खाड़ी देशों की बल्ले-बल्ले करने वाले साउदी अरब ने उमराह से पहले हिंदू राष्ट्र को दिया तोहफा !

खाड़ी देशों में शुमार सऊदी अरब भारत से कोसो मील दूर हैं , लेकिन मुल्क की आबादी में भारत के अधिकांश मुसलमान आज भी मिलते हैं। आज भी हज और उमराह के लिए भारत से 1 लाख से ऊपर मुसलमान मक्का पहुँचते हैं। बक़ायदा मोदी सरकार द्वारा हज यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती हैं। पिछले साल दोनों मुल्कों के बीच हज समझौते हुआ, जिसमें सऊदी सरकार द्वारा भारत के लिए 1,75,025 हज यात्रियों का कोटा तय किया गया। अब जब हज यात्रा का आरंभ होगी, हज के बाद उमराह के लिए दुनियाभर के मुसलमान सऊदी अरब पहुँचेंगे। जिसे देखते हुए सऊदी सरकार ने ऐतिहासिक फ़ैसले लिये हैं। ना सिर्फ़ खाड़ी देशों के लिए बल्कि भारत को भी सऊदी अरब की तरफ़ से बड़ा तोहफ़ा मिला है। हज यात्रियों की सुविधा के लिए अबकी बार सऊदी सरकार क्या कुछ बड़ा करने जा रही है।
पिछले साल सितंबर में, दुनिया भर से करीब 20 लाख मुसलमान उमराह करने के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे और खुद के मूल निवासियों को मिलाकर सऊदी अरब में लगभग एक करोड़, 30 लाख लोगों ने उमरा किया हालाँकि हज और हज के बाद होने वाले उमराह यात्रा में श्रद्धालुओं के साथ होने वाली दुर्घटनाओं से सबक़ लेते हुए अबकी बार सऊदी अरब ने JCC यानी खाड़ी सहयोग परिषद में आने वाले मुस्लिम देशों के लिए ख़ास निर्देश जारी किये हैं। उमराह को लेकर लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए सऊदी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए, नये नियमों का ऐलान किया है।
खाड़ी सहयोग परिषद देशों की बल्ले-बल्ले
- जीसीसी के नागरिक किसी भी समय मुख्तलिफ जगहों और हवाई एंट्री पॉइंट के माध्यम से उमराह करने के लिए सऊदी अरब की यात्रा कर सकते हैं।
- "नुसुक" ऐप के माध्यम से आसानी से अपने उमराह परमिट प्राप्त कर सकते हैं, जो आवश्यक चरणों को पूरा करने के लिए एक सुव्यवस्थित और यूजर्स के अनुकूल प्रक्रिया प्रदान करता है।
- मदीना में अल रावदा अल शरीफा की यात्रा करने के इच्छुक लोगों के लिए "नुसुक" ऐप के माध्यम से प्री-बुकिंग की सुविधा दी गई है।
अब जब भारत की बात आती है, तो भारतीय मुसलमानों को ध्यान में रखते हुए सऊदी अरब द्वारा ये निर्देश जारी किये हैं…
- पर्सनल, यात्रा और पर्यटन वीजा सहित विभिन्न प्रकार के प्रवेश वीजा वाले मुसलमान भी ई-अपॉन्टमेंट के बाद उमरा कर सकते हैं।
- मदीना में पैगंबर की मस्जिद और पैगंबर मोहम्मद के विश्राम स्थल अल रावदा अल शरीफा का दौरा कर सकते हैं।
- उमरा वीजा को 30 से 90 दिनों तक बढ़ा दिया गया है।
- जमीन और हवा के साथ समुद्री रास्ते से भी सऊदी अरब में एंट्री मिल सकती है।
- तीर्थयात्रियों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरें लेने से बचें।
- जीका वायरस और डेंग्यू से खुद को बचाएं।
- क्रोनिक बीमारियों से पीड़ित मुसाफिरों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी मेडिकल कंडीशन की डिटेल देने वाले दस्तावेज साथ रखें।
- हज यात्रा के लिए नई पेमेंट सिस्टम शुरु की गई है, इसके तहत हाजियों को किश्तों में भुगतान करना होगा।
अब जो कि अप्रैल और मई के बीच हज और उमराह की शुरुआत होने वाली है..इस कारण सऊदी सरकार द्वारा तैयारियों अभी से की जा रही हैं और नये नियमों के माध्यम से श्रद्धालुओं की यात्रा से सुगम बनाने की कोशिश है।