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गुजरात में 400 राजपूत महिलाएं चुनावी मैदान में उतरकर बढ़ाएंगी PM Modi की टेंशन

इस वक़्त पूरा राजपूत समाज बीजेपी को लेकर बौखलाया हुआ है। राजपूतों का गुस्सा अभी तक ठंडा नहीं हुआ है, लेकिन बीजेपी है की सीरियस होने का नाम नहीं ले रही है। ना कुछ कह रही है और ना राजपूतों की मांग के बारे में विचार कर रही है। केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला के एक बयान ने राजपूतों का पारा हाई कर दिया है, इसलिए राजपूत रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग पर अड़ी हुई है। लेकिन अब जब बीजेपी कुछ करने को तैयार नहीं है तो खुद क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने अब 400 पार का दांव खेलने की तैयारी की है।
गुजरात में 400 राजपूत महिलाएं चुनावी मैदान में उतरकर बढ़ाएंगी PM Modi की टेंशन
इस वक़्त पूरा राजपूत समाज बीजेपी को लेकर बौखलाया हुआ है। राजपूतों का गुस्सा अभी तक ठंडा नहीं हुआ है, लेकिन बीजेपी है की सीरियस होने का नाम नहीं ले रही है। ना कुछ कह रही है और ना राजपूतों की मांग के बारे में विचार कर रही है। केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला के एक बयान ने राजपूतों का पारा हाई कर दिया है, इसलिए राजपूत रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग पर अड़ी हुई है। लेकिन अब जब बीजेपी कुछ करने को तैयार नहीं है तो खुद क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने अब 400 पार का दांव खेलने की तैयारी की है। यानी मोदी के 400 पार के दावे के खिलाफ राजपूत महिलाओं 400 का खेल करने वाली है। चलिए आपको भी बताते है पूरी खबर के बारे में। 

दरअसल, बीजेपी को अब सावधान होने की ज़रुरत है क्युकी क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने पर्चा दाखिल करने के पहले दिन 150 नामांकन फार्म लिए है यानी इनकी तैयारी है की परषोत्तम रूपला के खिलाफ 400 महिलाएं चुनावी मैदान में उतरेंगी। 

मोदी के खिलाफ उतरेंगी 400 राजपूत महिलाएं 


लोकसभा चुनाव की तारीखों के पहले से ही मोदी ने 400 पार का नारा शुरू कर दिया था, अभी तक मोदी का दावा जारी है की बीजेपी 400 पार सीटों पर जीत दर्ज करेगी। लेकिन राजपूत महिलाएं मोदी के इस प्लान को सफल नहीं होने देंगी। महिलाओं की तैयारी है कि अगर बीजेपी परशोत्तम रूपाला का टिकट रद्द नहीं करती है तो क्षत्रिय समाज की 400 से अधिक महिलाएं विरोध स्वरूप चुनाव मैदान में उतरेंगी। और अगर ऐसा सच में होता है तो बीजेपी का पेच फंसेगा। कैसे ? ये भी जान लीजिए। 

कुल कैंडिडेट की संख्या अगर 385 होती है तो चुनाव ईवीएम से नहीं होगा बल्कि फिर बैलेट पेपर पर होगा  अगर 400 से अधिक महिलाएं राजकोट से चुनावी मैदान में उतरती है तो चुनाव फिर बैलेट से होगा 

ऐसे में कहा जा रहा है की बीजेपी और मोदी दोनों के सामने टेंशन-टेंशन बढ़ जाएगी। क्युकी हमेशा से विपक्ष ये आरोप लगता आया है की evm की वजह से बीजेपी से जीतती है लेकिन अगर बैलेट पेपर पर चुनाव होगा तो बीजेपी हार जाएगी क्युकी बीजेपी घपला करती है।  इसलिए कहा जा रहा है की महिलाएं चुनावी मैदान में उतरके राजकोट में बीजेपी की टेंशन बढ़ा देगी। एक तरीके से मोदी के खिलाफ ये 400 महिलाएं उतरकर उन्हें चैलेंज कर रही है। 

वही, नामांकन का फॉर्म लेने वाली महिलाओं ने कहा "हमारा विरोध रूपाला की क्षत्रिय समाज के लिए की गई टिप्पणी से है। ऐसे में हमारी मांग है बीजेपी की उम्मीदवारी वापस करे" 

इस दिन क्षत्रिय समाज की होगी रैली

इसके अलावा क्षत्रिय समाज परषोत्तम रूपला के खिलाफ एक महा रैली निकालने की तैयारियों में है। जानकारी के मुताबिक की 14 अप्रैल को क्षत्रिय समाज ने महासम्मेलन बुलाया है। इसमें हर तमाम क्षत्रिय समाज के लोगों से आने की अपील की गई है। इसको लेकर राजपूत संकलन समिति के प्रमुख करण सिंह चावडा ने कहा "अगर बीजेपी की तरफ से राजकोट में रूपाला की उम्मीदवारी बरकरार रहेगी तो हम गुजरात की सभी 26 सीटों पर ऑपरेशन रूपाला चलाएंगे।"

अब राजपूत समाज के इस प्लान के सामने बीजेपी के हारने की उम्मीद लग रही है। इतने बड़े लेवल पर विरोध हो रहा है की खुद मोदी भी लग रहा है कुछ नहीं कर पाएंगे। 

क्या है पूरा मामला?

अब गुजरात में क्या हुआ था ये भी जान लीजिए। मार्च में परषोत्तम रूपाला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, उसमे परषोत्तम रूपाला जनता को सम्बोधित करते हुए कह रहे है "दूसरे ने भी हम पर राज किया. अंग्रेजों ने भी ऐसा ही किया और...उन्होंने हमें सताने में कोई कसर नहीं छोड़ी. राजा भी झुक गये. उन्होंने राजाओं ने अंग्रेजों साथ रोटियां तोड़ीं और अपनी बेटियों की शादी उनसे की" इस बयान के बाद से क्षत्रिय संगठनों ने उग्र रोष व्यक्त किया. राज्य के विभिन्न हिस्सों में रूपाला के पुतले जलाए गए। और राजपूत अभी भी गुस्से में है। 

इसके बाद करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने रूपाला के बयान के खिलाफ विरोध किया और फिर प्रदर्शन कर रहीं राजपूत महिलाओं के समर्थन में अहमदाबाद पहंचे थे। उनको गुजरात पुलिस ने मिलने नहीं दिया और फिर गिरफ्तार कर अहमदाबाद पुलिस कमिशनरेट ले गई। इस दौरान जब महिपाल सिंह की टोपी गिर गई थी तब और बवाल मचा था। फिर करणी सेना के गुजरात अध्यक्ष राज शेखावत के साथ भी ऐसा ही हुआ, रूपला के खिलाफ विरोध कर रहे शेखावत को अहमदाबाद एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया था। 
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