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Gandhi परिवार पर PM Modi की तूफानी भविष्यवाणी 16 आने सच निकलेगी!

राहुल को वायनाड पर भरोसा है और कांग्रेस को राहुल की जीत पर, लेकिन इसी भरोसे की धज्जियाँ उड़ाने का कार्य पीएम मोदी की भविष्यवाणी से हो सकता है | एक तरफ़ा जीत का दावा करने वाले पीएम मोदी ने इस बात की भविष्यवाणी की है कि 26 अप्रैल के बाद राहुल अमेठी की तरह वायनाड छोड़कर भाग निकलेंगे
Gandhi परिवार पर PM Modi की तूफानी भविष्यवाणी 16 आने सच निकलेगी!

अबकी बार का लोकसभा चुनाव 138 साल पुरानी कांग्रेस का राजनीतिक भविष्य तय करेगा | बीते 10 सालों में, सत्ता से कोसो मील होती कांग्रेस आज की डेट में 52 सीटों पर सिमट चुकी है | इस चुनावी रण में पार्टी का अस्तित्व दांव पर लगा है | आर-पार की इसी लड़ाई में भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दे चुकी है | गली-गली, चौक चौराहे पर, एक ही नारा गूंज रहा है, मोदी की गारंटी है, भाजपा 400 पार है | इस चुनावी मौसम में एक तरफ़ जहां चुनावी हिंदू बाहर निकल आए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ़ नेताओं का भविष्यवक्ता बनने का सिलसिला शुरु हो चुका है | क्या पीएम मोदी और क्या राहुल गांधी, इन दिनों हर कोई जनता के बीच जाकर भविष्यवाणी कर रहा है | मोदी के 400 पार नारे पर कट्टर कांग्रेसी राहुल गांधी इस बात की भविष्यवाणी कर चुके हैं कि भाजपा 150 पर थम जाएगी |


उधर पीएम मोदी राहुल गांधी की हार-जीत पर भविष्यवाणी कर चुके है | राहुल को वायनाड पर भरोसा है और कांग्रेस को राहुल की जीत पर, लेकिन इसी भरोसे की धज्जियाँ उड़ाने का कार्य पीएम मोदी की भविष्यवाणी से हो सकता है | एक तरफ़ा जीत का दावा करने वाले पीएम मोदी ने इस बात की भविष्यवाणी की है कि 26 अप्रैल के बाद राहुल अमेठी की तरह वायनाड छोड़कर भाग निकलेंगे | इसी कड़ी में पीएम मोदी ने इस बात की भविष्यवाणी की है कि अबकी बार कांग्रेस का शाही परिवार यानी गांधी परिवार ख़ुद की पार्टी कांग्रेस को वोट नहीं कर पायेगा | हालाँकि पीएम मोदी की इसी भविष्यवाणी में उनका साथ कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी दिया है | उन्होंने ट्वीट कर ये बताया है, ‘इस बार सोनिया जी, खड़गे जी और राहुल गांधी जी ख़ुद भी अपनी पार्टी को वोट नहीं देंगे, क्यों कि जहां उनका आवास और दफ़्तर है, वहाँ कांग्रेस का कैंडिडेट ही नहीं है, अब इसे नेतृत्व का दिवालिया पन कहो या फिर कांग्रेस के भाग्य की विडंबना, किंतु ख़बर एक दम 16 आने सच है|’ 


अब अगर आप ये सोच रहे हैं, कि ये कैसे हो सकता है कि गांधी परिवार ख़ुद कांग्रेस को वोट नहीं देगा | ये समझने के लिए हम आपको बता दें कि इंडीया गठबंधन के चलते नई दिल्ली से कांग्रेस ने ख़ुद का उम्मीदवार ना उतारकर, आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती को मौक़ा दिया है। आज़ाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली दफ़ा हो रहा है कि नई दिल्ली सीट पर किसी कांग्रेसी ने चुनावी ताल नहीं ठोंकी।

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