बालकनाथ ने अपने गुरु भाई योगी को लेकर किसकी साज़िश की आशंका जताई ?
बालकनाथ योगी के लिए योगी बाबा क्या मायने रखते हैं, इसका अंदाज़ा इसी से लगाइये वो योगी को अपना गुरु भाई मानते हैं..और शायद यही कारण है कि महाकुंभ हादसे के पीछे राजस्थान के इस योगी को साजिश नज़र आ रही है …

आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस नाथ संप्रदाय से आते हैं। उसी संप्रदाय से महंत बालक नाथ भी हैं। जिस प्रकार अवैधनाथ जी महाराज ने योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर की गद्दी सौंपी। ठीक वैसे ही नाथ संप्रदाय से जुड़े मस्तनाथ मठ के महंत चांदनाथ योगी ने बालकनाथ को अपना उत्तराधिकारी चुना। इसी के चलते दोनों नेता एक ही संप्रदाय और संन्यासी होने के कारण एक दूसरे के करीबी भी हैं। मठाधीश महंत बालकनाथ योगी को राजस्थान का योगी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि योगी की तरह वो भी भगवा कपड़े पहनते हैं। कानों में कुंडल पहनते हैं और सबसे बड़ी चीज ये कि मुख्यमंत्री योगी की तरह हिंदुत्व के एजेंडे पर काफ़ी आक्रामक रहते हैं। जिस कारण फायर ब्रांड वाली छवि के चलते आमजनमानस में काफी फेमस हैं।देश के संन्यासी राजनेताओं की तरह। प्रधानमंत्री नरेंद्र और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह। महंत बालकनाथ योगी ने भी कभी हार का मुँह नहीं देखा। 2018 में मठाधीश की ज़िम्मेदारी सँभाली। 2019 में अलवर से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा औ भारी बहुमत से जीता। और फिर राजस्थान के चुनाव में विधायकी का चुनाव जीत कर फ़िलहाल भजनलाल सरकार का हिस्सा है।बालकनाथ योगी के लिए योगी बाबा क्या मायने रखते हैं, इसका अंदाज़ा इसी से लगाइये वो योगी को अपना गुरु भाई मानते हैं। और शायद यही कारण है कि महाकुंभ हादसे के पीछे राजस्थान के इस योगी को साजिश नज़र आ रही है।
भव्य और दिव्य महाकुंभ को उस वक़्त ग्रहण लगा, जब मौनी अमावस्या के मौक़े पर भगदड़ मची और हादसे में 30 लोगों की मृत्यु और 90 से ज़्यादा लोग घायल हो गए।हालाँकि अब स्थिति कंट्रोल में है..लेकिन इस हादसे के तार क्या किसी साज़िश से जुड़े हैं या नहीं, इसको लेकर बालकनाथ योगी का बड़ा बयान सामने आया है। बीते दिनों बतौर मठाधीश बालकनाथ योगी महाकुंभ पहुँचे। और यहाँ आकर उन्होंने भगदड़ के पीछे साज़िश की आशंका जताई।
“लोग समझते हैं कि महाकुंभ में भगदड़ अव्यवस्था के कारण हुई। लेकिन, इसकी जांच होगी तो सच सामने आएगा। मुझे लगता है कि इस घटना के पीछे षड्यंत्रकारी लोग भी हो सकते हैं। कुंभ का जिस स्तर पर आयोजन किया गया। कुछ लोगों को यह हजम नहीं हो रहा है। कुछ साजिश भी इसके पीछे हो सकती है, लेकिन यह जांच का विषय है।"
महाकुंभ हादसे के पीछे की क्या वजह है, इसको लेकर जाँच जारी है।लेकिन इस हादसे को साज़िश के चश्मे से देखना कितना सही है ?