बात PM Modi और Yogi के सम्मान की आई तो Ajit Anjum ने Shahid की क्लास लगा दी
PM Modi 9 April को यूपी के पीलीभीत जिले में चुनावी रैली करने गये थे... इस दौरान मंच पर मोदी के साथ साथ सीएम योगी भी मौजूद थे... इसी दौरान मंच पर पीएम मोदी ने सीएम योगी का हाथ पकड़ लिया जिसे शाहिद सिद्दीकी ठाकुरों के अपमान से जोड़ दिया था, जिस पर अजीत अंजुम ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया !
अबकी बार चार सौ पार का नारा देकर चुनावी मैदान में कूदे पीएम मोदी इन दिनों धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे हैं... नौ अप्रैल को ही पीएम मोदी यूपी के पीलीभीत जिले में चुनावी रैली करने गये थे... इस दौरान मंच पर मोदी के साथ साथ सीएम योगी भी मौजूद थे... इसी दौरान मंच पर कुछ ऐसा हो गया... जिसकी पूरे देश में चर्चा होने लगी... तो वहीं शाहिद शिद्दीकी जैसे कुछ लोग इसी वीडियो की वजह से अब मोदी और योगी को बदनाम करने में जुट गये...
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पीएम मोदी और सीएम योगी की इस वीडियो को देख कर आप बड़ी ही आसानी से समझ सकते हैं कि इस वीडियो में नजर आ रहे सीएम योगी को जब भाषण देने के लिए बुलाया गया तो... वो पीएम मोदी के सामने से जाने की बजाए अपनी कुर्सी हटा कर उनके पीछे से जाने की कोशिश करने लगे... लेकिन तभी पीएम मोदी ने सीएम योगी का हाथ पकड़ लिया... और उन्हें अपने सामने से ही जाने को कह दिया... यानि इस दौरान सीएम योगी ने जहां पद और उम्र में बड़े पीएम मोदी के लिए पूरा सम्मान दिखाया... तो वहीं पीएम मोदी ने भी बड़प्पन दिखाते हुए सीएम योगी को खुद के सामने से जाने के लिए कह दिया... यानि इस वीडियो में मोदी और योगी दोनों का ही संस्कार नजर आया... लेकिन इसके बावजूद शाहिद सिद्दीकी जैसे पत्रकार क्वेश्चन मार्क लगा कर इसे एक ठाकुर के अपमान से जोड़ने की कोशिश की...
मोदी योगी की इसी वीडियो पर सबसे पहले तो एक एक्स हैंडल से लिखा गया... अदावत मनमुटाव लाइव, उत्तर प्रदेश में आज पीलीभीत की जनसभा के मंच पर मोदी जी ने बेहद गुस्से, अशिष्टता बेहूदगी से कुर्सी खींच बैठने की कोशिश करते योगी जी का हाथ पकड़ के धक्का दिया, घोर निंदनीय शर्मनाक
इसी ट्वीट को शेयर करते हुए नई दुनिया के संपादक और राज्य सभा के पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी ने लिखा... यह क्या हो रहा है योगी जी के साथ ? ठाकुरों के टिकट काट दिये, पर काट दिये और अब अंदर की लड़ाई बाहर आ गई ?
पीएम मोदी ने सीएम योगी का हाथ क्या पकड़ लिया... पूर्व आरएलडी नेता और पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने राजपूत सीएम योगी के अपमान से जोड़ दिया... लेकिन जल्द ही उनके इस एजेंडे की दो पत्रकारों ने ही हवा निकाल दी... जिन्हें मोदी विरोधी पत्रकार कहा जाता है... फिर वो अजीत अंजुम हों या फिर राहुल देव...
