PM मोदी से जुड़ी नास्त्रेदमस की रहस्यमय भविष्यवाणियों में देखिये न्यू ईयर 2025 की पिक्चर
4 जून के दिन ऐसा लगा, पीएम मोदी जीत कर भी हारे हैं क्योंकि 2024 के रण में जिस प्रचंड जीत का सपना पीएम मोदी पहले ही दिखा चुके थे, रिज़ल्ट के बाद की तस्वीर उसके उलट थी..2019 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले पीएम मोदी को 400 पार जाना था, जो हो नहीं सका और ना चाहकर भी नायडू-नीतीश के सहारे प्रधानमंत्री की कुर्सी उनके हाथों में आई। इस बीच इंडिया गठबंधन से लेकर तमाम मोदी विरोधियों ने पीएम मोदी की राजनीतिक Expiry बतानी शुरु कर दी लेकिन बैक टू बैट, हरियाणा-महाराष्ट्र में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले पीएम मोदी अपनी पुरानी फॉम में लौट आए हैं या फिर यूँ कहे कि सोया हुआ शेर फिर से जाग उठा है। इस वक़्त हमने आपको 4 जून से लेकर 23 नवंबर तक की तस्वीर इसलिए दिखाई, ताकी आप ये जान ले कि अब तो आपने सिर्फ़ ट्रेलर देखा है, पूरी पिक्चर अभी बाक़ी है। इस वक़्त पीएम मोदी भारतीय राजनीति की जिन ऊँचाइयों पर है, वहाँ से नीचे नहीं देखा जाता है बल्कि आसमान को छूंआ जाता है। फ़्रांसीसी धरती से नास्त्रेदसम के हवाले से कही गई 600 साल पुरानी भविष्यवाणियों में जितने भी दावे किये गये हैं, उनके सत्य होने का समय अब आ चुका है। 2025 की न्यू ईयर वाली पिक्चर में पीएम मोदी से जुड़ी 600 साल पुरानी सारी की सारी भविष्यवाणियाँ ही सत्य होने वाली है और इसके पीछे की वजह क्या है, ये जानने के लिए बने रहिये धर्म ज्ञान के साथ।
फ़्रांसीसी धरती पर जन्में मिशेल द नास्त्रेदमस, एक ऐसी Mysterious Personality रही, जिनके बारे में दुनिया उतना नहीं जानती, जितनी गौर से उनकी भविष्यवाणियों को पढ़ती है। डॉक्टर से लेकर fortune teller की उपाधी नास्त्रेदमस को दी गई है। नास्त्रेदमस के भविष्यवाणि करने का तरीका आज भी अपने आप एक रहस्य है, ज्ञानी से ज्ञानी हस्तियां भी नास्त्रेदमस की पहेलियों में लिखी गई भविष्यवाणियों को सुलझा नहीं पाई है हालांकि जिन पहेलियों को समझा गया, उसमें एशिया द्वीप में आने वाले भारत शामील है। मतलब फ्रांस में बैठकर नास्त्रेदमस ने भारत का फ्यूचर भांप लिया था..भारत की नेतृत्व शक्ति को लेकर नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को पीएम मोदी से ही क्यों जोड़ा गया, ये समझने से पहले आप भविष्यवाणियां जान लें।
- एशिया में वह होगा, जो यूरोप में नहीं हो सकता। एक विद्वान शांतिदूत सभी राष्ट्रों पर हावी होगा।’‘पांच नदियों के प्रख्यात द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम ‘वरण’ या ‘शरण’ होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिए समाप्त करेगा और इस कार्रवाई में 6 लोग मारे जाएंगे।’
- तीन ओर घिरे समुद्र क्षेत्र में वह जन्म लेगा, जो बृहस्पतिवार को अपना अवकाश दिवस घोषित करेगा। उसकी प्रशंसा और प्रसिद्धि, सत्ता और शक्ति बढ़ती जाएगी और भूमि व समुद्र में उस जैसा शक्तिशाली कोई न होगा।
-‘धर्म बांटेगा लोगों को। काले और सफेद तथा दोनों के बीच लाल और पीले अपने-अपने अधिकारों के लिए भिड़ेंगे। रक्तपात, बीमारियां, अकाल, सूखा, युद्ध और भूख से मानवता बेहाल होगी।
- अनीश्वरवादी और ईश्वरवादियों के बीच संघर्ष होगा।’ -(6-62)। ऐसे माहौल में मुक्तिदाता आएगा शांतिदूत बनकर।
- साम्प्रदायिकता और शत्रुता के एक लंबे दौर के बाद सभी धर्म तथा जातियां एक ही विचारधारा को मानने लगेंगी।
- शीघ्र ही पूरी दुनिया का मुखिया होगा महान ‘शायरन’ जिसे पहले सभी प्यार करेंगे और बाद में वह भयंकर व भयभीत करने वाला होगा। उसकी ख्याति आसमान चूमेगी और वह विजेता के रूप में सम्मान पाएगा।
नास्त्रेदमस की इन भविष्यवाणियों को हर बार पीएम मोदी को ही इसलिए फ़िट किया जाता है क्योंकि 2014 से लेकर अब तक, विश्व पटल पर पीएम मोदी ने ख़ुद की विश्व नेता की छवि बनाई। विश्व शक्तियों ने उन्हें The Boss कहकर कई दफा संबोधित किया। आज अगर रूस-यूक्रेन और हमास-इजरायल के बीच भीषण युद्ध छिड़ा हुआ है, तो इस युद्ध को खत्म कराने की उम्मीद पीएम मोदी से भी लगाई जाती है। भारत के इतिहास में पीएम मोदी एक ऐसे राजनेता रहे, जिन्होंने विश्व मंच पर भारत की सनातन संस्कृति को उभारा। विश्व को सनातन की शक्ति से साक्षात्कार करवाया और सबसे बड़ी बात ये कि नास्त्रेदमस के इन्ही भविष्यवाणियों को सत्यता की कसौटी पर 2025 में भी देखा जा रहा है..यानी की 600 साल पुरानी भविष्यवामियां 2025 में जिंदा होने वाली हैं।