तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते ही नरेंद्र मोदी खोलेंगे रत्न भंडार का ताला श्री संत बेत्रा अशोका जी की भविष्यवाणी
4 जून की तस्वीर ने तमाम विपक्षी पार्टियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है क्योंकि अबकी बार ना ही 400 पार हो पाया और ना ही भाजपा अपने दम पर बहुमत का जादुई आँकड़ा पार कर पाई। आज देश में सरकार तो मोदी की बन रही है, लेकिन जिस ऐतिहासिक जीत का ख्वाब पीएम मोदी ने देखा, उसे जनता ने ख़्वाब ही रहने दिया। ऐसे में अब क्या प्रभु जगन्नाथ के भक्तों का ख़्वाब पीएम मोदी पूरा करेंगे ? ओड़िसा में प्रभु जगन्नाथ ने तो भाजपा का बेढ़ापार किया है, लेकिन अब क्या खोयी हुई चाबी पीएम मोदी ढूँढ निकालेंगे? अब क्या रत्न भंडार के बंद कपाट मोदी 3.0 में ही खोले जाएंगे ? इसको लेकर सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी की भविष्यवाणी क्या कहती है और अब आगे क्या हो सकता है ? ये जानने के लिए देखिये धर्म ज्ञान।
अबकी बार के नतीजों ने भाजपा के लिए कई नई राहें खोली। केंद्र की सत्ता में तीसरी बार सरकार बनाने में भी एनडीए कामयाब रही और भी बंपर सीटों के साथ ओड़िसा को भी जीत लिया। प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से ना सिर्फ़ पीएम मोदी ओड़िसा की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर कमल खिलाने में कामयाब रहे बल्कि प्रदेश में बहुमत की सरकार बनाने में भी सफल हुए और शायद यही वजह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद भाजपा मुख्यालय में दिये भाषण की शुरुआत 'जय जगन्नाथ' से की पिछले 25 सालों से सत्ता पर क़ाबिज़ पटनायक सरकार का सूपड़ा साफ़ हो गया और इसी के साथ पीएम मोदी के ख़ुद की भविष्यवाणी भी सत्य हुई।
इन सबके बीच मंदिर के रत्न भंडार की खोयी हुई चाबी का मुद्दा पीएम मोदी ने खूब ज़ोर शोर से उठाया था। आपको बता दें कि 1984 के बाद आज तक रत्न भंडार को खोला नहीं गया है..2018 में प्रभु जगन्नाथ के खजाने से जुड़े बंद तहख़ाने को खोलने की कोशिश तो हुई, लेकिन चाबी खो जाने से ताला रत्न भंडार आज तक बंद है। ऐसे में क्या अपना वादा निभाते हुए पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में रत्न भंडार की चाबी ढूँढ निकालेंगे और सबसे बड़ा सवाल ये कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में ही महाप्रभु का ख़ज़ाना दुनिया के सामने आएगा। इसको लेकर विश्व विख्यात सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी नतीजों वाले दिन क्या भविष्यवाणी करके गये।