लॉरेंस बिश्नोई पर पीठाधीश्वर रामानंद महाराज ने तोड़ी चुप्पी, सलमान खान के अब्बू को दिखाया आईना
ऐसा कोई सेलिब्रेटी नहीं, जो बाबा सिद्धीकी की इफ़्तार पार्टी में ना दिखा हो,टॉप का सुपरस्टार भी बाबा सिद्धिकी के न्यौते को ठुकराने की हिम्मत नहीं करता था।बाबा सिद्दीक़ी ना सिर्फ़ राजनीति बल्कि फ़िल्मी दुनिया का एक ऐसा जाना पहचाना चेहरा, जिसके आगे कलाकारों का मेला लगता लेकिन जब सरेआम बाबा सिद्दीकी पर 6 राउंड फायरिंग की गईं, उन्हीं की बुलेट प्रूफ़ कार में उनका मर्डर किया गया, तो पूरी मायानगरी में सनसनी मच गई। इस पूरी वारदात के पीछे सिर्फ़ एक चेहरा सामने आया। नाम लॉरेंस बिश्नोई, बिश्नोई समाज से आना वाला ये एक ऐसा शख़्स है, जो इस वक़्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन उसके गुर्गे उसकी एक आवाज़ पर किसी को भी मौत के घाट उतार देते हैं। लॉरेंस बिश्नोई आज की डेट में किसी के लिए आतंक का दूसरा नाम बन चुका है, तो किसी के लिए मसीहा और मसीहा इसलिए क्योंकि जो कोई भी खालिस्तान का समर्थक बना या फिर जिस किसी ने बिश्नोई समाज की आस्था को चोट पहुँचाई, उसे लॉरेंस बिश्नोई ने कही का नहीं छोड़ा। यही वजह है कि अब बिश्नोई का अगला टार्रेट बॉलिवुड के भाई जान है, जिन पर काले हिरण को मारने का आरोप है लेकिन इन आरोपों को उन्हीं के पिता सिरे से ख़ारिज करते हैं। बेटे के बचाव में उतरे सलीम खान का कहना है जिस वक़्त काले हिरण का शिकार किया गया, उस वक़्त सलमान घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे लेकिन उनकी इन्हीं बातों से असहमति जताते हुए मुक्ति धाम मुक़ाम पीठ के पीठाधीश्वर रामानंद महाराज ने 40 वर्ष बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है।रामानंद महाराज ने लॉरेंस बिश्नोई के जरीये सलीम खान को सच का आईना दिखाने की कोशिश की है देखिये इस पर हमारी ये ख़ास रिपोर्ट
राजा रजवाड़ों के राजस्थान से आने वाला बिश्नोई समाज एक हिंदू समाज है, जो प्रकृति संरक्षण के लिए जाना जाता है। इस समाज से जुड़े लोग प्रकृति और जीव जंतुओं के रूप में ईश्वर की पूजा करते हैं। अब सवाल उठता है कि आख़िर काला हिरण ही बिश्नोई समाज में पूजनीय क्यों माना गया है, तो इसके पीछे का कारण है। गुरु जम्भेश्वर के 29 सिद्धांतों पर आधारित जीवन जीने का तरीक़ा, जिन्होंने इस समाज को प्रकृति प्रेमी बनाया और जो कि ये समाज काले हिरण को भगवान विष्णु का अवतार मानता आया है, जिस कारण आज भी विश्नोई समाज की औरतें काले हिरणों को अपने बच्चों की तरह पालती है, अपना दूध पिलती हैं। आप कह सकते हैं कि इनकी रक्षा के लिए ये समाज अपने प्राणों को न्योछावर करने के लिए तैयार रहता है। इसी आस्था को जब गोलियों से छननीं करने की कोशिश की गई, तो गैंगस्टर लौंरस बिश्नोई ने बंटूक उठा ली और अब बंदूक़ की ताक़त से सलमान खान को डराने की कोशिश हो रही है लेकिन क्या सच में भाईजान बेगुनाह है या नहीं, ये तो कोर्ट का फैसला ही बताएगा। फ़िलहाल इस पूरे मसले में मुक्ति धाम मुकाम के पीठाधीश्वर रामानंद महाराज की एंट्री हो चुकी है। दरअसल मुक्ति धाम मुकाम बिश्नोई समाज की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है, यहाँ की गद्दी पिछले 40 वर्षों से सँभाल रहे रामानंद महाराज ने अब जाकर अपनी खामोशी तोड़ी है लॉरेंस बिश्नोई को लेकर उन्होंने ये कहा है “सलमान खान ने काले हिरण का शिकार किया था। इसलिए मामला कोर्ट तक पहुंचा। बेटे और परिवार को बचाने के लिए सलीम खान ऐसी बातें कर रहे हैं।लॉरेंस बिश्नोई ने बिश्नोई समाज के मंदिर में सलमान खान को आकर माफी मांगने की बात कही थी।”
पीठाधीश्वर रामानंद महाराज के इस बयान के वैसे तो कई मतलब निकाले जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने सलीम खान को सच का आईना दिखाने की कोशिश की है। पिता को बेटे की गलती को दिखाने की कोशिश की है। एक बात तो साफ़ है कि बिश्नोई समाज से जुड़े लोग पीठाधीश्वर और यहाँ तक की बिश्नोई बाहुल्य गांव वाले भी , ये मानते हैं कि सलमान खान गुनहगार है। अब अगर सलमान खान अपनी गलती मानकर बिश्नोई समाज से माफ़ी माँग लेते हैं, तो लौंरेस बिश्नोई की धमकियाँ तो उनका पीछा छोड़ देगी, लेकिन फिर उसके बाद किसी बड़ी क़ानूनी कार्रवाई में फँस सकते हैं और अगर ख़ुद से माफ़ी नहीं माँगते हैं, तो चौबिसों घंटे जान का ख़तरा बना रहेगा। बहरहाल इस मसले को आप किस चश्मे से देखते हैं, कमेंट करके ज़रूर बताइयेगा।