Swami Yo ने साल के आख़िरी सूर्य ग्रहण को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी
ग्रहण की काली छाया जिस किसी व्यक्ति पर पड़ जाए, ज़िंदगी जहन्नुम बन जाए। ग्रहण को लेकर शास्त्रों में जो बातें कही गई , विज्ञान ने उस पर अंधविश्वास का टैग लगाया लेकिन ग्रहण के बाद होने वाली विनाशकारी घटनाओं को जिस किसी ने नज़रअंदाज़ किया, वो ख़ुद में फ़ना हो गया। ग्रहण को लेकर मत्स्य पुराण में आज भी स्वरभानु नाम के राक्षस का ज़िक्र मिलता है। ये वहीं राक्षस है, जिसने अमृत पीने का पाप किया और सुदर्शनधारी के हाथों ख़ुद को दो धड़ों में बंटा हुआ पाया। उसी दिन से राहू-केतु की काली छाया में सूर्य-चंद्रमा को ओझल हुए पूरी दुनिया देखती आई है। अब जो कि पितृपक्ष की समाप्ति और नवरात्र की शुरुआत में इस साल का आख़िरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है, जो भारत को छोड़कर विश्व के कई देशों में साफ़ दिखाई देगा। लेकिन इसका प्रभाव क्या किसी विनाश को जन्म देगा ? ग्रहण की कंपन से अमेरिका से लेकर यूरोप में क्या बवाल मचने वाला है। अब क्या सौर सूनामी तबाही का मंज़र दिखाएगी ? कितने और देश ऐसे हैं, जो ग्रह युद्ध के शिकार होंगे ? अबकी बार सूर्यग्रहण को लेकर स्वामी योग की भविष्यवाणी डरा रही है या फिर अलर्ट करती है ।