानक कम बैक किया और प्रधानमंत्री बन गए। खैर, अब केजरीवाल का क्या होगा क्या नहीं ये तो वक़्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल आप इस ख़बर को लेकर क्या राय रखते हैं कमेंट करके अपनी राय हमें जरुर दें।