भविष्य मालिका की भयावह भविष्यवाणी भारत में मची अगर राजनीतिक तबाही तो मोदी से कौन करेगा ग़द्दारी
आर्थिक मोर्चे पर तरक़्क़ी की उड़ान भर रहे बांग्लादेश में रातों रात तख्तापलट हो जाएगा, कल्पना से परे था, लेकिन ऐसा हुआ शेख़ हसीना को ना चाहकर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा। ख़ुद के मुल्क से जान बचाकर भागना पड़ा और आज समूचे बांग्लादेश की तस्वीर ऐसी है कि कट्टरपंथी ताक़तों से लेकर आंदोलनकारी सड़कों पर मार-काट मचा रहे हैं। हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, बंगाली हिंदुओं को मारा जा रहा है और गुनहगार पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI और शक्तिशाली अमेरिका को बताया जा रहा है लेकिन क्या बांग्लादेश जैसे हालात भारत में भी पैदा हो सकते हैं, आप कहेंगे ऐसा मुमकिन नहीं है..क्योंकि भारत में लोकतंत्र है। जनता द्वारा चुनी गई सरकार के कंट्रोल में देश की सेनाएँ हैं।
हालात कैसे भी क्यों ना हो, सेना हमेशा अपने दायरे में रही है, कभी भी लक्ष्मण रेखा पार नहीं करेगी। फिर भी भविष्य मालिका पुराण की भविष्यवाणी को खंगाला जा रहा है क्योंकि प्रभु जगन्नाथ की पावनधरा से 600 पूर्व संत अच्युतानंददास महाराज ने भविष्य मालिका पुराण में भारत के भविष्य को लेकर जो कुछ भी लिखा। उसमें मिलिट्री शासन के साथ-साथ भारत से ग़द्दारी करने वाले देशों का ज़िक्र है। भारत के ईद-गिर्द भयावह हालातों को देखते हुए भविष्य मालिका पुराण क्या कहता है ? दोस्ती के भेष में भारत से ग़द्दारी करने वाले मुल्क क़ौन से हैं। संत अच्युतानंददास महाराज की भविष्यवाणी की सत्यता क्या कहती है?
600 वर्ष पूर्व प्रभु जगन्नाथ की धरा पर ईश्वरी शक्ति के पंच सखाओं में से एक श्री अच्युतानंद दास महाराज जी हुए। इन्होंने अपने तप और अतुल्य ज्ञान के बल पर ताड़ के पत्तों पर भविष्य मालिक नाम से अद्भुत ग्रंथ की रचना की भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है, इसी रहस्य को दुनिया के समक्ष लाने का समय आ चुका है। भारत के भविष्य को लेकर भविष्य मालिका महायुद्ध की ओर संकेत करता है। ताड़ के पत्तों पर लिखी भविष्य मालिका पुराण में इस बात का ज़िक्र है कि भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़ी जंग विश्व युद्ध का रूप लेगी और ये कलियुग का आख़िरी युद्ध होगा। इसी युद्ध में दुनिया के 5 देश ऐसे होंगे, जो भारत से धोखा करेंगे। भविष्य मालिका पुराण के हवाले से ये कहा गया है।
एक समय ऐसा भी आएगा जब भारत और पाकिस्तान के बीच महायुद्ध होगा, उस वक़्त देश में मिलिट्री शासन लगेगा। पाकिस्तान अकेला नहीं होगा बल्कि कई देश उसके साथ मिले होंगे। बड़े-बड़े देश जैसे तुर्की, चाइना, ईरान, युएसए और युके। ये सभी देश एकजुट होकर पाकिस्तान की तरफ से हमसे सीधे तरीके से नहीं लड़ेंगे बल्कि ये सभी देश तो महायुद्ध के दौरान पाकिस्तान को आर्थिक रूप से मदद करेंगे और साथ ही उसे एक से बढ़कर एक खतरनाक हथियाक सप्लाई करेंगे, भारत को राख में बदलने के लिए पूरी तैयारी की जाएगी। युद्ध के इसी चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए भगवान कल्कि अवतरित होंगे।अंत भारत विजय होगा और एक नये युग की शुरुआत के साथ सनातन विश्वभर में पूजा जाएगा। ना सिर्फ़ भविष्य मालिका पुराण बल्कि तमाम ग्रंथों में तबाही की भविष्यवाणी मिलती है। क़ुरान में क़यामत का दिन बताया गया है। बाइबिल में Judgment Day का जिक्र है इतना ही नहीं, ग्रह चाल के आधार पर तबाही का दिन सुनिश्चित किया हुआ है। ज्योतिषों अनुसार, शनि का मीन राशि में गोचर जो की अगले साल होने वाला है और तीन चुना अतिचारी बृह्सपति का मिथुन में गोचर, नवसंमवतसर 2081 में 13 दिनों का पक्ष और राहु का शनि के घर कुंभ में जाना। प्राकृतिक आपदाओं से लेकर बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन प्राकृतिक संसाधनों पर खूनी संघर्ष और बर्बादी की तरफ संकेत करता है लेकिन क्या ऐसी संभावना भविष्य में होती दिख रही है, संकट की घड़ी में कितने देश भारत से गद्दारी कर सकते हैं।