1984 में अगर मोदी के हाथ में आती देश की सत्ता, मिलती 400 सीटें तो कैसी होती देश की तस्वीर ? अश्विनी उपाध्याय
1971 में इंदिरा गांधी की जगह अगर मोदी होते, तो आज देश की तस्वीर कैसी होती ? क्या आज का अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा होता ? आज का करतारपुर साहिब पाकिस्तानी हुकूमत से मुक्त होता ? पाकिस्तान से निकला बांग्लादेश क्या भारत के नक़्शे में होता ?इन्हीं सवालों के ईद-गिर्द देश की राजनीति गरमाई हुई है। अब जो कि आख़िरी चरण की वोटिंग बची है और 4 जून के दिन वोटों की गिनती होनी हैं।जिसे देखे हुए देश के कर्मशील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 53 साल बाद देश की अखंडता की गारंटी दी।मतलब ये अब तक जो भारत से छीना गया है, अब उसे वापस लेने का समय आ चुका है। 22 जनवरी के दिन से प्रत्येक राम भक्त की ज़ुबान पर एक ही बात है,राम राज्य आ गया है और इसी राम राज्य में अबकी बार पीएम मोदी के 400 पार करते ही देश में कितना बड़ा परिवर्तन आने वाला है। क्या 400 पार होते ही 4 जून से कलियुग की उलटी गिनती शुरु हो जाएगी ? बदलते भारत की सनातनी तस्वीर क्या कहती है अश्विनी उपाध्याय ने ख़ास बातचीत में बताया।