लालू यादव का 'O' प्लान, NDA के 'B' पर भारी, कई योद्धा जमीन पर गिरे !
बिहार में लालू यादव ने मोदी का खेला खराब कर दी है । और अब नरेंद्र मोदी की सांसे फुलने लगी है । और इसी परेशान बीजेपी को चक्कर आ रहा है ।
बिहार में अलग तरह की बयार बह रही है । और नीतीश कुमार लाइम लाइट से बाहर है ।और बीजेपी अपने स्टेज पर जगह नहीं दे रही है । फिर भी जनता नाराज है । इसके साथ ही साथ बिहार में भूमिहार पहले लालू से काफी नाराज रहा करते थे । लेकिन इस बार लालू यादव ने भूमिहारों के लिए नई चाल चली है । जिसका रिजल्ट मोदी को परेशान कर रहा है । एक रिपोर्ट…
आप जानते है कि दो चरण के चुनाव हो चुके है । और दोनों में बीजेपी को भारी झटका लगा है ।और अब तीसरे औऱ चौथे चरण में चुनाव जा रहा है ।तीसरे चरण का चुनाव 7 मई को 13 मई को होगा ।और इसके लिए पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है ।लेकिन बीजेपी के लिए लालू यादव बिहार में नरेंद्र मोदी के लिए मुसीबत बने हुए है ।जानकारी देते चले कि बिहार में चौथा चरण भूमिहार बहुल क्षेत्रों में जीत है ।और यहां पर आरजेडी का काफी मेहनत कर रही है ।जानकारों की माने तो आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बड़ी ही चतुराई के साथ अपनी चाल में बदलाव कर दिया है ।चौथे चरण के चुनाव में बेगूसराय और मुंगेर में बड़ी ही चतुराई से लालू यादव ने भूमिहार जाति से उम्मीदवार नहीं दिया है । इन दोनों जगहों पर राजद सुप्रीमो ने पिछड़ी जाति के उम्मीदवार उतारकर नरेंद्र मोदी की नींद उड़ा दी है ।जैसे बेगुसराय और मुंगेर ।बेगूसराय
में पिछले कुछ समय से सत्ता और विपक्ष दोनों भूमिहार जाति के लोगों को उम्मीदवार बनाते थे ।लेकिन इस बार आरजेडी ने बीजेपी को मजा चखाने के लिए यादव जाति से आने वाले सीपीआई के अवधेश कुमार राय को उतारा है ।जानकारों की माने तो लालू यादव इसे भूमिहार बनाम अन्य के रुख पर उतर दिया है । जिसका नतीजा दिख भी रहा है ।इसी तरह मुंगेर लोकसभा सीट पर भी लालू यादव ने बीजेपी की चाल को गड़बड़ कर दिया है ।इस बार राजीव रंजन की टक्कर अशोक महतो की पत्नी अनिता कुमारी महतो से होने जा रही है ।यहां का समीकरण कुर्मी धानुक के साथ एमवाई का आधार वोट को ध्यान में रख कर फैसला किया ।और मुंगेर में आरजेडी कमाल कर रही है ।और इसी से बीजेपी परेशान है।
जानकारों की माने तो इन दो लोकसभा सीटों पर लगातार हार से लालू यादव परेशान थे ।इसलिए इस बार रणनीति बदलकर लालू यादव मैदान में उतरे । जो सफल हो रही है ।आरजेडी सूत्रों की माने तो भूमिहार जाति से खड़े होने वाले उम्मीदवार को उनकी जाति का ही वोट काफी कम मिलता था । इसलिए रणनीति बनी की एमवाई समीकरण को आधार वोट के साथ किसी अन्य जातियां को उतारा जाए । पहले ये था कि एनडीए और विपक्ष, दोनों ही भूमिहार जाति से टिकट पाते थे ।और इस लड़ाई में आरजेडी मात खा जाती थी ।लेकिन ट्रैक बदलकर जैसे ही मैदान में आरजेडी आई बीजेपी के होश उड़ गए और हार जीत में बदल गई ।बस इसी से कहा जा रहा है कि लालू ने इस बार मोदी को जोरदार सबक सिखाया है । और लग रहा है कि इस बार बीजेपी की हार तय है ।देखना होगा कि इस बार लालू कितना मोदी का खेल खराब करते है ।