कन्नौज में सपा नेता के मैरिज होम पर चला बुलडोजर, अखिलेश सरकार में क़िले पर किया था कब
कन्नौज में सपा नेता के अवैध क़ब्ज़े पर प्रशासन ने बुलडोजर से कार्रवाई की है यह निर्माण मंदिर मार्ग पर अवैध क़ब्ज़ा कर किया गया था और कई बार नोटिस मिलने के बाद भी सपा नेता ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. तत्कालीन सपा सरकार के दौरान दबंगई का इस्तेमाल करते हुए इस पर अवैध क़ब्ज़ा किया गया था
यूपी में बदमाशी दिखाओगे तो बिलकुल भी छोड़े नहीं जाओगे और अगर अवैध क़ब्ज़े करते पकड़े जाओगे बुलडोज़र से ध्वस्त हो जाओगे। क्योंकि आदित्यनाथ माफियाओं के ख़िलाफ़ ढूंढ ढूंढकर सख़्ती से एक्शन ले रही है। फिर चाहे वो किसी भी पार्टी का कितना भी बड़ा नेता क्यों ना हो। इसी का नतीजा है कि योगी सरकार ने इस बार अखिलेश यादव के करीबी और सपा के क़द्दावर नेता के ग़लत काम को एक मिनट में मिट्टी में मिला दिया। दरअसल इस बार योगी सरकार की रडार पर आए कैश खां। जिसके मैरिज होम पर प्रशासन ने तेज़ी से बुलडोज़र दौड़वाया। तो सपा में भूचाल ही आ गया। सपा नेता कैश खां पर आरोप है कि ।
कैश खां ने मंदिर मार्ग पर स्थित प्राचीन क़िले की ज़मीन पर अवैध मैरिज होम का निर्माण कराया था। इस अवैध क़ब्ज़े की शिकायत नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन से कई बार की गई थी। इसके बाद सपा नेता ने अपने अवैध क़ब्ज़े को बचाने के लिए कोर्ट से सटें ऑर्डर ले लिया था। जब कोर्ट से सटे ऑर्डर की मियाद ख़त्म हुई तो प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। सदर एडीएम और नगर पालिका के ईओ ने भारी पुलिसबल के साथ मौक़े पर पहुंचकर बुलडोजर से अवैध निर्माण गिराया । सपा नेता को प्रशासन ने पहले कई बार नोटिस जारी किया था लेकिन कोई जवाब ना आने के बाद उनके ख़िलाफ़ बुलडोज़र एक्शन लिया गया।
जिस सपा नेता कैश खान के अवैध साम्राज्य को ढहाया गया है। वो अखिलेश यादव के बेहद करीबी बताए जा रहे हैं। सपा सरकार में कैश खां कन्नौज से पार्टी के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। यही वजह है कि जैसे ही उनके मैरिज होम के अवैध निर्माण को ढहाया गया। सपा नेताओं ने बौखलाना शुरू कर दिया। जिस अवैध कब्जे के मुक्त होने पर सपा इतनी बौखला रही है चलिए उस जमीन की सच्चाई भी बता देते हैं। दरअसल ये क़िला जो प्राचीन काल में जयचंद का क़िला हुआ करता था। अब एक मैरिज होम के रूप में तब्दील हो चुका था। धीरे धीरे इस क़ब्ज़े का दायरा बढ़ता गया और सपा नेता ने बड़े इलाक़े को घेर लिया था।इतना ही नहीं। क़ानून की नज़र में जब ये अवैध निर्माण आया। तो सपा नेता का पूरा कुनबा बौखलाया। बड़ी बात तो ये है कि शासन प्रशासन के एक भी नोटिस का जवाब नहीं दिया गया। उलटा हेकड़ी दिखाते हुए कोर्ट की चौखट तक पहुँच गए। लेकिन वहां से भी बच नहीं पाएं। क्योंकि राहत मिली सिर्फ़ कुछ दिनों की। आख़िर में अवैध निर्माण को योगी के बुलडोज़र ने एक झटके में मिट्टी में मिला दिया।अब इस कार्रवाई के बाद सपा नेता की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही है। क्योंकि पुलिस आगे भी सपा नेता के ख़िलाफ़ जाँच पड़ताल शुरू कर सकती है। अगर कहीं कोई भी कमी पाई गई। सपा नेता ही शामत आ जाएगी।