योगी पर भड़के अविमुक्तेश्वरानंद पर महंत राजूदास ने कसा तंज

दरअसल इन दिनों महाकुंभ चर्चाओं का केन्द्र बना हुआ है, इसका कारण है 29 जनवरी मौनी अमावस्या का वो काला दिन जब 30 से ज्यादा लोगों की भगदड़ के कारण मौत हो गई, रोते बिलखते बच्चों की चीखें बता रही थी की इस भगदड़ में सिर्फ 30 ही नही न जानें कितने परिवार उजड़ गये,न जानें कितने लोग मारे गये जिनकी लाशे अभी तक उनके परिवार को नही मिली। इस हादसे के बाद योगी सरकार कई विपक्षी नेताओं और कई लोगों के निशानें पर आ गई जिसके बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सीएम योगी को महाकुंभ हादसे का जिम्मेदार ठहराते हुए सीधे उनसे इस्तीफा ही मांग लिया इसके बाद जो हुआ वो जानना आपके लिए दिलचस्प रहेगा तो देखते रहे धर्म ज्ञान…..
अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने महाकुंभ हादसे का कारण सीएम योगी को ठहराते हुए पहले उन्हे खूब खरी-खोटी सुनाई फिर उसके बाद सीधा उनसे इस्तीफा ही मांग लिया जिसके बाद अयोध्या हनुमान गढ़ी मंदिर के मंहत राजू दास का गुस्सा अविमुक्तेश्वरानंद महाराज पर फूट पड़ा और एक कविता के जरिए लव जिहाद , पश्चिम बंगाल नरसंहार और केरल नरसंहार जैसी घटनाओं को याद दिलाते हुए शंकराचार्च पर भड़क उठे और उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए क्या लिखा आईये आपको वो भी बताते है….
क्यों कभी.??
केरल के नरसंहार पर..
बेटियों से लव जिहाद पर..
मंदिरों के अधिकार पर..
कभी क्यों नहीं आता आपका एक बयान...
सनातन के सम्मान पर..
पश्चिम बंगाल में गिरती रही लाशें, तब आप मौन थे।
पालघर में मारे गए “साधू” कौन थे.?
क्या आपको नहीं था पता..?
उद्धव ठाकरे तब महाराष्ट्र के सिरमौर थे..
दिल्ली दंगों में जब “जिहादियों” ने ललकारा था..
ताहिर हुसैन, अमानतुल्लाह या केजरीवाल आपका दुलारा था?
इस्तीफे की “मांग” तब क्यों नहीं आया था, जब जिहादियों ने दर्जी कन्हैया कुमार के गर्दन से सिर को उतारा था.?
जिस “अखिलेश” से कर रहे गलबहियां,
उसी ने तो आपको “कुटवाया” था..?
भूल गए क्या वो दिन...
जब उत्तर प्रदेश का हर जिला दंगों से थर्राया था..!!
योगी का इस्तीफा मांगने वाले अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को महंत राजू दास ने खूब लताड़ा इतना ही नही उन्हें ये बात भी याद दिलाई की जब 2015 में यूपी में सपा सरकार थी और प्रदेश के मुख्यमंत्री थे अखिलेश यादव तो उन्ही के राज में इन पर लाठीयों की बौछार हुई थी साल 2015 में 22 सितंबर के दिन जब गणेश प्रतिमा विसर्जन चल रहा था तो उसे रोकने के विरोध में वाराणसी के गोदौलिया चौराहे पर धरना दे रहे मराठा गणेशोत्सव सेवा समिती के कार्यकर्ताओं के समर्थन में अगले दिन कई लोग सड़को पर उतर आये थे।इस धरने में अविमुक्तेशवरानंद महाराज भी धरने में बैठे नजर आये थे इसके बाद धरने में बैठे कई लोगों पर लाठीयों की बौछार भी हुई थी जिसमें लगभग अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के साथ 40 लोग बुरी तरह घायल हो गये थे जिसके बाद अखिलेश यादव ने अविमुक्तेश्वरानंद महाराज से श्रमा भी मांगी लेकिन एक बार फिर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज अखिलेश यादव के साथ सीएम योगी पर उड़ता तीर चला रहे जिसके शिकार वो खुद होते नजर आ रहे है लेकिन हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने साधुओं की हत्या, नरसंहार, पालघर में संत-साधुओं की हत्या सबकी याद दिलाई।