हरतालिका तीज के दिन मेहंदी का डिजाइन चुनना हुआ आसान, मिल गया महिलाओं के लिए सबसे बड़ा समाधान
हरतालिका तीज के दिन अक्सर महिलाएं मेहंदी की डिजाइन को लेकर परेशान रहती हैं, निर्जला व्रत रखने और सज - धज कर काम करने के साथ मेहंदी लगाना और सबसे मुश्किल काम मेहंदी की डिजाइन सेलेक्ट करना होता है। ऐसे में इस परेशानी का हल आपको इस आर्टिकल में मिलने वाला है।
हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता है, और इस साल ये पवित्र त्यौहार 6 सितंबर को मनाया जाएगा, हरतालिका तीज के त्यौहार को लेकर अक्सर महिलाएं काफी उत्सुक रहती हैं, इस दिन महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित व्रत रखती हैं, जो अपने पति की लम्बी आयु, अखंड सौभाग्य और अपने वैवाहिक जीवन में सुख - समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस शुभ त्यौहार के दिन शादी - शुदा महिलाएं ही व्रत रखती हैं जिसकी परंपरा आज भी चलती आ रही है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, शिव - पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं। महिलाएं इस दिन सज धज कर सारे काम करती हैं और ऐसे में सबसे मुश्किल काम महिलाओं के लिए होता है वो ये कि मेहंदी लगाना। हालांकि मेहंदी लगाना कोई बड़ा काम तो नहीं है लेकिन अक्सर महिलाएं मेहंदी की डिजाइन ढूढ़ने में परेशान हो जाती हैं, या फिर उन्हें मेहंदी की कोई अच्छी और बेहतर उनके मन मुताबिक डिजाइन नहीं मिलती।
ऐसे में परेशान होने की जरुरत नहीं है क्योंकि इस आर्टिकल में आपको आपकी परेशानी का हल मिलने वाला है। क्योंकि हम आपके लिए लेकर आये हैं मेहंदी की कुछ ऐसी डिजाइन जिसे आप इस बार हरतालिका तीज पर लगा सकते हैं।
भारतीय मेहंदी डिजाइन (Indian Mehndi Design) -
ज्वेलरी मेहंदी डिजाइन (Jewellery Mehndi Design) -
अरेबिक मेहंदी डिजाइन ( Arabic Mehndi Design) -
टैटू मेहंदी डिजाइन (Tattoo Mehndi Design) -
हरतालिका तीज का मतलब क्या होता है -
दरअसल हरतालिका शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है "हर" यानि हरण और 'आलिका' का मतलब है सखी दोस्त या फिर सखी, यानि कि हरतालिका तीज का मतलब है सखियों द्वारा हरण। जिसे लेकर ऐसी मान्यता है कि एक बार माता पार्वती की जो सहेलियां थी वो माता पार्वती का हरण कर के उन्हें एक घने जंगल में ले के गए थे जहाँ उनका विवाह भगवान शिव से कराया गया था, यही वजह है कि इस पवित्र त्यौहार को हरतालिका तीज कहा जाता है।