स्वामी यो की बड़ी भविष्यवाणी हिंदू राष्ट्र की गद्दी सँभालते ही क्या Yogi कराएँगे Nupur Sharma की वापसी ?
गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा”, नूपुर शर्मा विवाद में एक्टिव हुए इसी गैंग ने उदयपुर में कन्हैयालाल, अमरावती के उमेश कोल्हे और लखनऊ के कमलेश तिवारी की जान ली। ईंदनिंदा का आरोप लगाकर इन्हें मौत के घाट उतार दिया…जबकी आरोपों की सत्यता दुनिया के सामने हैं और अब यहीं गैंग नासिक के रामगिरी महाराज के पीछे पड़ चुका है। जिन्होंने हाल फ़िलहाल में पैगंबर पर कथिततौर पर टिप्पणी की है। ऐसे में सवाल उठता है कि , क्या हिंदू राष्ट्र भारत में सर तन से जुदा ताक़तों के लिए जगह है ? इस्लामिक कट्टरता क्या भारत की संस्कृति का हिस्सा है ?]बिलकुल भी नहीं, तभी तो देश का संत समाज एक साथ एक सुर में बोल रहा है, सर तन से जुदा ताक़तों को अब छत से जुदा करने का समय है लेकिन क्या पीएम मोदी के रहते ऐसा हो पाएँगे क्योंकि इन दिनों पीएम मोदी की तुलना में हिंदुत्व की डगर पर योगी-योगी का नाम हाई है।
भगवाधारी बाबा 100 करोड़ हिंदुओं को चेतावनी दे चुके हैं, बटेंगे तो फिर कटेंगे लेकिन उनका क्या, जिन्होंने सर तन से जुदा ताक़तों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाकर धोखा पाया। आज भी देश का एक धड़ इस बात को मानता है कि 15 महीने पहले नूपुर शर्मा ने साहसिक कदम उठाया और सच बोला। तभी तो आज बॉलिवुड क्वीन कंगना रनौत के मामले में ट्विटर पर नूपुर शर्मा ट्रेंड कर रही है। यूज़र्स भाजपा को कोस रहे हैं। कंगना के किसान आंदोलन वाले विवादित बयान पर पल्ला झाड़ चुकी बीजेपी को सोशल मीडिया पर लोग खरी खोटी सुना रहे हैं। खुलकर कह रहे हैं जैसे बीजेपी ने नूपुर शर्मा को छोड़ा था उसी तरह से कंगना रनौत से भी किनारा कर लिया है। ये जग ज़ाहिर है कि विपक्ष और इस्लामिक देशों के दबाव में भाजपा को ना चाहकर भी नूपुर शर्मा को पार्टी से निकालना पड़ा, लेकिन अब क्या उनकी वापसी का समय आ गया है ? मौजूद सियासी परिस्थितियों को देखते हुए। योगी के सत्ता सँभालते ही क्या राजनीतिक फलक पर नूपुर शर्मा का चेहरा चमकेगा ? इसको लेकर अबकी बार आध्यात्म जगत से स्वामी योगेश्वरानदं गिरि महाराज जी की भविष्यवाणी क्या कहती है।