तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य की भविष्यवाणी अयोध्या में जल्द खिलने वाला है कमल
2024 लोकसभा चुनाव के चौंकाने वाले नतीजों में भाजपा को सबसे बड़ा झटका कही और से नहीं बल्कि प्रभु राम की नगरी अयोध्या से लगा क्योंकि जिस अयोध्या का वर्षों का इंतज़ार मोदी सरकार ने ख़त्म किया। जिस अयोध्या में भव्य राम मंदिर की पहली ईंट पीएम मोदी ने रखी। जिस अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी की मौजूदगी में हुई। आज उसी अयोध्या में भाजपा को करारी शिकस्त मिली है। समाजवादियों के लाल रंग के आगे भगवा फिंका पड़ गया, भाजपा के उम्मीदवार लल्लू सिंह हार गये ,और समाजवादी पार्टी के अवधेष प्रसाद जीत की बाज़ी मार गये लेकिन क्या आप जानते हैं, पीएम मोदी हार कर भी अयोध्या को फिर से जीतने वाले हैं या फिर यूँ कहे कि हारी हुई बाज़ी को दोबारा जीतने वाले हैं। जिसकी भविष्यवाणी कही और से नहीं, बल्कि अयोध्या से हुई है। अयोध्या के तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य ने अबकी बार कुछ ऐसा कहा, जिसे सुनकर भैया जी टेंशन में आ सकते हैं क्या है ये पूरा मामला ,आईये आपको बताते हैं।
प्रभु राम की नगरी में भाजपा क्या हारी अयोध्या बदनाम होने लगी। चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक अलग-अलग मंचों पर अयोध्यावासियों पर तंज कसा जा रहा है..बुरा भला कहा जा रहा है। हार के पीछे के कारण ढूँढे जा रहे हैं बोला जा रहा है कि जो प्रभु राम के नहीं हो पाए, वो मोदी के क्या होंगे ? अयोध्या की मौजूदा पिक्चर को देखते हुए हनुमान गढ़ी के महंत राजूदास ने तो भाजपा को ही आईना दिखा दिया कटाक्ष करते हुए कहा जब आप अपने कार्यकर्ता का ध्यान नहीं दोगे, जब आपके थानेदार, तहसीलदार, एसडीएम, डीएम नहीं सुनेंगे। जब कोतवाली में आप के कार्यकर्ता पीटे जाएंगे तब ऐसा ही हाल होगा। अभी तो यही है, 27 का ट्रेलर ठीक नहीं होगा।
मतलब साफ है कि अगर समय रहते भाजपा ने अपनी ख़ामियों पर काम नहीं किया, तो फिर 2027 तक यूपी भी हाथ से जा सकता है लेकिन अयोध्या से ही छावनी पीठ के पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य महाराज जी की भविष्यवाणी इसके उलट है। इन दिनों गोली की रफ़्तार से परमहंस आचार्य की भविष्यवाणी वायरल हो रखी है, जिसमें वो अयोध्या में भाजपा के आने की भविष्यवाणी कर रहे हैं। आने वाले 6 महीनों के भीतर अयोध्या में कमल किस प्रकर खिल जाएगा। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने अपने इस वीडियो में क्या कुछ कहा देखिए ख़ास रिपोर्ट में।