Rahul Gandhi की बिगड़ी तबियत, Congress की चालाकी से सोरेन की पत्नी नाराज !।Kadak Baat।
झारखंड में विपक्षी की रैली में जाने से पहले राहुल गांधी की तबियत खराब हो गई है । राहुल गांधी हेमंत सोरेन के पक्ष में हुई रैली में शामिल नहीं हुए हैं ।
झारखंड में इंडिया गठबंधन की रैली में ऐसा ग्रहण लगा चारों तरफ बवाल ही बवाल मच गया। रैली की शुरुआत होते ही पहले तो नेताओं के सामने मारधाड़ मच गई । कुर्सी डंडे लाठी कर चलने लगे । कई लोग घायल हो गए । लेकिन अचानक खबर आई की राहुल गांधी की तबियत बिगड़ गई । वो रैली में नहीं आएंगे । ये खबर सुनकर ना सिर्फ कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया । बल्कि इंडिया गठबंधन के तमाम नेता हैरान हो गए । लेकिन राहुल गांधी की तबियत खराब होने की खबर सुनकर हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन नाराज हो गई । अब सवाल ये है कि आखिर राहुल की तबियत से ऐसा क्या बिगड़ा जो कल्पना सोरेन को चुभ गया । तो चलिए बताते हैं । चुभने वाली बात है झारखंड में ईडी की गिरफ्तारी के खिलाफ और हेमंत सोरेन के पक्ष में रैली हुई । जैसे दिल्ली में केजरीवाल के पक्ष में हुई थी ।दिल्ली में तो विपक्षी दलों का लाव लश्कर केजरीवाल के लिए इकट्ठा हुआ । खुद राहुल गांधी मां सोनिया गांधी के साथ पहुंचे । लेकिन झारखंड में हेमंत सोरेन के पक्ष में चंद नेता ही पहुंचे । राहुल गांधी ने तबियत खराब होने का हवाला दिया । सोनिया गांधी भी नहीं पहुंची । और आखिरी वक्त पर रैली में शामिल होने से इनकार कर दिया । जब सवाल उठने लगे तो आखिर में कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खड़गे को रैली में भेजना पड़ा । लेकिन अब सवाल ये है कि
क्या भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद नेताओं से कांग्रेस दूरी बना रही है ?
क्या केजरीवाल पर फोकस करने से कांग्रेस को राजनैतिक फायदा होगा ?
क्या हेमंत सोरेन के पक्ष में हुई रैली से राहुल ने जानबूझकर दूरी बनाई ?
क्या इंडिया गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है ?
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ जैसा माहौल कांग्रेस को बनाना चाहिए था । वैसा नहीं बनाया । क्योंकि कांग्रेस को पता है भ्रष्टाचार पर हेमंत सोरेन के पक्ष में बोलने से कोई भी फायदा झारखंड में होने वाला नहीं है । क्योंकि यहां मोदी की आंधी के आगे कांग्रेस तो छोड़िए झाझुमो का टिकना भी मुश्किल है । पारिवारिक विवाद और भ्रष्टाचार दोनों ही हेमंत सोरेन के लिए गले की फांस बनता दिख रहा है । पिछले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डाले तो
झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं
2019 में NDA ने 12 सीटें जीतीं
बीजेपी को 11 सीटें, आजसू को 1 सीट मिली
1 सीट पर झामुमों और 1 सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया
तो ऐसे में राज्य के सर्वोसर्वा यानी मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन खुद ही जेल पहुंच चुके हैं । भ्रष्टाचार ने इनका ही नहीं इंडिया गठबंधन का सारा खेल बिगाड़ दिया है । यही वजह है कि कांग्रेस खासकर राहुल गांधी झारखंड में इतने एक्टिव नहीं हो रहे हैं । यही बात अब हेमंत सोरेन की पत्नी को चुभ रही है ।अंदर खाने काफी कुछ चल रहा है । आने वाले दिनों में अब इंडिया गठबंधन में भारी बवाल देखने को मिल सकता है ।