अमेरिका में होगी हिदुओं की सरकार जानिए कौन करेगा योगी जैसा शासन
5 नवंबर का दिन ऐतिहासिक है, निर्णायक है, अभूतपूर्व है क्योंकि शक्तिशाली अमेरिका के इतिहास में अबकी बार कुछ ऐसा होने जा रहा है, जो मुल्क की तरक़्क़ी को एक नई दिशा देगा। अमेरिका का प्रेसिडेंट इलेक्शन, जिस पर गिद्द की तरह पूरी दुनिया नज़रें गढ़ाए बैठी है। आप मानें या नहीं, लेकिन सच तो यही है कि आज भी अमेरिका अपने आप में विश्व की सबसे बड़ी विश्व शक्ति है। भले ही आर-पार की चुनावी लड़ाई डेमोक्रेटिक की कमला हैरिस और रिपब्लिकन के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है, लेकिन इन सबके बीच एक चेहरा ऐसा है, जिसमें अभी से अमेरिका का योगी देखा जा रहा है। क़यास यहाँ तक लगाए जा रहे हैं कि योगी की सत्ता में अमेरिका को अपना सनातनी अमेरिकी राष्ट्रपति मिल जाएगा। अब क्या अमेरिकीयों के देश में अब क्या हिंदुओं की सरकार बनेगी ? आख़िर कौन हैं विवेक रामास्वामी , जिन्हें अमेरिका का योगी अभी से कहां जाने लगा है ? … और अमेरिका के इसी योगी ने किस प्रकार से सनातन को गाली बकने वालों की धज्जियाँ उड़ा दी है देखिये इस पर धर्म ज्ञान की ख़ास रिपोर्ट ।
भारत से कोसो मील दूर अमेरिका में इन दिनों चुनाव का माहौल है क्योंकि मुल्क का राष्ट्रपति चुना जाना है, जिसके लिए ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की कोशिश कर रहे हैं और कमला हैरिस के पास बड़ा मौक़ा है, अमेरिका के इतिहास में पहली बार महिला राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचने का और इस पूरी पिक्चर में , कुछ लोग कमला हैरिस को भारतवंशी के चश्मे से देख रहे है। अगर आपको यही लगता है कि कमला हैरिस हिंदू है और अगर वो ये चुनाव जीत जाती हैं, तो अमेरिका की पहली हिंदू राष्ट्रपति बन जाएगी ? लेकिन क्या सच में ऐसा है ?क्योंकि हक़ीक़त तो यही कहती है कि कमला हैरिस की माँ श्यामला ईसाई धर्म को मानती हैं। पिता यहूदी , लेकिन अगर पूर्वज हिंदू हो, तो क्या परिवार की पीढ़ी भी हिंदू कहलाएगी ? कमला हैरिस की माँ श्यामला तमिलनाडु में जन्मी लेकिन ईसाई धर्म को मानती और कमला हैरिस के पैदा होने से पहले ही अमेरिका में जा बसी हालाँकि श्यामला के पिता पीवी गोपालन धर्म से सनातनी थे, यही कारण है कि तमिलनाडु का थुलसेन्द्रपुरम गांव कमला हैरिस का नैनिहाल कहलाया गया।हालांकि कमला हैरिस ने भी एक यहूदी से शादी की, अब ऐसे में अगर कमला हैरिस अमेरिकी चुनाव जीत भी जाती है, तो क्या उन्हें अमेरिका की हिंदू राष्ट्रपति कहना, कितना उचित होगा, इस पर आप सोचकर बताइयेगा लेकिन अब हम आपको एक ऐसे शख़्स के बारे में बताएँगे, जो मूल रूप से सनातनी हैं और अब उनमें अमेरिका योगी देखा जाने लगा है। कौन हैं अमेरिका के योगी विवेक रामास्वामी? ..ये जानने के लिए बने रहिये धर्म ज्ञान के साथ।
अमेरिका की गिनती ऐसे देशों में होती है, किसी भी देश के नागरिक के लिए एंट्री करना आसान नहीं, जब तक की उसमें कोई योग्यता न हो अगर आप हूनुरमंद हैं, धनवान हैं, या फिर अत्याधिक ज्ञानी है। तभी अमेरिका की धरती पर आपकी रोजी रोटी चल सकती है। यही कारण है कि अमेरिका में बसे लगभग 33 लाख हिंदू अत्याधिक शिक्षित भी हैं और आर्थिक तौर पर सबसे ज़्यादा मज़बूत भी इसी के चलते अमेरिका चुनाव में हिंदूओं का वोट एक निर्णायक भूमिका निभाता है और इन्हीं हिंदुओं के बीच रिपब्लिकन पार्टी के विवेक रामास्वामी की पॉपलैरिटी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। धर्म पर खुलकर बोलने वाले विवेक रामास्वामी सनातन विरोधियों को करारा जवाब देते हैं।ताज़ा उदाहरण अभी का है, जब एक अमेरिकी ने उनके आगे सनातन को दुष्ट और मूर्तिपूजक कहा, तो जवाब में रामास्वामी ने उसकी बखिया उधेड़ दी दरअसल रामास्वामी से पूछा गया कि "क्या हिंदू धर्म अमेरिका के मूल्यों के साथ संगत है? इस पर रामास्वामी ने हिंदुइज्म के खिलाफ पूरी दुनिया में फैली असहिष्णुता का मुद्दा उठाया।
दुनिया भर में हिंदू धर्म की सहिष्णुता को गलत समझा जाता है। चाहे भारत हो या अमेरिका, हिंदुओं को टारगेट किया जाना एक वैश्विक मुद्दा बन चुका है।अमेरिका जैसे देश में नेतृत्व की योग्यता धर्म से नहीं, बल्कि संविधान और देश के प्रति निष्ठा से तय होनी चाहिए। विवेक रामास्वामी के इन्हीं विचारों को सुनकर , उन्हें अमेरिका का योगी कहा जाना शुरु हो चुका है।ख़ुद को गर्व से हिंदू कहने वाले विवेक रामास्वामी का कर्तव्य ही ईश्वर के उद्देश्य को समझना है। आज विवेक रामास्वामी ट्रंप की ढाल बने हुए हैं, लेकिन वो समय भी दूर नहीं जब यही ढाल अमेरिका का नेतृत्व कर सकती हैं। यानी कि अमेरिका का यही योगी अमेरिका का हिंदू राष्ट्रपति भी बन सकता है, लेकिन क्या अमेरिका के अब तक के इतिहास में ऐसा मुमकिमन है ? कमेंट करके ज़रूर बचाइयेगा।