अगर आपसे राशि में शनिदेव की चल रहे है नाराज़ तो इस तरीक़े से लगाए पता और करें सरल उपाय
जज्बातों को दरकिनार कर सबूतों पर चलने वाले शनि, एक ऐसे देवता जिसका कालचक्र लगभग 27 सालों में आता है। इन 27 सालों में व्यक्ति जैसा करता है शनि देव अपने काल चक्र में वैसा ही परिणाम देते हैं। अच्छे काम किए जाने पर अपने कार्यकाल में शनि देव मालामाल कर देते है और गलत करने पर राजा से रंक बनाते है।जो कि ज्योतिष में शनि को कर्म ,आजीविका, जनता, सेवक, नौकरी, परिश्रम, तकनीक, तकनीकी कार्य, मशीनें, गहन अध्ययन, आध्यात्म, तपस्या, पाचन तन्त्र, हड्डियों के जोड़, लोहा और पेट्रोलियम से जोड़ा जाता है, इस कारण जीवन में शनि की अहमियत सबसे बड़ी बताई गई है।
जो कि शनि व्यक्ति को कर्मठ, कर्मशील और न्यायप्रिय बनाते हैं। इस कारण लोगों में शनि की कृपा पाने की लालसा होती है हालाँकि कलियुग के इस देवता से बच पाना असंभव है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर किसी पर शनि की दशा आती है। हर कोई समय-समय पर शनि की ढैया या फिर साढ़ेसाती से गुजरता है और अपनी दशा में ही शनि व्यक्ति के कर्मों का हिसाब-पिताब करते हैं। बेहद ही सख्त मिजाज के माने जाने वाले शनि कर्म अनुसार ही परिणाम देते हैं। यही कारण है कि बुरे दिन दिखाने में शनि देर नहीं लगाते। ऐसे में आज हम आपको ये बताएँगे कि जब शनि आपको परेशान करें, तो आप कैसे जानें शनि की दृष्टि आप पर पड़ चुकी है और शनि के समक्ष आपको अपनी किन चीजों पर ध्यान देना ज़रूरी हो जाता है। यानी शनि की नाराज़गी को आप कैसे पहचानें ?
न्यायधीश की नाराज़गी का कैसे पता लगाएँ ?
शनि के न्यायचक्र से क्या देवता..क्या दानव और क्या मनुष्य हर किसी को होकर गुजरना पड़ता है। जो कि शनि पलक झपकते ही राजा बनाने की ताक़त रखते हैं, तो वहीं जब ख़फ़ा होते हैं, तो जातक के धन संबंध और पद प्रतिष्ठा पर प्रहार करते हैं। शनि की नाराज़गी का असर कुछ ऐसा है कि धन प्राप्ति में शनि कहीं न कहीं कोई अड़चन डालने लगते हैं। धनवान व्यक्ति को अचानक से सड़क पर ले आते हैं, व्यक्ति के जीवन में कंगाली छा जाती है। इसके अलावा शनि की अशुभता रिश्तों पर भी पड़ती है। शनि की टेढ़ी दृष्टि पड़ जाने से पति, पत्नी, भाई, बहन, संतान, पिता, पुत्र के साथ आपके करीबी रिश्तेदार और मित्रों से रिश्ते खराब होने लगते हैं. जिस कारण लोग आपसे दूरी बना लेते हैं. एक तरह से आप अलग-थलग पड़ने लगते हैं. शनि के अशुभ होने के कारण तलाक, विवाद और कोर्ट कचहरी के मामले लग जाते हैं। ना सिर्फ़ दौलत- शोहरत , बल्कि पद-प्रतिष्ठा में ही हानि होने लगती है। कहते हैं, शनि जिस किसी से ख़फ़ा होते है, तो व्यक्ति को कदम कदम पर अपमानित होना पड़ता है। उच्च पद पर आसीन होने के बाद भी मान सम्मान में कमी आने लगती है और सबसे बड़ी बात, ये कि शासन-सत्ता की शक्ति पाकर जो लोग कमजोर और गरीबों को सताने लगते हैं, शनि उन्हें सबक सिखाकर ही मानते हैं।
शनि को ख़ुद का दुश्मन समझना मूर्खता है, क्योंकि दंडाधिकारी शनि का कार्य ही मार्गदर्शन करना है, इस बात का एहसास दिलाना है कि आप सही कर रहे हैं या फिर ग़लत यही वजह है कि जो व्यक्ति अपनी ग़लतियों से सीखकर जब पश्चताप करने लगता है, तो शनि कृपा से उसका बिगाड़ सब कुछ ठीक होने लगता है। या फिर यूँ कहे किन शनि महाराज ऐसे लोगों का कल्याण करते हैं जो स्वयं को गलतियों से दूर रखते हैं. पश्चाताप की अग्नि में तप कर जो निकलता है उसे शनि अपनी कृपा से तार देते हैं। ऐसे में जाते-जाते जाम लीजिये शनि से जुड़े चमत्कारी उपाय ।
शनि से जुड़े चमत्कारी उपाय :
- शनिवार के दिन काले तिल, काली उड़द, काला छाता और लोहे आदि का दान अवश्य करें।
- दान करने से पहले कटोरी में तेल लेकर उसमें चेहरा देखें और फिर उस तेल को किसी जरूरतमंद इंसान को दान दे दें।
- जरूरतमंदों की सहायता करें, जितना संभव हो शनि से संबंधित चीजों का दान करें और काले कुत्ते को सरसों के तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
- जरूरतमंदों की सहायता करें, जितना संभव हो शनि से संबंधित चीजों का दान करें और काले कुत्ते को सरसों के तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाए। शक्कर और काला तिल मिलाकर चीटियों को खिलाएं।