नालंदा को न्यूयॉर्क बनाकर ही क्या PM Modi लेंगे राजनीति से संन्यास ?

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तो नहीं मिल पाया, लेकिन, करोड़ों की सौग़ात के रूप में जो स्पेशल पैकेज मिला है, उससे नीतीश कुमार का चेहरा खिल उठा है। भले ही नीतीश कुमार किंग मेकर की भूमिका में है, लेकिन पीएम मोदी अभी भी देश का किंग बने हुए हैं और अब यही किंग नालंदा को न्यूयॉर्क बनाकर ही राजनीति से सन्यास लेगा ? ऐसा हम नहीं, बल्कि आम बजट से बिहार को मिले फंड पर जनता का कहना है । काशी के तर्ज़ पर बिहार में कहां भव्य टेंपल कॉरिडोर बनने जा रहा हैऔर क्या अब नालंदा भी न्यूयॉर्क की तरह चमकेगा ?देखिये इस पर धर्म ज्ञान की ये ख़ास रिपोर्ट
सावन की शुरुआत के साथ ही देश का आम बजट पेश किया गया..23 जुलाई के दिन देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पिटारा से धन राशि के साथ-साथ जितनी भी परियोजनाओं का ऐलान हुआ, उसके सहारे आत्मनिर्भर भारत की एक तस्वीर बनाने की भरपूर कोशिशें की गई हैं और इन्हीं कोशिशों के बीच बिहार की एक नई पिक्चर भी दिखाई गई। चाणक्य से लेकर भगवान बुद्ध..आर्यभट्ट और कालीदास के गौरवशाली इतिहास की साक्षी रही बिहार की पावनधरा को अब न्यूयॉर्क की तर्ज़ पर चमकाया जाएगा..बिहार को मिले 58 हजार करोड़ रुपये के पैकेज में वैसे तो बहुत कुछ है, लेकिन जिसकी चर्चा सबसे ज़्यादा है वो है ज्ञान का मंदिर नालंदा बोधगया का महाबोधि मंदिर और गया में स्थित विष्णुपद मंदिरक्या है ये पूरा मामला, आईये आपको बताते हैं।
58 हजार करोड़ रुपये का पैकेज बिहार की तस्वीर बदलने जा रहा है क्योंकि इसी पैकेज के तहत बिहार में एक मज़बूत सड़क नेटवर्क बनेगा। धरातल पर पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे और बोधगया- राजगीर- वैशाली- दरभंगा एक्सप्रेस वे दिखेंगे। बक्सर में गंगा नदी पर एक नया दो लेन का पुल खड़ा किया जाएगा…हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज और खेल संबंधी बुनियादी ढांचे खड़े किये जाएँगे। इन सबके बीच पीएम मोदी ख़ुद बिहार के धार्मिक पर्यटन पर फ़ुल फ़ोकस करेंगे। जिसकी शुरुआत होगी नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से 2024 के चुनावी रिज़ल्ट के ठीक बाद 19 जून को पीएम मोदी के ख़ुद अपने हाथों से नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्धाटन किया और अब समूचे नालंदा को न्यूर्याक बनाने जा रहे हैं। तभी तो आम बजट से ख़ुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बात की घोषणा की विष्णुपद टेंपल, महाबोधि मंदिर में वाराणसी के काशी विश्वनाथ की तरह टेंपल कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इस टेंपल कॉरिडोर को केंद्र सरकार की तरफ से सहायता दी जाएगी। काशी विश्वनाथ टेंपल कॉरिडोर की तरह ही बिहार को मदद दी जाएगी, ताकि यहां भी पर्यटक आ पाएं।नालंदा को दूरिस्ट सेंटर के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा। ताकी नालंदा यूनिवर्सिटी को ग्लोरी मिले। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ।
नालंदा यूनिवर्सिटी को ग्लोरी मिले, जिसका मतलब साफ़ है कि अब नालंदा को न्यूर्याक की तरह चमकाया जाएगा। उम्मीद भी यही है कि पीएम मोदी की सत्ता में ही ये कार्य पूर्ण हो जाए। पीएम मोदी के रहते नालंदा की रौनक़ वापस लौट आए और इसी कड़ी में विष्णुपद और महाबोधी मंदिर का कॉरिडोर भी शामिल है..यानी की भव्य टेंपल कॉरिडोर बिहार के पर्यटन को बूस्ट करने के लिए अब विष्णुपद और महाबोधि मंदिर पर फ़ोकस किया जाएगा। मोदी सरकार द्वारा दोनों ही मंदिर में भव्य क़ॉरिडोर का निर्माण होगा। महाबोधी मंदिर में सोने से बनी भगवान बुध की विराट प्रतिमा और दूसरी तरफ़ महारानी अहिल्याबाई के दौर में बना विष्णुपद मंदिर दोनों ही तीर्थों का अपना ख़ासा महत्व है, जिसकी भव्यता अब सातवें आसमान पर दिखेगी।