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Muzaffarnagar बवाल के बीच Modi की Kashi मुसलमानों ने कांवड़ियों पर बरसाए फूल

कुछ कट्टरपंथी मुसलमान योगी सरकार के फरमान पर मुजफ्फरनगर में जहां बवाल मचाए हुए हैं।तो वहीं दूसरी तरफ महादेव की नगरी काशी से एक ऐसी तस्वीर सामने आई,जहां भोलेनाथ के भक्तों पर मुसलमान गुलाब के फूल बरसाते नजर आए
Muzaffarnagar बवाल के बीच Modi की Kashi मुसलमानों ने कांवड़ियों पर बरसाए फूल

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक आदेश दिया कि कांवड़ रूट पर पड़ने वालीं सभी दुकानों के मालिकों को अपनी दुकानों पर खुद के साथ साथ दुकान पर काम करने वालों के नाम भी लिखने होंगे और ये आदेश सिर्फ एक समुदाय के लिए नहीं आया। सभी दुकानदारों पर एक समान लागू किया गया लेकिन इसके बावजूद कुछ कट्टरपंथी मुसलमान योगी सरकार के इस फरमान पर बवाल मचाए हुए हैं।तो वहीं दूसरी तरफ महादेव की नगरी काशी से एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जहां भोलेनाथ के भक्तों पर मुसलमान गुलाब के फूल बरसाते नजर आए।

काशी में मुसलमानों ने पेश की मोहब्बत की मिसाल

देवों के देव महादेव की नगरी काशी को यूं ही गंगा जमुनी तहजीब का शहर नहीं कहा जाता है। इसी काशी में भोलेनाथ के लिए मुसलमान परिवार पगड़ी बनाता है और वही पगड़ी पहन कर बाबा विश्वनाथ माता पार्वती का गौना कराने जाते हैं, तो वहीं इसी काशी में दूर दूर से आए कांवड़ियों पर मुस्लिम समाज फूलों की बारिश भी करता है। कुछ ऐसी है महादेव की नगरी काशी, जहां सोमवार के दिन जल लेकर महादेव के भक्त जब काशी में पधारे तो यहां उनके स्वागत के लिए हिंदुओं के साथ साथ मुस्लिम समाज के लोग भी भारी तादाद में नजर आए।

कांवड़ियों के स्वागत में लगे मुस्लिम समाज के लोगों में,किसी के हाथ में तिरंगा था, तो किसी के हाथ में फूलों की थाल थी।जो धर्म और आस्था के साथ साथ देशभक्ति की मिसाल भी पेश कर रहा था। तो वहीं कांवड़ियों पर गुलाब के फूल बरसाने वाले आसिफ अहमद ने बताया हम इसलिये फूल बरसा रहे हैं जिससे दूर दूर से आए शिव भक्त जब वापस जाएं तो ये संदेश लेकर जाएं कि हिंदुस्तान में हम सबको मिल जुल कर रहना है।

भीषण गर्मी में कांवड़िया लेकर आ रहे शिव भक्तों पर मुस्लिम समुदाय के लोग फूल बरसाने के साथ साथ उन्हें पानी की बोतल भी दे रहे हैं। जिससे वो अपनी प्यास बुझा सकें और ये कोई पहली बार नहीं है।जब जब सावन आता है और कांवड़िया लेकर शिव भक्त आते हैं, ये मुस्लिम समाज उनकी इसी तरह से सेवा करता है। काशी से आई तस्वीरें उन कट्टरपंथियों को करारा जवाब है,जो लोग बात बात पर फतवा जारी करने की दुकान चलाते हैं। कम से कम काशी के मुसलमान इन फतवों से नहीं डरते वो अपने धर्म का पालन करते हैं तो वहीं दूसरे धर्मों का सम्मान भी करते हैं।


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