Mahipal Makrana ने दिया Ravindra Bhati का साथ, गुस्से में PM Modi का लिया नाम
बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में साम, दाम, दंड, भेद सब अपना रही है। जो सवाल उठा रहा है, उसे साफ़ इग्नोर कर रही है। बस इस बात पर फोकस कर रही है की कैसे भी कर के जितना है क्युकी भाई मोदी ने 400 पार का दावा जो किया है। लेकिन जनता भी सब देख रही है, किस तरह से लोग बीजेपी का विरोध रहे है। ताज़ा उदाहरण है रविंद्र सिंह भाटी और राजपूत। जहा गुजरात में राजपूत बीजेपी का विरोध रहे है तो वही अपने भौकाल से बीजेपी की नींद उड़ाने वाले भाटी, जिनपर जब देशद्रोही का आरोप बीजेपी ने लगाया तो उनके समर्थन में अब राजपूत आ गए है।
बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में साम, दाम, दंड, भेद सब अपना रही है। जो सवाल उठा रहा है, उसे साफ़ इग्नोर कर रही है। बस इस बात पर फोकस कर रही है की कैसे भी कर के जितना है क्युकी भाई मोदी ने 400 पार का दावा जो किया है। लेकिन जनता भी सब देख रही है, किस तरह से लोग बीजेपी का विरोध रहे है। ताज़ा उदाहरण है रविंद्र सिंह भाटी और राजपूत। जहा गुजरात में राजपूत बीजेपी का विरोध रहे है तो वही अपने भौकाल से बीजेपी की नींद उड़ाने वाले भाटी, जिनपर जब देशद्रोही का आरोप बीजेपी ने लगाया तो उनके समर्थन में अब राजपूत आ गए है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने रविंद्र सिंह भाटी के समर्थन में बीजेपी और मोदी को खूब सुनाया है। चलिए आपको भी बताते है पूरी खबर के बारे में।
दरअसल, कुछ दिनों से बाड़मेर-जैसलमेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी पर देशद्रोही का आरोप लगाया जा रहा हैं वो भी बीजेपी ने ये आरोप लगाया है। क्युकी भाटी की तस्वीर एक प्रोफेसर के साथ थी जिसने कश्मीर को लेकर भारत विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था। और अब महिपाल सिंह मकराना ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है।
भाटी को देशद्रोही कहने वालों को मकराना का करारा जवाब !
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने भाटी के समर्थन में एक वीडियो जारी किया है। जिसमे वो कह रहे है "आपका भाई (भाटी) जिसने ताल ठोक रखी है, देश का पूरा युवा और 36 कौम उसे समर्थन कर रही है. उसे ही बीजेपी का आईटी सेल गद्दार घोषित कर देती है" आगे मकराना ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर महबूबा मुफ्ती के साथ नहीं है. कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी बीजेपी के सदस्य नहीं थे? लेकिन यह दोहरी मानसिकता देखिए कि भाटी को लेकर गद्दार कहा जा रहा है"
तो सुना आपने, किस तरह से मकराना ने एक तरह से बीजेपी की अक्ल ठिकाने लगा दी। भाटी को देशद्रोही कहने वालों को तर्क के साथ मकराना ने बीजेपी को एक तरह से मोदी को जवाब दिया है। वही, जिस तरह से महिपाल सिंह मकराना ने यहां पीएम मोदी के नाम का भी ज़िक्र किया है उसको लेकर कहा जा रहा है की भाटी का समर्थन करते करते महिपाल सिंह तो मोदी से भी भिड़ गए है।
क्या है पूरा मामला ?
अब आपको मामला भी समझाते है। दरअसल, फरवरी में रविंद्र भाटी लंदन गए थे तब उनकी मुलाक़ात वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेमोक्रेसी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के रीडर और प्रोफेसर दिब्येश आनंद से हुई थी, उसी की तस्वीर अब वायरल हो रही है, जिसे एक बीजेपी के कार्यकर्ता ने पोस्ट किया और भाटी को देशद्रोही कह दिया। यहां से पूरा मामला शुरू हुआ था।
हालांकि, फिर भाटी के समर्थन में भी लग उतरे थे। और दो घंटों में ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म x पर #आएगा_तो_भाटी_ही के नाम से ट्रेंड चलाया गया था।
भाटी ने क्या कहा था ?
देशद्रोही का आरोप लगने के बाद भाटी गुस्से में आ गए थे। उन्होंने कहा था "आज से पहले भाजपा समर्थन मांग रही थी, तब मैं उनका अपना था, लेकिन अब निर्दलीय चुनाव लड़ने आया तो, उन्होंने मुझे देशद्रोही का टैग दे दिया। उन्होंने बाड़मेर में एक सभा में चुनौती देते हुए कहा कि 'अगर आरोप साबित कर दे तो, मैं राजनीति को छोड़ दूंगा।"आगे उन्होंने कहा था "लंदन दौरे में मैंने कई लोगों से मुलाकात की थी। इंडियन एंबेसी में वहां के एमपी से मिला। जिन्होंने कश्मीर से 370 हटाने की पहली की थी। मैं वहां की यूनिवर्सिटी में भी गया था। वहां प्रोफेसर दिब्येश आनंद से मेरी पहली मुलाकात हुई है।"
गुजरात में क्या हुआ था ?
अब बात गुजरात की करे तो गुजरात के राजकोट से बीजेपी के उम्मीदवार परषोत्तम रूपला ने राजपूतों को लेकर विवादित बयान दिया था जिसके बाद से पूरा राजपूत समाज विरोध करने लगा था, राजपूतों ने मांग भी की परषोत्तम रूपला का टिकट वापिस लिया जाए लेकिन बीजेपी ने एक ना सुनी। फिर इसके विरोध में महिपाल सिंह मकराना भी आए लेकिन उन्हें गिरफ्तार किया गया, और जब इस दौरान उनकी पगड़ी गिरी थी तब भी खूब बवाल मचा था। हालांकि, अब वो जेल से बाहर है।