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Shani के नक्षत्र में जन्में PM Modi को हरा पाने की ताक़त आखिर किस में है?

राहुल अगर राहू हैं, तो क्या मोदी शनि हैं? कब ख़त्म होगा कांग्रेस का राहू काल? शनि के नक्षत्र में जन्में मोदी को हरा पाना क्या मुमकिन है? देखिये सिर्फ़ धर्म ज्ञान पर ।
Shani के नक्षत्र में जन्में PM Modi को हरा पाने की ताक़त आखिर किस में है?
राहुल अगर राहू है तो क्या मोदी शनि हैं? । इन दिनों राजनीतिक गलियारों में यही एक सवाल जनता की ज़ुबान पर है? ....देश की राजनीति में अब ग्रह-नक्षत्रों की भी एंट्री हो चुकी है, तभी तो कांग्रेसी पीएम मोदी की तुलना शनि से करते हैं और भाजपाईयों ने कांग्रेस पार्टी के लिए राहुल को राहू करार दिया है...देश के इस अमृतकाल में कांग्रेस का क्या राहूकाल चाल रहा है, ये तो 4 जून के दिन देश की जनता बताएगी, लेकिन पीएम मोदी को शनि बताने वाली कांग्रेस को ये मालूम होना चाहिए कि शनि के नक्षत्र में ही देश का प्रधान सेवक जन्मा है।  ऐसे में सवाल उठता है कि शनि के नक्षत्र में जन्में पीएम मोदी को हरा पाने की ताक़त क्या किसी में है ?

अब जो कि देश लोकसभा चुनाव से गुजर रहा है.. दो चरणों की वोटिंग के बाद , तमाम पार्टियों का राजनीतिक अस्तित्व दांव पर लगा है। आर-पार की इस चुनावी लड़ाई में नामदार और कामदार आमने-सामने हैं..एक बार फिर चुनावी लड़ाई राहुल बनाम मोदी बन चुकी है, इस कारण मोदी-राहुल को ही शनि, राहूँ बताया जा रहा है। बस फ़र्क़ इतना है कि । ग्रहों की दुनिया में शनि और राहूँ के बीच मित्रता का भाव है..और राजनीति की पिच पर पीएम मोदी और कांग्रेस राहुल गांधी, एक दूसरे के धुर विरोधी हैं।  1 महीने पहले भाजपा के दिग्गज नेता ..शिवराज सिंह चौहान ने राहुल को राहूँ बताते हुए ये कहा था कि ,राहुल गांधी कांग्रेस के लिए राहु बन गये है, इसलिए पूरे देश के लिए अमृतकाल चल रहा है, तो कांग्रेस के लिए राहू काल चल रहा है।  शिवराज सिंह चौहान की ये उनकी व्यक्तिगत राय थी कि राहुल असफल, ग़ैरज़िम्मेदार और कमजोर नेता हैं..और अब ठीक 1 महीने बाद , कांग्रेस ख़ेमे से देश के प्रधानमंत्री की तुलना शनि से की जा रही है, हाल ही में कर्नाटक कांग्रेस नेता आर रमेश कुमार ने पीएम मोदी को शनि बताकर ये कहा कि , इन्होंने देश को परेशान कर दिया है। इतना ही नहीं, इस बात की भविष्यवाणी की है कि कर्नाटक में कांग्रेस ज़रूर जीतेगी, मोदी साहब हम 4 जून का इंतज़ार कर रहे हैं, ताकी इस देश को शनि से छुटकारा मिस सके, जिसने इसे परेशान किया है। 

हालाँकि 4 जून के दिन जनता को किससे से छुटकारा मिलेगा और जनता किसे हमेशा के लिए छुट्टी दे देगी, इसके लिए इंतज़ार अभी बाक़ी है। लेकिन जिस कांग्रेस को आज पीएम मोदी में शनि के दर्शन हो रहे हैं, उन्हें ये मालूम होना चाहिए कि । मोदी को कार्यकर्ता से प्रधानमंत्री बनाने वाले देवता शनि है, मूलांक 8 होने के चलते शनि का प्रभाव पीएम मोदी पर अत्याधिक देखा जाता है। शनि की दशाओं में ही मोदी जी ने प्रदेश की सत्ता से केंद्र की राजनीति में एंट्री पाई है। और सबसे दिलचस्प बात ये कि शनि के अनुराधा नक्षत्र में ही पीएम मोदी का जन्म हुआ है। 27 नक्षत्रों की दुनिया में अनुराधा नक्षत्र 17 वे नंबर पर आता है, इसी नक्षत्र पर शनि का राज होता है। इस नक्षत्र में जन्में लोग अपनी खूबियों के बल पर ज़िंदगी में कितना कुछ हासिल करते हैं। कितने भाग्यशाली होते हैं ? ..इनके साथ ज़िंदगी के प्रत्येक पड़ाव पर क्या कुछ होता है और क्या इनको हरा पाने की ताक़त किसी में है ? ।  आईये ज्योतिष अनुसार जानने की कोशिश करते हैं। 

शनि के अनुराधा नक्षत्र में जन्में लोग कैसे होते हैं?


अनुराधा नक्षत्र वाले जातकों पर मंगल और शनि दोनों का प्रभाव रहता है। इस नक्षत्र वाले लोगों में कई ऐसी खूबियां होती हैं जो इन्हें अलग पहचान दिलाती हैं। कहते हैं, इस नक्षत्र में जन्मे लोग स्पष्टवादी होते हैं। इनके दिल में जो चलता है वो खुलकर बोल देते हैं। यह नक्षत्र सफलता से जुड़ा हुआ है। जो व्यक्ति को प्रसिद्धि व मान्यता प्रदान करता है।ये लोग कम उम्र में ही पैसा कमाना शुरू कर देते हैं। ये काफी संघर्षशील होते हैं और दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। ये अपने लक्ष्य को लेकर बेहद ही गंभीर होते हैं। चाहे कितनी ही परेशानियां क्यों न आ जाएं, ये सफलता प्राप्त कर ही लेते हैं।ये जातक धार्मिक विचारों वाले होते हैं और समाज में अपनी अलग पहचान बनाने में लगे रहते हैं। इन्हें दिखावा बिल्कुल भी पसंद नहीं होता। जीवन के अनुभवों को यह अपने संघर्ष से प्राप्त करते हैं और अपनी कार्यशैली में ये अनुशासन बनाए रखते हैं। धन-संपत्ति के मामले में ये लोग काफी भाग्यवान होते हैं।

ज्योतिष अनुसार, अनुराधा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की खूबियाँ हमने आपको बताई, लेकिन यहीं खूबियों पीएम मोदी में कितनी दिखती हैं,  इस पर कमेंट करके आप बताइयेगा। और ये भी कि 4 जून के दिन देश की सत्ता किसके हाथों में होगी । 
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