हिंदू राष्ट्र में लहरेगा भगवा-ए-हिंद का पताका, देवकीनंदन की कयामत वाली भविष्यवाणी
मौन रहने का कोई ऑप्शन नहीं क्योंकि अब याचना नहीं , बल्कि रण होगा भले ही ये आवाज़ तुलसीपीठ से उठी हो, लेकिन दिल्ली चलो का नारा देकर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर इसी आवाज़ को घर-घर तक पहुँचा रहे है। तभी तो 16 नवंबर के दिन 100 करोड़ हिंदू कुछ ऐसा करेंगे, जिसके बाद से गजवा-ए-हिंद नहीं, बल्कि भगवा-ए-हिंद का पताका चारों तरह लहराएगा। कट्टरपंथियों के लिए अब कौन सी क़यामत आनी बाक़ी है, सनातनियों को मौत के मुँह से बचाने के लिए क्या कहता है देवकी नंदन ठाकुर का मास्टर प्लान, ख़ुद उनसे से सुनिये…
सनातनियों के ख़ातिर जिस आवाज़ को आज देवकी नंदन ठाकुर उठा रहे हैं, उसकी ज़रूरत क्या है ?16 नवंबर के दिन हिंदुओं के किस अधिकार के लिए लड़ा जाएगा ?क्या भारत की तक़दीर में है भगवा-ए-हिंद ? इन तमाम सवालों का जवाब 7 नवंबर से शुरु हुई सात दिवसीय यात्रा में छिपा है, जिसकी मंजिल राजधानी दिल्ली है। सनातन यात्रा निकाल चुके देवकी नंदन ठाकुर ये तय कर चुके हैं कि सनातनी बहन-बेटियों की अस्मिता को बचाए रखने के लिए , सनातन की रक्षा के लिए सनातन बोर्ड और खंड-खंड की जा रही हिंदू तीर्थों की पवित्रता को बचाने के लिए अब भगवा-ए-हिंद होगा,यानी की हिंदू राष्ट्र के लिए एक नई अलख जगाना है।