आखिर क्यों इन जगहों पर होली का नाम भी नहीं लिया जाता ?

रंगों का यह त्योहार: दुनिया भर में मनाया जाता है
रंगों का यह त्योहार दुनिया भर में धूमधाम से मनाया जाता है और यह त्योहार लोगों की दुश्मनी को भी खत्म करता है। इसलिए एक ऐसी कहावत है कि होली में दुश्मन भी दोस्त बन जाते हैं। होली को पसंद करने वाले लोग बड़ी उत्सुकता से इस त्योहार का इंतजार करते हैं, लेकिन हरियाणा, उत्तराखंड और गुजरात के कुछ गाँव हैं जहाँ होली नहीं मनाई जाती है। होली वाले दिन सब सुनसान और लोग अपने घरों में ही रहते हैं।
उत्तराखंड के इस गाँव में होली मनाना पाप है
वैसे तो उत्तराखंड के लोगों को होली मनाना बहुत पसंद होता है, लेकिन उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में खुरजान और क्विली गाँव में होली को महत्व नहीं दिया जाता है। इसका कारण यह नहीं है कि इस गाँव में मुस्लिम लोग रहते हैं, बल्कि इसका कारण है कि यहाँ के लोग अपनी कुल देवी माता को बहुत मानते हैं और मान्यता है कि माता को शोर-गुल पसंद नहीं है। अगर इस गाँव में होली मनाई गई तो कुल देवी माँ अपने क्रोध से इस गाँव का विनाश कर देंगी। इस कारण इस गाँव में लगभग 150 सालों से होली नहीं मनाई गई है।
गुजरात में होली का श्राप
गुजरात का एक गाँव ऐसा है जहाँ आज भी होली नहीं मनाई जाती है और इस गाँव का नाम है रामसन। इस गाँव में होली मनाए 200 साल हो चुके हैं और आज तक यहाँ होली नहीं मनाई जाती। कारण यह बताया जाता है कि करीब 200 साल पहले होलिका दहन वाले दिन इस गाँव में भीषण आग लग गई और कई घर जलकर राख हो गए। और दूसरा कारण यह बताया जाता है कि एक बार इस गाँव में साधु-संत आए और किसी वजह से बेहद नाराज हो गए और उन्होंने इस गाँव को श्राप दे दिया कि अगर यहाँ होलिका दहन किया जाएगा तो यह गाँव जलकर राख हो जाएगा। तभी से इस गाँव में होली नहीं मनाई जाती है।
हरियाणा में इस गाँव में नहीं मनाते होली
जानकारी के मुताबिक हरियाणा में भी एक ऐसा गाँव है जहाँ लगभग 300 सालों से होली नहीं मनाई गई है, और कारण यह बताया जाता है कि होलिका दहन के दौरान कुछ ऋषि-मुनियों ने इस गाँव को श्राप दे दिया था कि जो भी होली मनाएगा उसका परिणाम बुरा होगा। लेकिन इसका निवारण यह बताया जाता है कि अगर होली वाले दिन इस गाँव में किसी बच्चे या गाय के बछड़े ने जन्म ले लिया तो होली मनाई जा सकती है, लेकिन 300 साल बीत चुके हैं और आज तक न कोई बछड़ा हुआ है और न ही कोई बच्चा हुआ है।
भारत में होली की धूम-धाम वाले स्थान
यह तो बात रही उन गाँवों की जहाँ होली नहीं मनाई जाती, अब बात करते हैं भारत के उन राज्यों की जहाँ होली बड़े धूम-धाम से मनाई जाती है। आपको बताते चलें कि भारत में होली मनाने का सर्वश्रेष्ठ स्थान है:
मथुरा और वृंदावन: मथुरा और वृंदावन की होली पूरे विश्व में मशहूर है, यहाँ की होली का रंग इतना गहरा होता है कि लोग विदेशों से भी होली मनाने आते हैं। यहाँ फूलों की होली, लठ्ठमार होली और ब्रजभाषा की मशहूर लड्डू होली, बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। हर तरफ गुलाल, नृत्य और संगीत के साथ होली मनाई जाती है।
वाराणसी की घाट होली: वाराणसी की घाट होली में साधु और अघोरी चिताओं की भस्म से होली खेलते हैं। इस होली का नजारा देखने में बड़ा अद्भुत लगता है। ये अघोरी चिताओं की भस्म को अपने शरीर पर लगाए हुए दिखाई देते हैं, भस्म लगाए झूमते हुए ये अघोरी ज्यादातर घाटों पर दिखाई देते हैं।
दिल्ली में होली के रंग: दिलवालों की दिल्ली की तो बात ही अलग है। यहाँ तो शानदार तरीके से होली मनाई जाती है। होली की पार्टियों में झूमते हुए लोग, लाइव गाने, डीजे की ऐसी धुन की आपको नाचने पर मजबूर कर दे। होली के रंग हो या फिर होली के स्वादिष्ट पकवान, आपको हर जगह देखने को मिल जाएंगे।