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क्या भगवाधारी योगी के हाथों यूरोप का नक्शा बदल जाएगा ? पीटर हार्क्स की भविष्यवाणी

दुनिया की नजरों में आई “वर्ल्ड ऑफ़ पीटर हर्कोस”, यूरोप की दुनिया में बड़ा बदलाव, योगी के हाथों लिखा है कुछ बड़ा हॉलैंड भविष्यवक्ता की अकाट्य भविष्यवाणी।देखिये सिर्फ़ धर्म ज्ञान पर
क्या भगवाधारी योगी के हाथों यूरोप का नक्शा बदल जाएगा ? पीटर हार्क्स की भविष्यवाणी

पीएम मोदी की ढाल बन चुके भगवाधारी योगी आज की डेट में उनके सबसे भरोसेमंद चेहरे हैं। तभी तो इस बात का खूब प्रचार करते हैं कि पीएम मोदी केवल सपने ही नहीं , हकीकत बुनते हैं’। जनता के बीच जाकर मोदी गारंटी का मतलब समझाते हैं, मोदी की गारंटी में 12 करोड़ किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि, 4 करोड़ गरीबों को आवास, 10 करोड़ गरीबों के घर में रसोई गैस का सिलेंडर, 12 करोड़ के घरों में शौचालय की व्यवस्था, 80 करोड़ गरीबों को फ्री राशन और 60 करोड़ गरीबों को 5 लाख की स्वास्थ्य बीमा का कवर गिनाते हैं और सबसे दिलचस्प बात ये कि पीएम मोदी की राह पर चल पड़े योगी बाबा 2047 तक आत्मनिर्भर भारत का नारा बुलंद कर चुके हैं। 2024 में 2047 की नींव पड़ चुकी है, लेकिन क्या मंज़िल तक पहुँचाने वाले सारथी का काम क्या योगी बाबा करेंगे ? इसी एक सवाल का जवाब हॉलैंड भविष्यवक्ता पीटर हर्कोस की भविष्यवाणी में छुपा है, ना सिर्फ़ आत्मनिर्भर भारत दिखेगा, बल्कि इसी हिंदू राष्ट्र से समूचा यूरोपीय सनातन हो जाएगा। अब क्या 44 यूरोपीय देशों के नक़्शे से मिटने का समय आ चुका है, क्या है ये पूरा मामला ,आईये आपको बताते हैं।

विदेशी भविष्यवक्ताओं की लिस्ट में एक नाम ऐसा है, जिसने भारत की सनातन संस्कृति को पहले समझा फिर उसे महसूस किया और उसके बाद जो भविष्यवाणी की है, आज वो सत्यता की कसौटी से महज़ एक कदम की दूरी पर है। भारत में आध्यात्मिकता और धार्मिकता की एक लहर उठेगी जो पूरे विश्व में छा जाएगी. हिंदू बहुल भारत वर्ष पूरी दुनिया का प्रतिनिधित्व करेगा और दहशतगर्द समूहों को पराजित करेगा।ये एक-एक शब्द किसी और के नहीं, बल्कि हॉलैंड भविष्यवक्ता पीटर हर्कोस के हैं, ये वहीं हॉलैंड भविष्यवक्ता है, जिन्होंने विदेशी होने के बावजूद यूरोप की सनातनमय तस्वीर दिखाने की कोशिश की पीटर हर्कोस मूल रूप से हॉलैंड के रहने वाले थे, लेकिन ख़ुद की यूरोपी दुनिया के लिए सनातन की बात करते थे। इनके भविष्यवक्ता बनने के पीछे की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। 


1911 में जन्में पीटर हर्कोस का एक हादसे में पैर फिसला और 50 फ़ीट नीचे से गिर गये, चोट इतनी गहरी थी कि पीटर 6 दिन कोमा में रहे। जब उन्हें होश आया तो उनकी याददाश्त जा चुकी थी। डॉक्टरों ने बताया की कुछ दिन के इलाज के बाद शायद वो ठीक हो जाए। इसी दौरान पीटर के बेड के बगल में एक मरीज ठीक होकर लौट रहा था। पीटर ने जैसे ही उस मरीज से हाथ मिलाया। उनकी जिंदगी बदल गई। उन्हें वो चीजें महसूस होने लगी जो किसी को भी हैरत में डाल सकती थी। जीस तरह महाभारत में संजय महल में बैठकर ही कुरुक्षेत्र में हो रहे युद्ध का आँखों देखा हाल बता सकते थे। ठीक उसी तरह पीटर के अंदर भी एक देवी शक्ति आ गई थी। शुरुआत में तो पीटर हर्कोस पर कोई विश्वास नहीं करता था, लेकिन जैसे-जैसे उनके मुँह से निकली बातें हक़ीक़त का चोला पहनने लगी, दुनिया में उनकी ख्याति बढ़ती गई। अपने भीतर की इसी दैवीय शक्ति के आधार पर उन्होंने भारत के कल की भविष्यवाणी की और डंके की चोट पर ये बोले कि भारत में आध्यात्मिकता और धार्मिकता की एक लहर उठेगी और ये पूरे विश्व में छा जाएगी। हिंदू बहुल भारत वर्ष पूरी दुनिया का प्रतिनिधित्व करने वाला देश बनेगा। मूल सनातन हिंदुत्व का पूरी दुनिया में डंका बचेगा। जो अपनी शांति और आध्यात्मिक शक्तियां से दुनिया का गुरु बनेगा। भारत में बहुसंख्यक अध्यात्मिक लोगों के प्रभाव और शक्ति से दहशतगर्द समूहों को पराजित होना पड़ेगा और भारत पूर्ण रूप से हिंदू राष्ट्र में बदल जायेगा।


पीटर हर्कोस की ये एक-एक शब्द , उन्हीं की लिखी किताब वर्ल्ड ऑफ़ पीटर हर्कोस में मौजूद है, पीटर हर्कोस की इस भविष्यवाणी से ये साफ़ है कि ना सिर्फ़ भारत आधिकारिक तौर पर हिंदू राष्ट्र घोषित होगा, लेकिन हिंदुत्व का परचंम इस कदर लहराएगा कि यूरोप में आने वाले 44 देश भी सनातनमय हो जाएँगे।अतीत में पीटर हर्कोस जैसी ऐसी बहुत सी हस्तियाँ रही हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म का डंका बजने की भविष्यवाणी की ना सिर्फ़ इस्लामिक राष्ट्र बल्कि यूरोपीय देशों के भी सनातन होने की बात कही है।

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