PoK के इंतज़ार में जगद्गुरु Swami Rambhadracharya ने क्या करने की ठानी है
POK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, पूर्वी कश्मीर की रियासत का ये वो हिस्सा, जिस पर कबीलों की आड़ में पाकिस्तान ने अपनी नापाक साजिशे रची और आज उसी पर अपना कब्जा जमाए हुए है। 1947 में भारत के इसी अभिन्न हिस्से को पाकिस्तान ने दो हिस्सों में बांटा और नाम दिया “आजाद जम्मू-कश्मीर’ और ‘गिलगिट बाल्टिस्तान फ़िलहाल भारत के पास कश्मीर का 101,437 वर्ग किलोमीटर हिस्सा है और बाक़ी का 78,114 वर्ग किलोमीटर हिस्सा यानी POK वापस लेना है। अंग्रेज़ी हुकूमत से आजाद हुए भारत को 76 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन अभी तक भारत का अभिन्न अंग उससे दूर है। इतिहास इस बात की गवाही हर घड़ी देता है कि अगर सरदार पटेल को जम्मू-कश्मीर का मसला सौंप जाता, तो आज भारत का इतिहास और भूगोल कुछ और होता।
आज़ादी के समय भारत की अखंडता को बनाए रखने के लिए तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी कूटनीति के बल पर 560 से अधिक रियासतों का भारत में विलय कराया, लेकिन नेहरू की प्लैनिंग जम्मू-कश्मीर के मसले में फेल हो गई अब जो कि सत्ता में मोदी सरकार है, ऐसे में नये भारत की नई तस्वीर में हर कोई अखंड भारत के अभिन्न हिस्से जम्मू-कश्मीर को देखना चाहता है लेकिन हक़ीक़त से ये कितने परे हैं, इसको लेकर चित्रकूट से वैष्णों देवी धाम पधारे जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने सांकेतिक भविष्यवाणी की है…PoK के इंतज़ार में जगद्गुरु ने अबकी बार क्या करने की ठानी है, आईये आपको बताते हैं। धर्म ज्ञान की इस ख़ास रिपोर्ट में ।
पीठ पीछे साज़िशें रचकर पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर वाले हिस्से को तो हथिया लिया, लेकिन चाहकर भी क़ब्ज़ाए हिस्से पर अपनी हुकूमत क़ायम नहीं कर पाया। तभी तो आज पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जन आंदोलन चरम पर है। महंगाई और बेरोज़गारी के बोझ चले आवाम मौत की कगार पर खड़ी है। पाकिस्तानी हुकूमत के ख़िलाफ़ POK में आक्रोश हैं और इसी आवाज़ को दबानें के लिए पाकिस्तान अब PoK में अर्धसैनिक बल ‘फ्रंटियर कांस्टेबुलरी तैनात करने जा रहा है। क़ब्ज़ाई ज़मीन कहीं उसके हाथ से ना निकल जाए, इसके लिए पाकिस्तानी रेंजर्स को बुलाया जा रहा है लेकिन पाकिस्तान चाहकर भी भारत की क़ब्ज़ाई ज़मीन को अपना नहीं बना पायेगा। अब जो कि तीसरी बार भी देश ने मोदी की सत्ता है, ऐसे में 370 और 35 के बाद..अग़ल नंबर क्या Pok का है। इस पर पहली दफ़ा जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य की सांकेतिक भविष्यवाणी सामने आई है। दरअसल 28 साल बाद माँ वैष्णों देवी के दर्शनों के लिए कटरा पहुँचे जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने PoK पर बड़ा बयान दिया..पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी रामभद्राचार्य ने सांकेतिक भविष्यवाणी करते हुए ये कहा "जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए खत्म किया गया, यह बहुत अच्छी बात है. अब जब तक गुलाम जम्मू-कश्मीर नहीं मिल जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा"।
भले ही स्वामी रामभद्राचार्य ने PoK की वापसी की तारीख़ तो नहीं बताई , लेकिन संघर्ष शब्द का इस्तेमाल करना, ये बताता है कि अबकी बार का संघर्ष समाधान ज़रूर देकर जाएगा। पीएम मोदी के तीसरी कार्यकाल में जगद्गुरु की ज़ुबान पर PoK का ज़िक्र , कही न कहीं पीओकी की वापसी से जुड़ी सांकेतिक भविष्यवाणी है। आपको क्या लगता है, अब समय आ चुका है। देश के मुकुट को वापस लेने का ? कमेंट करके ज़रूर बताइयेगा।