Manvendra Singh ने Ravindra Bhati की रैली में शामिल होकर किया उनका समर्थन?
रविंद्र सिंह भाटी, अब ये नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। आज हर तरफ अपना भौकाल बनाकर भाटी ने बाकी पार्टियों को एक तरीके से रुलाकर रख दिया है। भाटी की रैली में जनता खुद को जाने से रोक नहीं पा रही है। इसलिए बीजेपी खासकर भाटी को हराने के लिए नया-नया प्लान बना रही है। जैसे बीजेपी ने मानवेंद्र सिंह जसोल को शामिल कर के खुद को बाड़मेर जैसलमेर में मज़बूत करने की कोशिश की लेकिन अब बीजेपी क्या करेगी ? क्युकी अब तो खुद मानवेंद्र सिंह जसोल भाटी की रैली में नज़र आ रही है।
रविंद्र सिंह भाटी, अब ये नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। आज हर तरफ अपना भौकाल बनाकर भाटी ने बाकी पार्टियों को एक तरीके से रुलाकर रख दिया है। भाटी की रैली में जनता खुद को जाने से रोक नहीं पा रही है। इसलिए बीजेपी खासकर भाटी को हराने के लिए नया-नया प्लान बना रही है। जैसे बीजेपी ने मानवेंद्र सिंह जसोल को शामिल कर के खुद को बाड़मेर जैसलमेर में मज़बूत करने की कोशिश की लेकिन अब बीजेपी क्या करेगी ? क्युकी अब तो खुद मानवेंद्र सिंह जसोल भाटी की रैली में नज़र आ रही है। चलिए आपको भी बताते है पूरी खबर के बारे में।
दरअसल, सोशल मीडिया पर इस वक़्त एक वीडियो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। जिसमे भाटी की भव्य रैली में अभी अभी बीजेपी में शामिल हुए बीजेपी नेता नेता मानवेंद्र सिंह जसोल नज़र आ रहे है। जी हां, इस वक़्त ये तस्वीर सियासी पारा को हाई किए जा रही है। वायरल वीडियो में रविंद्र भाटी की रैली में एक युवा वीडियो बना रहा है और साइड से मानवेंद्र सिंह जसोल जाते नज़र आ रहे है। आप भी ये वीडियो देखिए।
तो देखा आपने, इस वीडियो के बाद कई सवाल उठ रहे है। सबसे ज़्यादा बातें तो यही चल रही है की मानवेंद्र सिंह जसोल ने भी अंदर खाने रविंद्र सिंह भाटी को समर्थन दे दिया है। हालांकि, ऐसा खान जल्दबाज़ी होगी। लेकिन इस वीडियो के बाद यही कहा जा रहा है की क्या जसोल ने भाटी को समर्थन दे ही दिया है। और तो और अंदरखाने से चर्चा है कि मानवेंद्र सिंह जसोल, अमीन खान सहित भाजपा-कांग्रेस के कई स्थानीय कद्दावर नेता भाटी को समर्थन दे चुके हैं।
हालांकि, इसक लेकर जसोल ने सफाई भी दी है। मानवेंद्र सिंह जसोल ने कहा कि "मैं हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान जी का दर्शन-पूजन करने मंदिर जा रहा था और उसी दौरान भाटी का रोड-शो गुजर रहा था" लेकिन इसके बाद भी कहा जा रहा है की जब जसोल को यह पता था कि रविंद्र भाटी का रोड-शो गुजर रहा था तो उसी समय उसी रास्ते से वो क्यों गए?
बात मानवेन्द्र सिंह की करे तो राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले मानवेंद्र सिंह जसोल की भाजपा में घरवापसी हो गई थी। भाजपा में वापस आने पर मानवेंद्र सिंह जसोल ने कहा था "यह मेरी घरवापसी नहीं है. मैं अपने मूल निवास पर लौट आया हूं"
इसके अलावा कांग्रेस के एक दिग्गज नेता को लेकर भी ऐसी ही खबर आई थी। कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व शिव विधायक अमीन खान। सोशल मीडिया पर अमीन खान का एक ऑडियो वायरल हो रहा है था जिसमे वो एक चैनल को इंटरव्यू दे रहे है। और भाटी को समर्थन देने की बात कर रहे थे। हालांकि, इसकी भी कोई पुष्टि नहीं है।
बात रविंद्र सिंह भाटी की करे तो बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट को इन्होने हॉट सीट बना दिया है। इनके सामने बीजेपी की तरफ से कैलाश चौधरी और कांग्रेस की तरफ से उम्मेदा राम बेनीवाल है। लेकिन ज़्यादा जनता सपोर्ट भाटी का ही कर रही है। और वो भी लगातार जनता के बीच जा रहे है।