Kejriwal पर तगड़ा खुलासा, साथी भी छोड़ने लगे साथ, टेंशन में पत्नी सुनिता!
रोड शो के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुनीता केजरीवाल ने कहा,'मेरे पति को जबरदस्ती जेल में डाला गया है । गुजरात में चैतर को भी जेल में डाला गया था । कह रहे हैं कि जांच चल रही तो क्या 10 साल जेल में रखा जाएगा। जब तक जांच चलेगी, ये जेल में रखते हैं । ये तानाशाही है ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री पिछले चालीस दिनों से सलाखों के पीछे है ।लेकिन पत्नी सुनिता केजरीवाल पति कि गैरमौजूदगी का किसी को भी एहसास नहीं होने दे रही है। हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक से तमाचा खाने के बाद भी पूरी आम आदमी पार्टी केजरीवाल को कट्टर ईमानदार दिखाने की पूरी कोशिश कर रही है। लेकिन असर कुछ नहीं हो रहा। जनता लगातार सच्चाई से रुबरु हो रही है।नेता साथ छोड़ कर जाने लगे है। साथी पार्टियों के नेता भी केजरीवाल को भष्टाचारी बताकर भागने लगे है ।लेकिन सुनिता केजरीवाल पति को ईमानदार बताकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रही है।अब देखना होगा कि ये जो थोडी बहुत सहानुभूति मिल रही है वो वोटों में तब्दील होती है या नहीं।क्योंकि पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को वोटों से भूनाने की भरपूर कोशिश की है।और बीड़ा उठाया है सुनिता केजरीवाल ने। देशभर में वो लोकसभा के चुनाव का प्रचार कर रही है।और इसी कड़ी में सुनिता केजरीवाल गुजरात पहुंची।गुजरात जाकर लोगों से भावूक अपील की।और कह दिया कि क्या केजरीवाल को दस साल जेल में रखा जाएगा।
तो सुनिता केजरीवाल को बता दें के उनके पति ने ईडी के नौ नोटिसों की धज्जिंया उड़ाई थी।और केजरीवाल एक प्रभावी व्यक्ति है । जांच को प्रभावित कर सकते है। इसलिए जेल से बाहर नहीं आ पा रहे है।सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकीलों से जब हमने इस बारे में बात कि तो पता चला कि अगर केजरीवाल पहले या दूसरे या तीसरे समन पर भी ईडी के सामने पेश हो जाते तो हो सकता था कि केजरीवाल को अंतरिम बेल मिल सकती थी।ईडी अदालत के सामने कह सकती थी कि हां वो समन पर पेश हुए थे। लेकिन जब केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए, उपर से हर समन पर बहानेबाजी अलग करते रहे।ईडी का कहना है कि केजरीवाल एक मुख्यमंत्री है, एक प्रभावी व्यक्ति है।और वो सबूतो और गवाहों से छेड़छाड़ कर सकते है ।उनहे प्रभावित कर सकत है।साथ ही जब 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया, और उसके बाद जब कोर्ट में ईडी और केजरीवाल के वकीलों की बहस हुई ।ईडी ने कोर्ट को बताया कि असली किंगपिन अरविंद केजरीवाल ही है ।साउथ लॉबी से जो पैसा आया ।सारा पैसा हवाला के जरिए आया और फिर हवाला के जरिए ही गोवा के चुनाव में पहुंचा। ईडी ने अपने दस्तावेजों में पैंतालिस करोड़ रुपए गोवा चुनाव में खर्च करने की बात कही ।साउथ लॉबी के साथ जो मीटिंग हुई जिस होटल में हुई ।सब फूटेज ईडी के पास है। जिन लोगों ने हवाला के जरिए पैसा पहुंचाया, उन सब के सबूत ईडी के पास है। और वो कोर्ट के सामने रखे जा चुके है ।हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि प्रथम दृष्टतया सबूतो को देखने से पता चलता है कि केजरीवाल इस मामले में सीधे तौर पर लिप्त है। लेकिन अरविंद केजरीवाल अपने हितों के लिए, अपने शीशमहल को बचाने के लिए, सत्ता का सुख भोगने के लिए कुर्सी से चिपके हुए है।और उनके तमाम बड़े नेता केजरीवाल को कट्टर ईमानदार बताने की हर कोशिश कर रहे है। साथ ही आपको ये भी बता दे कि केजरीवाल की जो अगली सुनवाई सात मई को होनी है ।उसमें सुप्रीम कोर्ट केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुनवाई कर सकता है। क्योंकि कोर्ट ने ईडी से कहा है कि इस सुनवाई पर आप तैयार होकर आए। कोर्ट का कहना है कि केजरीवाल अपनी पार्टी के संयोजक है। और इस बात को आधार मानकर केजरीवा की बेल पर सुनवाई की जा सकती है। ध्यान रहे अंतरिम जमानत पर। क्योंकि 25 मई को दिल्ली में चुनाव होना है। तो देखने वाली बात होगी की क्या होता है केजरीवाल की अगली सुनवाई में। केजरीवाल को जमानत मिलती है या नहीं।