हिंदू-मुस्लिम में नहीं होगा कोई फ़र्क़ जनसंख्या विस्फोट को कंट्रोल करने के लिए CM Yogi ने बनाया विशेष प्लान
केंद्र में कमल के खिलते ही जनसंख्या नियंत्रण पर क़ानून बनाने की माँग रफ़्तार पकड़ चुकी है। एक बार फिर चर्चा इस बात की है कि अब कब देश की बढ़ती पापुलेशन पर लगाम कब लगाया जाएगा। आज की डेट में देश की जनसंख्या 140 करोड़ के पार पहुँच चुकी है, जिसमें उत्तर प्रदेश की भागीदारी सबसे ज़्यादा है। जनसंघ के ज़माने से भाजपा के मैनिफेस्टो में पापुलेशन कंट्रोल रहा है, लेकिन अब तक इस पर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया लेकिन अब यूपी की तरक़्क़ी और प्रगति के लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने एक तोड़ूँ फ़ॉर्मूला तैयार किया है। 27 ज़ून से ‘पापुलेशन कंट्रोल’ के नाम पर अबकी बार योगी बाबा कौन सा बड़ा धमाका करने जा रहा है, क्या है ये पूरा मामला।
25 दिन बाद 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस दुनियाभर में मनाया जाएगा लेकिन उससे पहले देश की बढ़ती आबादी के नाम पर जनसंख्या विस्फोट का जो बम पिछले दिनों फटा, उसके बाद से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चिंतित है…चुनाव बीच प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की तरफ़ से एक रिपोर्ट जारी की गई।जिसमें ये बताया गया हम और आप जिस नये भारत से आते हैं, उसी आत्मनिर्भर भारत में हिंदू लगभग 8 फ़ीसदी घट गये हैं और पिछले 65 सालों में मुसलमानों की हिस्सेदारी 9.84% से बढ़कर 14.09% हो गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि बहुसंख्यकों की गिरती आबादी क्या किसी ख़तरे का संकेत हैं। ऊपर से यूपी की जनसंख्या 25 करोड़ से भी ज़्यादा है, जो प्रदेश के विकास की राह में एक बड़ा रोड़ा बना हुआ है। ऐसा नहीं है यूपी की पापुलेशन को कंट्रोल में करने के लिए योगी सरकार ने अब तक कोई फ़ैसला नहीं लिया। दो साल पहले 2022 में सरकार द्वारा एक बिल लाया गया, जिसका पीछे का उद्देश्य यही था कि 1 बच्चा हो तो राहत, दो से अधिक पर आफत इस प्रस्ताव के तहत जिनके पास दो से अधिक बच्चे होंगे, वे न तो सरकारी नौकरी के लिए योग्य होंगे और न ही कभी चुनाव लड़ पाएंगे लेकिन जनता के बीच योगी सरकार इस प्रस्ताव को पारित करने में असफल दिखी लेकिन फिर भी योगी जी ने हार नहीं मानी और अब ख़ुद का एक मास्टर प्लान लेकर आए हैं।
अबकी बार योगी जी ने ठाना है, सास-बेटा-बहू की आड़ में जनसंख्या पर अंकुश लगाना है। 27 जून, इस तारीख़ को आप भी नोट कर लीजिये क्योंकि इसी दिन से समूची यूपी में सास-बेटा-बहू सम्मेलन होने जा रहा है। सास, बेटा और बहू सम्मेलन के जरीये लोगों के बीच जनसंख्या में कमी लाने के लिए जागरुक किया जाएगा। इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि परिवार में बेहतर समझ पैदा कर जनसंख्या की समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है।अब जो कि सास, बेटा और बहू वाला ये सम्मेलन 10 जुलाई तक चलेगा। जो कि इस सम्मेलन का नेतृत्व ख़ुद योगी जी कर रहे हैं, तो स्वभाविक सी बात है कि इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे। पापुलेशन कंट्रोल’ के नाम पर योगी जी ने तो अपना दिमाग़ दौड़ा दिया हैं, लेकिन क्या जनता को समझा पाने में क़ामयाब हो पाएँगे।