यूपी को दुरुस्त रखने के लिए भगवाधारी योगी का क्या है रूटीन
योगी अब क्या यूपी के लिए उपयोगी नहीं रहे ? इन दिनों यही एक सवाल लोगों के जहन में इसलिए उठ रहा है क्योंकि 4 जून की तस्वीर ने जब पीएम मोदी के 400 पार के ख्वाब को रौंदा। 370 के टार्गेट को फेल किया। तब सबसे बड़ा झटका देने वाला प्रदेश कोई और नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश ही था। इसी उत्तर प्रदेश में इस बार ना ही योगी फ़ैक्टर चला..ना ही की क़ानून व्यवस्था का फॉमूला। ना ही विकास की गारंटी और ना ही हिंदुत्व वाली राजनीति यही से भाजपा को सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ..क्योंकि यही से फ़ुल सीटें लाने की उम्मीद बांधे भाजपा को पिछली बार बैक टू बैक 71 सीटों से 62 सीटों हासिल हुईं लेकिन इस बार सीटें घटकर सीधे आंधी रह गई।
भाजपा बहुमत का आँकड़ा तक छू नहीं पाई। आज योगी राज में यूपी आधे से ज़्यादा लाल हो गया और समाजवादी पार्टी ने मोदी रथ को 33 सीटों पर ही समेट दिया है लेकिन क्या इस हार का ठीकरा प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पर फोड़ा जाना क्या उचित है ? तारणहार की भूमिका में रहने वाले योगी को क्या अबकी बार हार का कारण बनाना उचित है ? इस पर आप अपनी राय देना मत भूलियेगा और हम आपको ये ज़रूर बताएँगे कि इस हार के बाद एक्शन में आए योगी बाबा इन दिनों सुबह-शाम कौन सा एनर्जी ड्रिंक पी रहे हैं। योगी जी की ताक़त का सबसे बड़ा राज क्या है ? ये जानने के लिए बने रहिये धर्म ज्ञान के साथ ।
संत से सियासत का रास्ता तय करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सादगी भरा जीवन किसी से छिपा नहीं है। धार्मिक प्रवृत्ति ऐसी है कि कई दफ़ा मठ-मंदिरों में पूजा पाठ करते हुए नज़र आते हैं। मौक़ा ढूँढता नहीं है, बल्कि गौ सेवा से अपने दिन की शुरुआत करते है..सात्विक भोजन करते हैं लेकिन उनकी चुस्ती फुर्ती के पीछे का सबसे बड़ा कारण है विशेष तरीक़ा का काढ़ा जिसे आम भाषा में एनर्जी डिंक्र कह सकते हैं।
ख़बरों की मानें, तो अपने खानपान में योगी जी ने दो तरह के ड्रिंक को शामिल किया हुआ है और ये ड्रिंक वो अभी से नहीं, बल्कि कई वर्षों से ले रहे हैं। सुबह उठते ही योगी जी तुलसी का काढ़ा पीते हैं, और शाम ढलते ही सोने से पहले अजवाइन का काढ़ा पीना कभी भूलते नहीं है। ये दो तरह के ड्रिंक ऐसे हैं कि इससे ना सिर्फ़ इम्यूनिटी बूस्ट होती है बल्कि बढ़ता वजन और सेहत दोनों ही नियंत्रण में रहता है। अगर आप भी स्वास्थ्य दिक़्क़तों से जूझ रहे हैं, तो योगी जी की तरह तुलसी और अज्वाइन का काढ़ा अपने खानपान में शामिल कर सकते हैं। बहरहाल यूपी में मुरझाये कमल को पुनः खिला पाने में योगी जी सफल हो पायेंगे..लोकसभा के नतीजे क्या यूपी के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं, कमेंट करके ज़रूर बताइयेगा।