सबसे पहले तो राहुल देव ने ही शाहिद सिद्दीकी के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा कि... असहमत, शाहिद, यह बिल्कुल गलत व्याख्या/टिप्पणी है, मोदी योगी के प्रति सौजन्य दिखा रहे हैं, प्रधानमंत्री के आगे से निकलने से बचने के लिए महंत जी कुर्सी हटा कर पीछे से शायद माइक तक जा रहे थे, यह मंच का शिष्टाचार है, मोदी ने उन्हें सामने से ही जाने के लिए हाथ पकड़ा और सामने से ही भेजा
राहुल देव ने मोदी और योगी की वायरल वीडियो का सच बताया तो पत्रकार अजीत अंजुम ने भी उनकी बातों का समर्थन करते हुए कहा कि... सही कह रहे हैं आप राहुल जी, योगी और के उस वीडियो की सच्चाई यही है
ये दोनों ट्वीट देख कर समझ सकते हैं जिस पत्रकार अजीत अंजुम को मोदी योगी विरोधी बताया जाता रहा है... लेकिन इसके बावजूद जब शाहिद सिद्दीकी जैसे नेता मोदी और योगी के खिलाफ एजेंडा चलाने लगे... तो अजीत अंजुम ने उनकी जबरदस्त क्लास लगा दी... क्योंकि शाहिद सिद्दीकी ने मोदी योगी की वीडियो को राजपूत के अपमान से जोड़ दी थी... जबकि बात यहां संस्कार और सम्मान की थी... और यही संस्कार और सम्मान उस वक्त भी देखने को मिला जब... गुरुवार को पीएम मोदी ऋषिकेश के दौरे पर गये थे... इस दौरान पुष्कर सिंह धामी ने भी भाषण देने के लिए मोदी के पीछे से जाने की कोशिश की थी... लेकिन पीएम मोदी ने यहां भी वही किया... जो पीलीभीत में सीएम योगी के साथ किया था... यानि सीएम धामी का भी हाथ पकड़ कर उन्हें अपने सामने से ही जाने के लिए कहा...
ये वीडियो देख कर समझ सकते कि बात चाहे सीएम योगी की हो या सीएम धामी की... दोनों ही नेताओं के लिए पीएम मोदी ने बड़प्पन दिखाते हुए उन्हें खुद के सामने से जाने के लिए कहा... लेकिन इसके बावजूद शाहिद सिद्दीकी जैसे नेता पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ एजेंडा चलाने में लगे हुए हैं... तो वहीं शाहिद सिद्दीकी के बारे में आपको बता दें...
कौन हैं शाहिद सिद्दीकी ?
- शाहिद सिद्दीकी ने कांग्रेस से शुरू की थी राजनीति
- 1997-99 में कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष थे
- कांग्रेस में मन नहीं लगा तो शाहिद सिद्दीकी सपा में चले गये
- सपा ने सिद्दीकी को महासचिव बनाया, राज्य सभा भी भेजा
- कांग्रेस, सपा में होते हुए शाहिद सिद्दीकी BSP में चले गये
- मायावती के खिलाफ बोलने पर 2009 में BSP से निकाले गये
- 2010 में शाहिद सिद्दीकी जयंत सिंह की RLD में चले गये
- 2012 में सिद्दीकी RLD छोड़ कर फिर से सपा में चले गये
- मोदी का इंटरव्यू करने की वजह से सपा ने उन्हें निकाल दिया
- सपा से निकाले जाने के बाद सिद्दीकी फिर से RLD में चले गये
- RLD ने जैसे ही BJP से गठबंधन किया फिर से पार्टी छोड़ दी
पत्रकार से लेकर राजनीति तक का सफर तय करने वाले शाहिद सिद्दीकी किसी भी पार्टी में स्थिर रूप से नहीं रहे... कांग्रेस... सपा... आरएलडी में आते जाते रहे हैं... तो वहीं सपा ने तो साल 2012 में उन्हें इसलिये पार्टी से निकाल दिया था... क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी का गोधरा कांड पर इंटरव्यू लिया था... और अब यही शाहिद सिद्दीकी मोदी योगी को बदनाम करने की वजह से चर्चा में हैं... जिन्हें पत्रकार अजीत अंजुम ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया... इस पूरे मामले पर आपका क्या कहना है अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं...