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नेता से भविष्यवक्ता बने Rahul Gandhi, दुनिया को दिखाई 4 June की तस्वीर

कांग्रेस का दौर, 1984 का लोकसभा चुनाव, ये वो समय था जब इंदिरा गांधी की हत्या से पैदा हुई हमदर्दी ने राजीव गांधी को सत्ता के सिंहासन पर बिठा दिया | राजीव गांधी के नेतृत्व में लड़े गये इस चुनाव में कांग्रेस को 401 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला था, जबकी भारतीय जनता पार्टी सिर्फ़ 2 सीटों पर ही अपने वजूद को बचा पाई थी |
नेता से भविष्यवक्ता बने Rahul Gandhi, दुनिया को दिखाई 4 June की तस्वीर

अबकी बार का लोकसभा चुनाव गारंटी के तले लड़ा जा रहा है| क्या भाजपा और क्या कांग्रेस, हर कोई अपने-अपने मेनिफ़ेस्टो में लोक-लुभावन गारंटी दे रहा है| भारत यात्रा से लेकर न्याय यात्रा निकालने वाली कांग्रेस, हिस्सेदारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय, युवा न्याय और नारी न्याय की गारंटी दे रही है, तो वहीं दूसरी तरफ़ मोदी सरकार फूड प्रोसेसिंग हब से जॉब्स दिलाने की गारंटी दे रही है| महिलाओं के लिए नौकरी में 50 फीसदी आरक्षण की गारंटी है| सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की गारंटी दे रही है, नारी तू नारायणी के तहत आगे 3 करोड़ लखपति दीदियां बनाने की गारंटी है, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने की गारंटी है| गारंटी देने में ना ही कांग्रेस पीछे हैं और ना भाजपा कही कम है| ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये कि जनता के दिलों को जीतने की गारंटी क़ौन देगा ? 400 पार का जो सपना पीएम मोदी ने दिखाया है, क्या वो कांग्रेस के रहते साकार हो पायेगा ? 2 से 303 सीटों तक पहुँची भाजपा क्या अबकी बार कांग्रेसियों का 1984 वाला रिकॉर्ड तोड़ पाने में कामयाब हो पायेगी ? इन्हीं सवालों के ईर्द-गिर्द इन दिनों देश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है|


देखा जाए, तो पीएम मोदी के लिए नामुमकिन कुछ भी नहीं है| कांग्रेस का दौर, 1984 का लोकसभा चुनाव, ये वो समय था जब इंदिरा गांधी की हत्या से पैदा हुई हमदर्दी ने राजीव गांधी को सत्ता के सिंहासन पर बिठा दिया | राजीव गांधी के नेतृत्व में लड़े गये इस चुनाव में कांग्रेस को 401 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला था, जबकी भारतीय जनता पार्टी सिर्फ़ 2 सीटों पर ही अपने वजूद को बचा पाई थी | अब जब समय ने करवट ली है, तो 138 साल पुरानी कांग्रेस 52 सीटों से शून्य तक पहुँचने की कगार पर है| राहुल की लीडरशिप में कांग्रेस का डाउनफॉल दुनिया देख रही है| राहुल की लीडरशिप में नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है| राहुल की लीडरशिप में कांग्रेस बैक टू बैक कई चुनाव हारी है और एक बार फिर भले ही मल्लिकाअर्जुन खड़गे नेतृत्व का चेहरा बने हुए हैं, लेकिन जीत हार का ठीकरा राहुल गांधी के सिर पर फोड़ा जाता है| यही कारण है कि राहुल नेता से भविष्यवक्ता भी बन गये हैं| जो कि चुनावी मौसम में चुनावी हिंदू बाहर निकल आते हैं, नेताओं का जनसंपर्क शुरु हो जाता है, इस कारण नेताओं से लेकर भविष्यवक्ताओं का भविष्यवाणी करने का सिलसिला भी आरंभ हो जाता है| अबकी बार वोटिंग के बीच राहुल गांधी की भविष्यवाणी सामने आई है| पीएम मोदी के 400 पार के नारे पर राहुल गांधी ने भाजपा के भविष्य की तस्वीर दिखाने की कोशिश की है | 30 सैकेंड में राहुल ने सीटों को लेकर बड़ी धमाकेदार भविष्यवाणी की है| उन्होंने अपनी intuition power से सीटों की भविष्यवाणी की है | 


बेरोज़गारी और महंगाई को मुद्दा बनाकर कांग्रेस अबकी बार का चुनाव लड़ रही है | राहुल गांधी यही मानते हैं कि पिछले 10 वर्षों में पीएम मोदी ने नोटबंदी करके, गलत GST लागू करके और अडानी जैसे बड़े अरबपतियों का समर्थन करके रोजगार सृजन की व्यवस्था को कम कर दिया है| ऐसे में अगर जनता कांग्रेस को चुनेगी, तो राहुल गांधी युवाओं के खाते में हर साल एक लाख रुपये डालेंगे| लेकिन क्या ऐसा करके, राहुल दादी के ग़रीबी हटाओ नारे को हक़ीक़त बना पायेंगे? भाजपा के लिए 150 सीटों की भविष्यवाणी करने वाले राहुल गांधी क्या ख़ुद की पार्टी की नैया पार लगा पायेंगे? इस पर आप अपनी राय शेयर ज़रूर कीजिये

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