विश्व युद्ध की आग से क्या Modi भारत को बचा पाएँगे ? Swami Yo की भविष्यवाणी
जंग के मुहाने पर खड़े 195 देश क्या मिट्टी में मिल जाएँगे ? आज ये सवाल इसलिए, क्योंकि इस वक़्त चार मोर्चों पर जंग छिड़ी हुई है। करोड़ों ज़िंदगियों पर तृतीय विश्व युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ऊपर से गृह युद्ध की चिंगारी में देशों का जलना शुरु हो चुका है। दुनिया के इन भयावह हालातों को देखते हुए भारत की इसी पावनधरा से स्वामी यो के नाम से फ़ेमस , स्वामी योगेश्वरानंद गिरी महाराज ने विश्व जगत के नरसंहार की भयावह भविष्यवाणी कर डाली है।युद्ध की तारीख़ का ऐलान कर दिया और इस जंग का कारण कौन बनेगा, ये भी बता दिया है।
युद्ध में जीत धर्म की हो या अधर्म की हो, मगर हार हमेशा मानवता की ही होती आज के हालातों का यही सच है। इस वक़्त चौ तरफ़ युद्ध का मंजर देखने को मिल रहा है। भारत के पड़ोसी मुल्कों में उथल-पुथल मची हुई हैं। अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर आतंकी तालिबानी ढेरा डले हुए हैं। बांग्लादेश में शेख़ हसीना का तख्तापलट हो चुका है। श्रीलंका क़र्ज़ के बोझ चले चीन के मक्कडंजाल में फँसा हुआ है। भारत के ईर्द-गिर्द तबाही का मंजर हैं। इसी कड़ी यूरोप और मिडल ईस्ट में जंग छिड़ी हुई है। रूस और यूक्रेन में पहले से ही जंग चल रही है, तो वहीं इजरायल एक तरफ हमास से लड़ रहा है तो दूसरी तरफ अब ईरान सामने है. वहीं यमन में सऊदी अरब की ईरान से अलग लड़ाई है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी हिंसक लड़ाई 2022 से छिड़ी हुई है। इन 3 सालों में दोनों मुल्कों में लाखों लोग बेघर हो गए और शहर के शहर तबाह हो गये। दूसरी तरफ़ इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर, 2023 को उस समय शुरू हुई थी जब हमास ने इजरायल के अंदर घुसकर सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया। आलम ये है कि आज की डेट में गाजा पट्टी में सैकड़ों इमारतें जमीदोंज हो गईं हैं। ईरान और सदन अरब के बीच इस्लामी जंग अलग से छिड़ी हुई है। शिया-सुन्नी के मसले ने खाड़ी देशों में बवाल मचाया हुआ है। ऊपर से इज़रायल और ईरान, एक दूसरे को मौत के घाट उतारने के लिए उतारू हैं। ईरान ने इज़रायल पर क्रूज और 300 से ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से अटैक किया, जिसका जवाब देते ही तृतीय विश्व युद्ध की घंटी बज सकती है। इन्हीं परिस्थितियों के बीच आध्यात्मिक गुरु स्वामी योगेश्वरानंद गिरी महाराज ने 25 अगस्त को ही क़यामत का दिन क्यों बताया है और भारत की कितनी बड़ी भूमिका देखने को मिलेगी।