PM Modi के खिलाफ बोलने वाले Shatrughan Sinha क्या जीत पायेंगे ? Shri Sant Betra Ashoka Ji
कुछ देर की खामोशी है, फिर शोर आएगा | मोदी तेरा वक़्त आया है, दीदी का दौर आएगा | इसी शायरी के साथ आसनसोल से चुनाव लड़ रहे बॉलिवुड के शॉटगन कहे जाने वाले और राजनीतिक पिच पर अपने धुर विरोधियों की जुबान को ख़ामोश कर देने वाले शत्रुघ्न सिन्हा एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में है | बंगाल की धरती से चुनावी हुंकार भरने वाले बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा एक बार फिर दीदी की छत्रछाया में भाजपा के ख़िलाफ़ आसनसोल से चुनावी मैदान में है | दो साल पहले यानी की साल 2022 में तृणमूल कांग्रेस के साथ जाने के बाद शॉटगन अब बिहारी बाबू से बंगाली बाबू बन गये हैं | आलम ये है कि इस चुनाव में बंगाली बाबू के अंदाज बदले-बदले है |
2019 का चुनाव हार चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने अब तक पीएम मोदी को ललकारना छोड़ा नहीं है | इन दिनों पीएम मोदी के 400 पार नारे का मजाक उड़ा रहे हैं…भाजपा में 28 सालों तक रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा इस बात की भविष्यवाणी कर चुके हैं कि अबकी बार कोई 400 पार नहीं होने वाला है, बल्कि 100 से 175 सीटों पर ही भाजपा का खेल ख़त्म हो जाएगा | इसी के साथ मोदी को प्रधानमंत्री से प्रचारमंत्री बताकर जमकर ज़ुबानी बाण छोड़े हैं |
आरोप लगाया है कि पीएम मोदी दुनिया के किसी भी लोकतंत्र में एकमात्र पीएम हैं, जिन्होंने बीते 10 सालों में एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं की | टीएमसी सांसद सिन्हा साहब को ये लगता है कि जब भाजपा पिछले बंगाल चुनाव में 200 पार का नारा देकर भी दीदी से हार गई , दिल्ली और कर्नाटक में भी करारी शिकस्त खाई, तो इस बार भी पीएम मोदी के हाथ निराशा ही लगेगी | हालाँकि अबकी बार शॉटगन की सियासी भविष्यवाणियाँ कितनी सटीक बैठती है, ये तो 4 जून की तस्वीर बताएगी | फ़िलहाल आपको ये मालूम होना चाहिए कि साल 2019 में ही राष्ट्रभक्त विश्व विख्यात सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी ने शत्रुघ्न सिन्हा के राजनीतिक करियर पर लगते ग्रहण की भविष्यवाणी कर डाली थी | 5 साल पहले देवभूमि नींव करौली बाबा के धाम से शत्रुघ्न सिन्हा के चुनाव हारने की भविष्यवाणी हो चुकी थी और हुआ भी यही | पटना साहिब से भाजपा ने शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटा और जब इसी सीट से शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से उतरे, तो उन्हें रविशंकर प्रसाद ने भारी मतों से हरा दिया | हालाँकि टीएमसी ज्वाइन करने के बाद सिन्हा आसनसोल से चुनाव जीतने में कामयाब रहे | लेकिन क्या अबकी बार जीत के झंडे गाढ़ पायेंगे?